धोखाधड़ी: सुनहरे भविष्य की आस लेकर पहुंचे थे मलेशिया, सजा काटकर लौटे 240 पंजाबी
- लाखों खर्च कर सुनहरे भविष्य के सपने लेकर गए थे मलेशिया, अवैध ढंग से रहने के आरोप में पकड़े गए
- काम करने के इच्छुक लोगों को टूरिस्ट वीजा पर भेजा, वीडियो भेजकर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल से लगाई थी गुहार

विस्तार
मलेशिया में अवैध ढंग से रहने के आरोप में वहां की अलग-अलग जेलों में सजा काटने के बाद 240 पंजाबी शनिवार दोपहर बाद एक विशेष विमान से वतन लौट आए। यह सभी ट्रैवल एजेंटों के धोखे का शिकार हुए हैं। सुनहरे भविष्य के लिए लाखों की राशि खर्च कर मलेशिया में काम करने गए इन नौजवानों को अवैध ढंग से रहने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था।

ट्रैवल एजेंटों ने इन पंजाबी युवकों को टूरिस्ट वीजा पर मलेशिया भेजा और विश्वास दिलाया कि उन्हें वहां पहुंचते ही नौकरी मिल जाएगी। जब इन लोगों का टूरिस्ट वीजा खत्म हुआ तो मलेशियन सरकार ने इनको अवैध ढंग से वहां रहने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इन पंजाबियों की वापसी से पहले ही कोरोना के कारण हवाई उड़ानें बंद हो गईं थीं। इन लोगों ने घर आने के लिए सोशल मीडिया में वीडियो डालकर गुहार लगाई थी। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के सामने यह मुद्दा उठाया था।
मलेशिया में अब भी 700 से अधिक पंजाबी जेलों में
अमृतसर निवासी राजवंत कौर ने बताया कि जेलों में सजा काट रहे पंजाबियों को कोई भी मेडिकल सुविधा नहीं दी जाती। उसका भाई वहां चर्म रोग का शिकार हो गया है। मलेशिया की जेलों में अब भी 700 से अधिक पंजाबी सजा काट रहे हैं। लुधियाना के भूपिंदर सिंह ने बताया कि ट्रैवल एजेंट ने धोखे से उसके बेटे को मलेशिया भेज दिया था।
वह दिसंबर में वहां पहुंचा लेकिन कुछ ही दिनों बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। अपने भाई जसविंदर को लेने एयरपोर्ट पहुंचे जगदीप ने बताया कि वह 11 महीने के बाद वतन लौट रहा है। जसविंदर मलेशिया में काम करने गया था। ट्रैवल एजेंट ने लाखों की राशि वसूली लेकिन मात्र एक महीने का वीजा मिला।
वीजा समाप्त होते ही वहां की पुलिस ने भाई को गिरफ्तार कर लिया। एक महिला संदीप ने बताया कि मलेशिया में फंसे अपने पति को वापस लाने के लिए उन्होंने हरसिमरत कौर बादल को एक पत्र लिखा था। मलेशिया से आने वाले उनके पति से कोई भी टिकट व अन्य किराया नहीं लिया गया है। लवप्रीत सिंह ने बताया कि उसका भाई फरवरी में मलेशिया गया था। वहां जाते ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह पांच महीने की सजा काट कर घर लौट रहा है। एक रिश्तेदार ने ही लाखों की राशि लेकर मलेशिया भेजने के नाम पर धोखा किया है।
अपने-अपने जिलों में होंगे क्वारंटीन: भाटिया
एसडीएम दीपक भाटिया ने बताया कि मलेशिया से लौटे 125 पंजाबियों की क्लीयरेंस हुई है। जब तक सभी को इमीग्रेशन क्लीयरेंस नहीं मिल जाती, तब तक कितने पंजाबी लौटे है, उसकी सही संख्या नहीं बताई जा सकती। उन्हें जानकारी दी गई है कि जहाज से 240 पंजाबी लौटे हैं। हवाई अड्डे में तैनात मेडिकल स्टाफ इनकी जांच कर रहा है। सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करवाया जा रहा है। कोरोना काल के दौरान शनिवार को हवाई अड्डे में लैंड करने वाली यह 60वीं उड़ान है। वापस लौटे पंजाबी जिस जिले से हैं, उन्हें वहां क्वारंटीन किया जाएगा।