जून माह में आम लोगों को राहत, लगभग दो साल के निचले स्तर पर आई थोक महंगाई
थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आधिकारिक आंकड़े सोमवार को जारी किए गए। थोक मूल्य पर आधारित मुद्रास्फीति जून में 2.02 फीसदी रही, जो पिछले महीने यानी मई में 2.45 फीसदी थी। वहीं पिछले साल जून में थोक मूल्य पर आधारित मुद्रास्फीति 5.68 फीसदी पर रही थी।
The annual rate of inflation, based on monthly Wholesale Price Index, stood at 2.02% (provisional) for the month of June, 2019 (over June, 2018) as compared to 2.45% (provisional) for the previous month & 5.68% during the corresponding month of the previous year. https://t.co/sq2R6b8tSB
विज्ञापन— ANI (@ANI) July 15, 2019विज्ञापन
यह जुलाई 2017 के बाद लगभग 23 महीने बाद थोक मुद्रास्फीति का सबसे निचला स्तर है। जुलाई 2017 में इसकी दर मात्र 1.88 फीसदी थी। अप्रैल 2019 में यह 3.07 फीसदी रही, जबकि मई 2018 में यह 4.78 फीसदी थी।
खुदरा मुद्रास्फीति में उछाल
खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति जून में इससे पूर्व महीने के मुकाबले मामूली रूप से बढ़कर 3.18 फीसदी पर पहुंच गई। सरकारी आंकड़े के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति इस साल मई महीने में 3.05 फीसदी और जून 2018 में 4.92 फीसदी थी। खुदरा मुद्रास्फीति इस साल जनवरी से बढ़ रही है।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित आंकड़ों के अनुसार खाद्य मुद्रास्फीति जून 2019 में 2.17 फीसदी थी, जो इससे पूर्व माह में 1.83 फीसदी थी। अंडा, मांस और मछली जैसे प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों की महंगाई दर जून में इससे पूर्व महीने के मुकाबले अधिक रही। हालांकि सब्जियों और फलों के मामले में मुद्रास्फीति की वृद्धि धीमी रही।