Singapore: टेमासेक ने पीयूष गुप्ता को भारत में नियुक्त किया सलाहकार, डीबीएस के सीईओ के तौर पर कर चुके हैं काम
सिंगापुर के सरकारी निवेशक टेमासेक होल्डिंग्स ने डीबीएस ग्रुप पूर्व सीईओ पीयूष गुप्ता को भारत में सलाहकार की क्षमता में अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति 1 दिसंबर 2025 से प्रभावी होगी। आइए इस बारे में विस्तार से जानें।
विस्तार
सिंगापुर के सरकारी निवेशक टेमासेक होल्डिंग्स ने डीबीएस ग्रुप पूर्व सीईओ पीयूष गुप्ता को भारत में सलाहकार की क्षमता में अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति 1 दिसंबर 2025 से प्रभावी होगी।टेमासेक ने एक बयान में कहा कि गैर-कार्यकारी भूमिका में गुप्ता, टेमासेक के भारत में रणनीतिक पहल के प्रमुख रवि लांबा के साथ मिलकर काम करेंगे, ताकि निवेश रणनीतियों को आकार दिया जा सके। ये अवसरों की पहचान कर पोर्टफोलियो कंपनियों को सहायता मुहैया कराएंगे और भारत में सरकारी और व्यावसायिक लीडर्स के साथ संपर्क में रहेंगे।
2025 की शुरुआत तक डीबीएस से जुड़े थे गुप्ता
65 वर्षीय गुप्ता ने 2009 से साल 2025 की शुरुआत तक डीबीएस का नेतृत्व किया। उनकी अगुवाई में सिंगापुर के इस ऋणदाता को व्यापक रूप से अपना विस्तार करने में मदद मिली। गुप्ता वर्तमान में केपेल के उपाध्यक्ष हैं। वे सिंगापुर मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी और मंडई पार्क होल्डिंग्स के न्यासी बोर्ड के अध्यक्ष हैं, और सिंगापुर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई सलाहकार पदों पर हैं।
भारत में टेमासेक के नेटवर्क को मजबूत करने के लिए करेंगे काम
टेमासेक के सीईओ दिलहान पिल्लई ने कहा, "पीयूष वित्तीय सेवाओं में दशकों से विकसित व्यापक व्यावसायिक अंतर्दृष्टि और मजबूत संबंध लेकर आए हैं।" पिल्लई ने कहा, "हमारे भारतीय बाजार में रवि अपनी लीडरशिप के जरिए रणनीतिक परामर्श देंगे। वे हमारे संस्थागत नेटवर्क को मजबूत करने, हमारे फ्रैंचाइज मूल्य को बढ़ाने और हमारे पोर्टफोलियो तक पहुंच का विस्तार करने में मदद करेंगे।"
टेमासेक 434 अरब सिंगापुर डॉलर के पोर्टफोलियो का करता है प्रबंधन
टेमासेक 434 अरब सिंगापुर डॉलर (334.75 बिलियन अमेरिकी डॉलर) मूल्य के पोर्टफोलियो का प्रबंधन करता है और भारत में अपनी उपस्थिति को मजबूत कर रहा है। भारत टेमासेक के लिए एक प्रमुख बाजार है। गुप्ता ने कहा कि वह टीम के साथ सहयोग करने के लिए उत्सुक हैं। वे साझेदारी को गहरा करने, नए अवसरों का लाभ उठाने और भारत में टेमासेक के निरंतर विकास में योगदान देने के लिए काम करेंगे।