NPCI: अब भारत से बहरीन तक चलेगा यूपीआई, रियल-टाइम मनी ट्रांसफर की सुविधा शुरू
भारत और बहरीन के बीच अब यूपीआई के जरिए तुरंत पैसे भेजने और पाने की सुविधा शुरू हो गई है। इसके लिए एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) ने बहरीन की फिनटेक कंपनी BENEFIT के साथ साझेदारी की है। यह सहयोग दोनों देशों के बीच क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
विस्तार
एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) ने सोमवार को बहरीन की अग्रणी फिनटेक कंपनी वेनेफिट के साथ साझेदारी की घोषणा की है। इस समझौते के तहत भारत और बहरीन के बीच रियल-टाइम क्रॉस-बॉर्डर लेनदेन की सुविधा शुरू की जाएगी।
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यूपीआई अब फावरी+ सेवा से जुड़ जाएगा
इस पहल के तहत भारत का यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) अब बहरीन के इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सिस्टम (EFTS) विशेष रूप से फावरी+ सेवा से जुड़ जाएगा। इससे दोनों देशों के उपयोगकर्ता तुरंत और सुरक्षित रूप से पैसे भेजने और प्राप्त करने में सक्षम होंगे। फावरी+ बहरीन में लगभग रीयल-टाइम बैंक-टू-बैंक फंड ट्रांसफर की एक सेवा है, जो देश के इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सिस्टम (EFTS) का एक हिस्सा है।
आरबीआई और सीबीबी के मार्गदर्शन से हुई साझेदारी
दोनों के बीच हुई साझेदारी भारतीय रिजर्व बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ बहरीन (CBB) के मार्गदर्शन में स्थापित की गई है। यह सहयोग दोनों देशों के बीच क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
बहरीन में रहने वाले भारतीय को मिलेगा फायदा
संयुक्त बयान में कहा गया है कि इस पहल से दोनों देशों के निवासियों को तेज, कुशल और किफायती धन प्रेषण की सुविधा मिलेगी। यह कदम डिजिटल वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और अंतरराष्ट्रीय लेनदेन प्रणाली को आधुनिक बनाने की साझा दृष्टि को दर्शाता है। यूपीआई और फावरी+ सेवा के एकीकरण से भारत और बहरीन के बीच एक रणनीतिक रेमिटेंस कॉरिडोर स्थापित होगा। इससे बहरीन में रहने वाले भारतीयों, जो देश की कुल आबादी का लगभग 30 प्रतिशत हैं के लिए धन भेजना और प्राप्त करना और भी आसान और सुरक्षित हो जाएगा।