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WPI Inflation: दो साल के निचले स्तर पर थोक महंगाई दर; गेहूं का उत्पादन इस साल रिकॉर्ड ऊंचाई पर जाने की संभावना

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: अभिषेक दीक्षित Updated Tue, 14 Feb 2023 09:09 PM IST
सार

देश में गेहूं उत्पादन 2022-23 फसल वर्ष (जुलाई-जून) नए रिकॉर्ड पर पहुंच सकता है। बताया जा रहा है कि इस दौरान गेहूं का उत्पादन 112.18 मिलियन टन के आंकड़े को छू सकता है। यह पिछले साल से 4.40 मिलियन टन ज्यादा है।

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WPI inflation eases to 2 year low in January 2023 food items turned expensive Latest News Update
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : Istock
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विस्तार
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थोक मुद्रास्फीति यानी महंगाई दर जनवरी में 4.73 फीसदी पर आ गई है। यह लगातार आठवें महीना है, जब थोक महंगाई दर घटी है। यह दो साल के निचले स्तर आ गई है। हालांकि, यह बात जरूर है कि खाद्य वस्तुओं की कीमतों में उछाल देखा गया है। थोक महंगाई दर बनाए गई वस्तुओं, ईंधन और बिजली की कीमतों में कमी आने से नीचे आई है। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर दिसंबर 2022 में 4.95 फीसदी और जनवरी 2022 में 13.68 फीसदी थी।

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जनवरी महीने में फूड इन्फ्लेशन बढ़ा
हालांकि, जनवरी महीने में फूड इन्फ्लेशन 2.38 प्रतिशत बढ़ा है, दिसंबर महीने में इसमें 1.25 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2023 में थोक महंगाई दर में होने वाली गिरावट में मिनिरल ऑयल, केमिकल व केमिकल उत्पादों, वस्त्रों, क्रूड पेट्रोलियम और नैचुरल गैस और खाद्य पदार्थों की कीमतों में नरमी का योगदान रहा।
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अनाज के मामले में थोक महंगाई दर बढ़ी
अनाज के मामले में थोक महंगाई दर में 2.41 प्रतिशत का इजाफा हुआ। सब्जियां 26.48 प्रतिशत तक सस्ती हुईं। ऑयल सीड्स की कीमतों में जनवरी 2023 में 4.22 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। ईंधन और ऊर्जा बास्केट में थोक महंगाई दर 15.15 प्रतिशत दर्ज की गई। दिसंबर महीने में यह 18.09% थी। निर्माण क्षेत्र के उत्पादों के मामले में यह 2.99 प्रतिशत रही, जो दिसंबर महीने में 3.37 प्रतिशत थी। 

देश में गेहूं उत्पादन में बनेगा रिकॉर्ड
देश में गेहूं उत्पादन 2022-23 फसल वर्ष (जुलाई-जून) नए रिकॉर्ड पर पहुंच सकता है। बताया जा रहा है कि इस दौरान गेहूं का उत्पादन 112.18 मिलियन टन के आंकड़े को छू सकता है। यह पिछले साल से 4.40 मिलियन टन ज्यादा है। बीते साल कुछ राज्यों में लू की वजह से गेहूं का उत्पादन 107.74 मिलियन टन ही रह गया था। इससे पहले 2020-21 में सबसे ज्यादा 109.59 मिलियन टन गेहूं का उत्पादन हुआ था।

मौसम अच्छा रहा तो फसल की पैदावार बेहतर होगी
फसल वर्ष 2022-23 (जुलाई-जून) के रबी सीजन में पिछले साल की अवधि की तुलना में गेहूं की फसल का कुल क्षेत्रफल 1.39 लाख हेक्टेयर बढ़कर 343.23 लाख हेक्टेयर (हेक्टेयर) हो गया है। मौसम अच्छा रहने से फसल की पैदावार बेहतर होने की उम्मीद है। देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में से एक मध्य प्रदेश में गेहूं की आवक शुरू हो चुकी है। 2022-23 के फसल वर्ष में कुल खाद्यान्न उत्पादन 323.55 मिलियन टन के रिकॉर्ड तक पहुंचने का अनुमान है, यह पिछले वर्ष की तुलना में 7.93 मिलियन टन अधिक है।

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