सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Business ›   Retail jewelery industry may growth 35 percent in FY22

उम्मीद : खुदरा आभूषण उद्योग में इस साल आ सकती है 35 फीसदी तेजी

एजेंसी, मुंबई। Published by: Jeet Kumar Updated Fri, 19 Mar 2021 01:36 AM IST
सार

  • -आर्थिक गतिविधियों के कोरोना पूर्व पर पहुंचने और सोने की कीमतों में नरमी से सुधार को मिलेगी गति
  • -10 फीसदी तक बढ़ आभूषणों की मांग कोरोना पूर्व स्तर से

विज्ञापन
Retail jewelery industry may growth 35 percent in FY22
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : pixabay
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

सोने की कीमतों में भारी गिरावट के बाद खुदरा आभूषण उद्योग में इस साल 30-35 फीसदी तेजी की उम्मीद है। इंडिया रेटिंग्स ने बृहस्पतिवार को एक रिपोर्ट में कहा, आर्थिक गतिविधियों के कोरोना पूर्व पर पहुंचने और सोने की कीमतों में नरमी से सुधार को गति मिलेगी।

Trending Videos


इससे पहले 2020-21 की तीसरी तिमाही में त्योहारी सीजन, शादी-विवाह के कारण मांग बढ़ने और कीमतों में 10 फीसदी गिरावट के कारण सोने की मांग में तेजी देखने को मिली थी।
विज्ञापन
विज्ञापन


रिपोर्ट के मुताबिक, मांग में वृद्धि की वजह से चालू वित्त वर्ष के मुकाबले 2021-22 में आभूषणों की मांग 30-35 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, अगले वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में ‘वी-आकार’ में सुधार को देखते हुए कोरोना पूर्व स्तर के मुकाबले समग्र मांग महज 5-10 फीसदी ही बढ़ सकती है। 

बढ़ेगा विक्रेताओं का मुनाफा
इंडिया रेटिंग्स ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की शुरुआती तीन तिमाहियों के दौरान बड़े आभूषण विक्रेताओं का मुनाफा कोरोना के पूर्व स्तर से 7.7 फीसदी बढ़ा है। 2019-20 के दौरान उनका कुल मुनाफा 5.9 फीसदी था।

इसके अलावा, आयात शुल्क घटाने, मेकिंग शुल्क में नरमी और कीमतों में गिरावट से बड़े विक्रेताओं के मुनाफे में और तेजी आ सकती है, जो कोरोना पूर्व स्तर के मुकाबले 25-50 फीसदी ज्यादा रहने की उम्मीद है। 

खर्चों में कटौती पर जोर
इंडिया रेटिंग्स ने 2021-22 के लिए उद्योग के परिदृश्य में संशोधन किया है, लेकिन रेटिंग में कोई सुधार नहीं किया है। एजेंसी का कहना है कि महामारी के झटकों से उबर रहीं ज्यादातर कंपनियां खर्चों में कटौती पर जोर दे रही हैं।

इसलिए इन कंपनियों ने नए शोरूम लॉन्च को 2022-23 तक के लिए टाल दिया है। वे घाटे वाले शोरूम को बंद करने या मुनाफे वाले शोरूम में विलय पर विचार कर रही हैं। इसलिए रेटिंग में सुधार नहीं किया गया है। 

तीन वर्षों में 9,000 किलोग्राम डिजिटल सोने की बिक्री 
देश में पिछले तीन साल में 8,000 से 9,000 किलोग्राम डिजिटल गोल्ड की खरीद-बिक्री हुई है। इसमें अब तक 7-8 करोड़ लोग निवेश कर चुके हैं। इस कारोबार से जुड़े जानकारों का कहना है कि मध्य वर्ग परिवारों में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव और घर में रखने पर चोरी को लेकर हमेशा डर बना रहता है।

वहीं, डिजिटल गोल्ड की खरीद में ऐसी कोई समस्या नहीं हैं। उनका कहना है कि वर्तमान में जब तकनीक और निवेश के लिए नए रास्ते तलाशे जा रहे हैं तो इसमें डिजिटल गोल्ड की भी मजबूत जगह बनती जा रही है।

हालांकि, विदेश में इसका चलन पहले से है, लेकिन भारत में तीन वर्षों से इसमें वृद्धि देखी जा रही है। डिजिटल गोल्ड का मतलब है कि जब कोई व्यक्ति ऑनलाइन सोना खरीदता है तो सराफा कंपनियां उस कीमत का सोना अपने लॉकर में रख देती हैं। इसके बदले ग्राहक को एक रसीद मिलती है। जैसे-जैसे आप इसमें निवेश करते जाते हैं, आपके लॉकर में सोना बढ़ता जाता है। जरूरत पड़ने पर इसे ऑनलाइन बेच भी सकते हैं।

विज्ञापन
विज्ञापन
सबसे विश्वसनीय Hindi News वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें कारोबार समाचार और Union Budget से जुड़ी ब्रेकिंग अपडेट। कारोबार जगत की अन्य खबरें जैसे पर्सनल फाइनेंस, लाइव प्रॉपर्टी न्यूज़, लेटेस्ट बैंकिंग बीमा इन हिंदी, ऑनलाइन मार्केट न्यूज़, लेटेस्ट कॉरपोरेट समाचार और बाज़ार आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़
 
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें अमर उजाला हिंदी न्यूज़ APP अपने मोबाइल पर।
Amar Ujala Android Hindi News APP Amar Ujala iOS Hindi News APP
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed