पर्सनल लोन: आज की मौज बन सकती है कल की टेंशन, ज्यादा कर्ज लेना लंबी अवधि के लिए मुसीबत
आवश्यक काम के लिए पर्सनल लोन लेने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन, मौज-मस्ती के लिए पर्सनल लोन लेने में कोई समझदारी नहीं। यह अन्य कर्ज की तुलना में महंगा होता है, जो आगे चलकर आपकी वित्तीय सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
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पैसा बाजार की एक ताजा स्टडी के मुताबिक, देश के 27 फीसदी लोग पर्सनल लोन लेकर घूमने-फिरने और मौज-मस्ती पर खर्च कर रहे हैं। पर्सनल लोन अन्य कर्जों की तुलना में काफी महंगा होता है, जिससे ईएमआई का दबाव बढ़ता है। महंगी ईएमआई चुकाने से आपकी बचत और निवेश प्रभावित होते हैं और वित्तीय स्थिरता खतरे में पड़ सकती है। पर्सनल लोन के विकल्प भी मौजूद हैं-जैसे इमरजेंसी फंड का उपयोग, गोल्ड लोन, म्यूचुअल फंड, फिक्स्ड डिपॉजिट या प्रॉपर्टी के बदले लोन, या फिर परिवार व दोस्तों से उधार लेना। कई बैंक वैल्यूड ग्राहकों को ओवरड्राफ्ट लिमिट भी देते हैं, जो अस्थायी जरूरत में मददगार होती है। आमतौर पर सिक्योर्ड लोन पर ब्याज दर पर्सनल लोन से कम होती है।
ज्यादा कर्ज लेना लंबी अवधि के लिए मुसीबत
सस्ता पर्सनल लोन लेने के लिए क्रेडिट स्कोर 750 से ऊपर रखना चाहिए। अलग-अलग बैंकों के ऑफर की तुलना करनी चाहिए। छोटी अवधि का लोन चुनना चाहिए और मौजूदा बैंकिंग रिश्तों का फायदा उठाकर दरें कम कराने की कोशिश करनी चाहिए। लोन लेने से पहले ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस, हिडन चार्ज, रीपेमेंट और असल जरूरत को ध्यान से परखना जरूरी है। जरूरत से ज्यादा लोन लेना लंबे समय में वित्तीय बोझ बढ़ा देता है।
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मासिक बजट में ईएमआई को दें प्राथमिकता
समय पर कर्ज चुकाने के लिए मासिक बजट में ईएमआई को प्राथमिकता दें। सभी ईएमआई मासिक आय के 30-40 फीसदी के भीतर रखें ताकि कैश फ्लो पर असर न पड़े। ऑटो-डेबिट सेट करें ताकि ईएमआई मिस न हो। छोटा इमरजेंसी फंड बनाएं, जो कुछ महीनों की ईएमआई को कवर कर सके। अतिरिक्त पैसे मिलने पर समय से पहले लोन चुकाने की कोशिश करें। समय से पहले लोन चुका रहे हैं तो प्रीपेमेंट चार्ज के बारे में पता करें।
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उधार लेने से पहले चुकाने की बनाएं योजना
पर्सनल लोन जिम्मेदारी से लिया जाए तो मददगार साबित होता है, लेकिन गैर-जरूरी खर्च के लिए उधार लेना लंबे समय तक तनाव दे सकता है. हमेशा उधार लेने से पहले चुकाने की ठोस योजना बनाएं। आपकी वित्तीय सेहत किसी भी क्षणिक सुख से ज्यादा महत्वपूर्ण है।
पर्सनल लोन ऐसा साधन है, जो बिना किसी सिक्योरिटी के आसानी से मिल जाता है। लेकिन, इसका सही इस्तेमाल बेहद जरूरी है। पर्सनल लोन तभी लेना चाहिए, जब आपके पास कोई जरूरी और तत्काल खर्च हो-जैसे मेडिकल इमरजेंसी, शिक्षा, शादी या ऊंची ब्याज दर वाले कर्ज को चुकाने की जरूरत हो। अगर आय अस्थिर है या खर्च टाला जा सकता है, तो कर्ज लेने से बचें। -निशा सांघवी, डायरेक्टर, प्रोमोर फिनटेक