Nestle India: नेस्ले इंडिया ने दोहराया गुणवत्ता का भरोसा, विकास कार्यों पर भी दिया जोर
Nestle India: नेस्ले इंडिया साफ किया है कि उनके लिए उपभोक्ताओं का विश्वास ही सबसे ऊपर है। इसी भरोसे को कायम रखने के लिए कंपनी गुणवत्ता और सुरक्षा के कड़े मानकों, जैसे 'जीरो त्रुटि' (शून्य गलती) और नियमों के पूर्ण पालन पर जोर दे रही है। कंपनी ने आगे क्या कहा, आइए जानते हैं।
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नेस्ले इंडिया ने अपने उत्पादों की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर अपनी प्रतिबद्धता एक बार फिर दोहराई है। कंपनी ने साफ किया है कि उपभोक्ताओं का भरोसा बनाए रखना उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। कंपनी ने कहा है कि उनका मुख्य उद्देश्य उत्पादों की सुरक्षा, नियमों का पूरा पालन और बिना किसी गलती यानी 'जीरो त्रुटि' के साथ काम करना है। नेस्ले का मानना है कि यह दृष्टिकोण न केवल उपभोक्ताओं की उम्मीदों को पूरा करता है, बल्कि ब्रांड में उनके विश्वास को और गहरा करता है।
भारत के साथ रिश्ता लंबी साझेदारी वाला: नेस्ले
नेस्ले इंडिया के कॉरपोरेट अफेयर्स डायरेक्टर, कुंवर हिम्मत सिंह ने कहा कि कंपनी भारत के साथ अपने रिश्ते को एक लंबी साझेदारी के तौर पर देखती है। उन्होंने बताया कि नेस्ले न केवल व्यापार पर ध्यान देती है, बल्कि यहां के लोगों, पर्यावरण और स्थानीय समुदायों की बेहतरी में भी निवेश करती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि गुणवत्ता और सुरक्षा उनके हर काम की नींव है और इस पर कभी कोई समझौता नहीं किया जाता, ताकि उपभोक्ताओं को हमेशा बेहतरीन उत्पाद मिलें।
गोवा नेस्ले के उत्पादन का प्रमुख केंद्र
गोवा नेस्ले के उत्पादन का एक प्रमुख केंद्र रहा है। कंपनी ने 1995 में पोंडा में अपनी फैक्ट्री शुरू की थी, जो आज किटकैट, मिल्कीबार, बार-वन और बेहद लोकप्रिय 'मंच' जैसे उत्पादों का हब है। इसके दो साल बाद 1997 में बिचोलिम में दूसरा कारखाना शुरू किया गया। आज कंपनी के पास 1,375 स्थायी कर्मचारी हैं।
सामाजिक कार्यों में भी नेस्ले का बड़ा योगदान
व्यापार के अलावे नेस्ले ने गोवा में सामाजिक कार्यों में भी बड़ा योगदान दिया है। 'नेस्ले हेल्दी किड्स' प्रोजेक्ट के जरिए 36,000 से ज्यादा छात्रों के जीवन पर सकारात्मक असर पड़ा है। कंपनी ने 109 स्कूलों में पीने का साफ पानी और 151 स्कूलों में स्वच्छता की सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। इसके अलावा, गोवा के सात स्कूलों में साइंस लैब और लाइब्रेरी बनाकर 4,000 छात्रों की सहायता की गई है। खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कंपनी ने गोवा एफडीए के साथ मिलकर 3,000 से ज्यादा स्ट्रीट फूड वेंडर्स को सुरक्षित खाना बनाने की ट्रेनिंग भी दी है।