Mutual Funds: निप्पॉन इंडिया इक्विटी सेविंग्स फंड FD से कितना बेहतर? यहां जानिए विस्तार से
Mutual Funds: देश की चौथी सबसे बड़ी एसट मैनेजमेंट कंपनी निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड का निप्पॉन इंडिया इक्विटी सेविंग्स फंड एक हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम है। 10 साल पहले यानी मई, 2015 में यह स्कीम लॉन्च हुई थी। यह एक ओपन एंडेड स्कीम है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
विस्तार
अगर आप कम रिस्क उठाने वाले निवेशक हैं और संतुलित ग्रोथ और साथ टैक्स लाभ चाहते हैं, तो आप निप्पॉन इंडिया इक्विटी सेविंग्स फंड की ओर अपना ध्यान ले जा सकते हैं। किसके लिए और क्यों ये म्यूचुअल फंड स्कीम निवेश के लिए सही है? कितना रिटर्न इसने दिया है? क्या रिस्क, क्या फायदे हैं? जानिए इस लेख में।
कैसा काम करता है ये फंड?
देश की चौथी सबसे बड़ी एसट मैनेजमेंट कंपनी निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड का निप्पॉन इंडिया इक्विटी सेविंग्स फंड एक हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम है। 10 साल पहले यानी मई, 2015 में यह स्कीम लॉन्च हुई थी। यह एक ओपन एंडेड स्कीम है। मतलब आप इस स्कीम में कभी भी निवेश कर सकते हैं। इसमें कोई लॉक-इन पीरियड नहीं है। फंड की कुल रकम तीन हिस्सों- इक्विटी, आर्बिट्राज और डेट- में लगाई जाती है। इक्विटी यानी शुद्ध शेयर बाजार, डेट मतलब सरकारी बॉन्ड्स, सिक्योरिटीज आदि। साथ ही आर्बिट्राज मतलब मौका देखकर ऐसे स्टॉक्स में निवेश किया जाता है, जिससे बाजार में आई गिरावट से बचाव किया जाए और बढ़ोत्तरी का फायदा उठाया जाए। मतलब तीनों के मिश्रण से स्थिर रिटर्न देने की कोशिश रहती है। अब हालांकि इस फंड में डेट और आर्बिट्राज दोनों होते हैं, लेकिन टैक्स के लिए इसे इक्विटी फंड जैसा ही ट्रीटमेंट दिया जाता है, जो आमतौर पर डेट फंड्स की तुलना में काफी फायदेमंद होता है।
कैसा है फंड एलोकेशन?
फंड के एसेट एलोकेशन को देखें, तो सबसे ज्यादा 52.15% हिस्सा आर्बिट्राज में, इक्विटी में लगभग 24.12% और डेट में 23.74% होता है। इसमें भी अगर इक्विटी की बात करें, तो सबसे ज्यादा वित्तीय वित्तीय क्षेत्र 44.6%, टेक क्षेत्र में 13.8%, एनर्जी और यूटिलिटीज में 12.8%, उपभोक्ता स्वनिर्णयगत से जुड़े स्टॉक्स में 11% का एलोकेशन है। वहीं डेट में सबसे ज्यादा सॉवरेन (53.5%) और वित्तीय (41.5%) में फंड्स एलोकेट होता है।
कितना दिया रिटर्न?
एम्फी के 16 सितंबर 2025 तक के डाटा के अनुसार, समग्र रूप से इक्विटी सेविंग्स फंड कैटेगिरी में कुल 19 स्कीम्स हैं. इनमें निप्पॉन इंडिया इक्विटी सेविंग्स फंड्स का 16 सितंबर तक कुल एयूएम 827.73 करोड़ रुपए है, जो निवेशकों का भरोसा दिखाता है। 16 सितंबर 2025 को फंड की एनएवी 17.75 रुपए थी। शुरुआत से अब तक इस स्कीम का सालाना औसत रिटर्न 5.73% रहा है। पिछले पांच साल में इसने 10.50% और तीन साल में 9.94% का सालाना रिटर्न दिया है।
प्रतिद्वंदियों में कौन आगे?
अगर प्रतिद्वंदी फंड्स को देखें, तो सुंदरम इक्विटी सेविंग्स फंड (Sundaram Equity Savings Fund) पिछले पांच साल में 14.66%, एचएसबीसी इक्विटी सेविंग्स फंड (HSBC Equity Savings Fund) 14.61%, एसडीएफसी इक्विटी सेविंग्स फंड (HDFC Equity Savings Fund) 13.31%, महिंद्रा मैन्यूलाइफ इक्विटी सेविंग्स फंड (Mahindra Manulife Equity Savings Fund) 13.23%, मिरे एसेट इक्विटी सेविंग्स फंड (Mirae Asset Equity Savings Fund) 13.21% के साथ सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली स्कीम्स हैं।
कितने से करें निवेश
अब इसमें निवेश की बात करें, तो आप इसमें न्यूनतम 5000 रुपए से एकमुश्त और 100 रुपए से एसआईपी कर सकते हैं। अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं हैं। वहीं एग्जिट लोट की बात करें, तो यदि निवेशक निवेश के 15 दिन के अंदर 10 फीसद से ज्यादा राशि की निकासी करते हैं तो 1% एग्जिट लोड लगेगा। इसके अतिरिक्त दिव्या दत्त शर्मा, लोकेश मारू इस फंड को मैनेज कर रहे हैं। इसके अलावा वे निप्पॉन के दूसरे फंड्स भी मैनज करते हैं।
निवेश के लिए कैसा है ये फंड?
ये फंड कैसा है, क्या इसमें निवेश करना चाहिए? तो इस पर म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट और एयूएम वेल्थ (AUM Wealth) के डायेरक्ट अमित सुरी का कहना है कि जिनको भी अपने पोर्टफोलिया में स्थिरता चाहिए, वो ऐसे फंड ले सकते हैं। साथ ही इसमें फिक्स्ड डिपॉजिट से काफी बेहतर रिटर्न की उम्मीद की जा सकती हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि तीन और पांच साल से ज्यादा के लिए इसमें निवेश किया जाना चाहिए, क्योंकि एक्विटी में एक्सपोजर ज्यादा होता है, जिससे शॉर्ट टर्म में वोलेटिलिटी में नकसान हो सकता है। वहीं निप्पॉन इक्विटी सेविंग्स फंड के लिए उनका कहना है कि इस स्कीम में टॉप होल्डिंग में अच्छे स्टॉक्स हैं। जिससे ये स्कीम काफी मजूबत बनती है। फंड अच्छा पोर्टफोलियो मैनेज करते हैं। रिटर्न अच्छे दिए हैं और आगे भी अच्छे रिटर्न देने की इस स्कीम में क्षमता है।