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Paytm: पेमेंट्स बैंक पर निर्भरता खत्म करने का प्रयास, पेटीएम CEO बोले- अन्य बैंकों के साथ साझेदारी पर जोर
बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: ज्योति भास्कर
Updated Thu, 01 Feb 2024 10:24 PM IST
सार
अग्रणी फिनटेक कंपनी पेटीएम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) विजय शेखर शर्मा ने कहा है कि कंपनी अपने सहयोगी बैंक पर निर्भरता कम करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से जारी दिशानिर्देशों के बाद कहा कि पेटीएम अन्य बैंकों के साथ साझेदारी में तेजी लाने का प्रयास कर रही है।
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पेटीएम के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
पेटीएम ने कहा है कि वह अपने सहयोगी बैंक- पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर निर्भरता को खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। कंपनी के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कहा कि पेटीएम अन्य बैंकों के साथ साझेदारी में तेजी लाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पेटीएम लगभग दो साल पहले ही अन्य बैंकों के साथ साझेदारी की दिशा में प्रयास शुरू कर चुकी है। उन्होंने कहा कि अब उनकी योजना साझेदारी की प्रक्रिया को और तेज करना है।
रिजर्व बैंक की तरफ से जारी ताजा दिशानिर्देशों के बाद विश्लेषकों से मुखातिब पेटीएम के सीईओ ने कहा, भुगतान संबंधी रिश्तों का मतलब है कि सभी बैंकों के पास जरूरी तकनीक और क्षमताएं हैं। उन्होंने कहा कि पेटीएम इस देश के अलग-अलग और बड़े बैंकों के समर्थन से अभिभूत है। उन्होंने कहा कि बड़े बैंक और पहले से साझेदारी कर रहे बैंकों का समर्थन उत्साह बढ़ाने वाला है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय के साथ-साथ बड़े बैंकों ने भी पेटीएम की तरफ मदद के हाथ बढ़ाए हैं। सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कहा कि पेटीएम अब कई अन्य बैंक भागीदारों के साथ काम करेगा। आने वाले दिनों में कंपनी सहयोगी बैंकों के साथ काम नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि पेटीएम नोडल खाते को वाणिज्यिक बैंकों में ट्रांसफर करने की प्रक्रिया में है। नियत तारीख 29 फरवरी से पहले इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। शर्मा ने कहा कि अगले कुछ दिनों या इस तिमाही में बदलाव साफ दिखने लगेगा।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को पेटीएम पेमेंट बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) की ओर से 29 फरवरी, 2024 के बाद किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, वॉलेट और फास्टैग में जमा या टॉप-अप स्वीकार करने पर रोक लगा दी है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) के खिलाफ रिजर्व बैंक की यह कार्रवाई एक व्यापक सिस्टम ऑडिट रिपोर्ट और बाहरी लेखा परीक्षकों की ओर से तैयार अनुपालन सत्यापन रिपोर्ट के बाद की गई है। आरबीआई ने एक बयान में कहा है कि इन रिपोर्टों से बैंक में लगातार नियमों की अनदेखी का पता चलता है और इसलिए आगे की कार्रवाई की जरूरत है।
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रिजर्व बैंक की तरफ से जारी ताजा दिशानिर्देशों के बाद विश्लेषकों से मुखातिब पेटीएम के सीईओ ने कहा, भुगतान संबंधी रिश्तों का मतलब है कि सभी बैंकों के पास जरूरी तकनीक और क्षमताएं हैं। उन्होंने कहा कि पेटीएम इस देश के अलग-अलग और बड़े बैंकों के समर्थन से अभिभूत है। उन्होंने कहा कि बड़े बैंक और पहले से साझेदारी कर रहे बैंकों का समर्थन उत्साह बढ़ाने वाला है।
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उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय के साथ-साथ बड़े बैंकों ने भी पेटीएम की तरफ मदद के हाथ बढ़ाए हैं। सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कहा कि पेटीएम अब कई अन्य बैंक भागीदारों के साथ काम करेगा। आने वाले दिनों में कंपनी सहयोगी बैंकों के साथ काम नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि पेटीएम नोडल खाते को वाणिज्यिक बैंकों में ट्रांसफर करने की प्रक्रिया में है। नियत तारीख 29 फरवरी से पहले इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। शर्मा ने कहा कि अगले कुछ दिनों या इस तिमाही में बदलाव साफ दिखने लगेगा।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को पेटीएम पेमेंट बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) की ओर से 29 फरवरी, 2024 के बाद किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, वॉलेट और फास्टैग में जमा या टॉप-अप स्वीकार करने पर रोक लगा दी है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) के खिलाफ रिजर्व बैंक की यह कार्रवाई एक व्यापक सिस्टम ऑडिट रिपोर्ट और बाहरी लेखा परीक्षकों की ओर से तैयार अनुपालन सत्यापन रिपोर्ट के बाद की गई है। आरबीआई ने एक बयान में कहा है कि इन रिपोर्टों से बैंक में लगातार नियमों की अनदेखी का पता चलता है और इसलिए आगे की कार्रवाई की जरूरत है।