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Stock Market: अस्थिर बाजार में निवेशकों की पसंद बने आक्रामक हाइब्रिड फंड, AUM पहुंचा 2.26 लाख करोड़
बिजनेस डेस्क, अमर उजाला
Published by: शुभम कुमार
Updated Mon, 12 May 2025 04:29 AM IST
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सार
बाजार की अस्थिरता के बीच आक्रामक हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स निवेशकों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। अप्रैल 2025 तक इनका एयूएम 2.26 लाख करोड़ पहुंच गया है, जो पिछले साल से 12% अधिक है। बेहतर रिटर्न और बैलेंस्ड रिस्क के चलते फोलियो की संख्या भी 58 लाख तक पहुंची।

शेयर बाजार
- फोटो : AI

विस्तार
शेयर बाजार में जारी अस्थिरता के बीच आक्रामक हाइब्रिड म्यूचुअल फंड निवेशकों में लोकप्रिय हो रहे हैं। इस श्रेणी का परिसंपत्ति आधार अप्रैल, 2025 तक बढ़कर 2.26 लाख करोड़ रुपये हो गया है। एक साल पहले की तुलना में यह 12 फीसदी अधिक है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) की जारी रिपोर्ट के मुताबिक, फोलियो यानी निवेशकों के खातों की संख्या इसी दौरान 3.5 लाख बढ़कर 58 लाख हो गई है।
आक्रामक हाइब्रिड फंड, इक्विटी व डेट को मिलाकर निवेश करने वाला साधन है। ये फंड 65-80 प्रतिशत इक्विटी में निवेश करते हैं। इससे बेहतर रिटर्न की संभावना होती है लेकिन साथ ही उच्च जोखिम भी होता है। इससे 3 से 5 वर्ष के दृष्टिकोण वाले निवेशकों के लिए ये फंड आदर्श बन जाते हैं। इन फंडों ने पिछले साल 9 प्रतिशत, दो साल में 20 प्रतिशत, तीन साल में 15 प्रतिशत और पांच साल में 21 प्रतिशत का शानदार रिटर्न दिया है। 31 आक्रामक हाइब्रिड म्यूचुअल फंड ने पिछले एक साल में 9 प्रतिशत के करीब रिटर्न दिया है। इसमें महिंद्रा मैनुलाइफ एग्रेसिव हाइब्रिड फंड, इनवेस्को इंडिया और एसबीआई इक्विटी फंड शामिल हैं।
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संतुलित निवेश रणनीति अपनाते हैं फंड हाउस
इन तीन फंडों ने 30 अप्रैल तक के एक साल में 12 से 18 प्रतिशत और दो वर्षों में 19 से 24 प्रतिशत के बीच रिटर्न दिया है। पांच साल में रिटर्न 18.5 से 24 प्रतिशत के बीच रहा। इसमें महिंद्रा मैनुलाइफ फंड ने सबसे अधिक 23.62 प्रतिशत का रिटर्न दिया। महिंद्रा मैनुलाइफ फंड का प्रदर्शन एक अच्छी तरह से संरचित, संतुलित आवंटन रणनीति का नतीजा है। यह फंड लार्जकैप इक्विटी में अधिक निवेश करता है। खासकर बैंकिंग, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और कंस्ट्रक्शन मैटीरियल जैसे क्षेत्रों में, जो स्थिरता और विकास की संभावना प्रदान करते हैं।
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महिंद्रा मैनुलाइफ फंड आईटी, तेल और गैस और मेटल जैसे अधिक अस्थिर और वैश्विक रूप से सामने आने वाले क्षेत्रों के प्रति सतर्क दृष्टिकोण रखता है। अपनी इक्विटी रणनीति के अलावा फंड का डेट आवंटन सुरक्षा देता है। यह संभावित बॉन्ड बाजार रैली से और अधिक लाभान्वित हो सकता है, खासकर जब नीतिगत दरों में कटौती की घोषणा की जाती है। हाइब्रिड श्रेणी का कुल परिसंपत्ति आधार सालाना आधार पर 21 प्रतिशत बढ़कर 9.15 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
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आक्रामक हाइब्रिड फंड, इक्विटी व डेट को मिलाकर निवेश करने वाला साधन है। ये फंड 65-80 प्रतिशत इक्विटी में निवेश करते हैं। इससे बेहतर रिटर्न की संभावना होती है लेकिन साथ ही उच्च जोखिम भी होता है। इससे 3 से 5 वर्ष के दृष्टिकोण वाले निवेशकों के लिए ये फंड आदर्श बन जाते हैं। इन फंडों ने पिछले साल 9 प्रतिशत, दो साल में 20 प्रतिशत, तीन साल में 15 प्रतिशत और पांच साल में 21 प्रतिशत का शानदार रिटर्न दिया है। 31 आक्रामक हाइब्रिड म्यूचुअल फंड ने पिछले एक साल में 9 प्रतिशत के करीब रिटर्न दिया है। इसमें महिंद्रा मैनुलाइफ एग्रेसिव हाइब्रिड फंड, इनवेस्को इंडिया और एसबीआई इक्विटी फंड शामिल हैं।
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संतुलित निवेश रणनीति अपनाते हैं फंड हाउस
इन तीन फंडों ने 30 अप्रैल तक के एक साल में 12 से 18 प्रतिशत और दो वर्षों में 19 से 24 प्रतिशत के बीच रिटर्न दिया है। पांच साल में रिटर्न 18.5 से 24 प्रतिशत के बीच रहा। इसमें महिंद्रा मैनुलाइफ फंड ने सबसे अधिक 23.62 प्रतिशत का रिटर्न दिया। महिंद्रा मैनुलाइफ फंड का प्रदर्शन एक अच्छी तरह से संरचित, संतुलित आवंटन रणनीति का नतीजा है। यह फंड लार्जकैप इक्विटी में अधिक निवेश करता है। खासकर बैंकिंग, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और कंस्ट्रक्शन मैटीरियल जैसे क्षेत्रों में, जो स्थिरता और विकास की संभावना प्रदान करते हैं।
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महिंद्रा मैनुलाइफ फंड आईटी, तेल और गैस और मेटल जैसे अधिक अस्थिर और वैश्विक रूप से सामने आने वाले क्षेत्रों के प्रति सतर्क दृष्टिकोण रखता है। अपनी इक्विटी रणनीति के अलावा फंड का डेट आवंटन सुरक्षा देता है। यह संभावित बॉन्ड बाजार रैली से और अधिक लाभान्वित हो सकता है, खासकर जब नीतिगत दरों में कटौती की घोषणा की जाती है। हाइब्रिड श्रेणी का कुल परिसंपत्ति आधार सालाना आधार पर 21 प्रतिशत बढ़कर 9.15 लाख करोड़ रुपये हो गया है।