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मीठे के शौकीनों के लिए चेतावनी: टॉफी-जलेबी खाई तो बढ़ सकती है आंतों की सूजन, पीजीआई रिसर्च में खुलासा
वीणा तिवारी, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Wed, 05 Nov 2025 01:02 PM IST
सार
शोध का नेतृत्व डॉ. नैन्सी साहनी (डाइटेटिक्स विभाग) और डॉ. विशाल शर्मा (गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग) ने किया। टीम में उर्वशी राणा, राधिका खोसला, उषा दत्ता और डॉ. राकेश कोच्छर शामिल रहे।
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Jalebi
- फोटो : instagram
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विस्तार
मीठे के शौकीनों के लिए यह खबर चेतावनी है। अब टॉफी, जलेबी या केक जैसे प्रोसेस्ड मिठाइयों का ज्यादा सेवन सिर्फ मोटापा ही नहीं बढ़ा रहा बल्कि आंतों की सूजन (अल्सरेटिव कोलाइटिस) जैसी गंभीर बीमारी का खतरा भी बढ़ा रहा है।
पीजीआई चंडीगढ़ के वैज्ञानिकों की ओर से किए गए एक ताजा अध्ययन में यह बड़ा खुलासा हुआ है। यह शोध इंडियन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में प्रकाशित हुआ है।
शोध का नेतृत्व डॉ. नैन्सी साहनी (डाइटेटिक्स विभाग) और डॉ. विशाल शर्मा (गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग) ने किया। टीम में उर्वशी राणा, राधिका खोसला, उषा दत्ता और डॉ. राकेश कोच्छर शामिल रहे। डॉ. नैन्सी के अनुसार अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स में मौजूद शुगर, फैट, साल्ट और एडिटिव्स शरीर में सूजन पैदा करने वाले तत्वों (प्रो इन्फ्लेमेटरी कंपाउंड) को बढ़ाते हैं। इससे आंतों का माइक्रोबायोम असंतुलित हो जाता है और रोग बार-बार लौट आता है।
वहीं, डॉ. विशाल शर्मा ने कहा कि यह भारत का पहला अध्ययन है जिसने वैज्ञानिक रूप से साबित किया है कि प्रोसेस्ड फूड्स का अत्यधिक सेवन आंतों की सूजन को बढ़ा सकता है। हमें अपने भोजन में सादगी और ताजगी की वापसी करनी होगी।
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पीजीआई चंडीगढ़ के वैज्ञानिकों की ओर से किए गए एक ताजा अध्ययन में यह बड़ा खुलासा हुआ है। यह शोध इंडियन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में प्रकाशित हुआ है।
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102 मरीजों पर किया अध्ययन
अध्ययन में सामने आया कि जो लोग रोजाना पैक्ड मिठाइयां, चॉकलेट, बिस्किट, या अन्य रेडी-टू-ईट फूड्स खाते हैं उनमें बीमारी के दोबारा सक्रिय होने का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है। उत्तर भारत के 102 मरीजों पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि 44% मरीजों में रोग फिर से उभर आया जबकि 56% नियंत्रण में रहे।शोध का नेतृत्व डॉ. नैन्सी साहनी (डाइटेटिक्स विभाग) और डॉ. विशाल शर्मा (गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग) ने किया। टीम में उर्वशी राणा, राधिका खोसला, उषा दत्ता और डॉ. राकेश कोच्छर शामिल रहे। डॉ. नैन्सी के अनुसार अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स में मौजूद शुगर, फैट, साल्ट और एडिटिव्स शरीर में सूजन पैदा करने वाले तत्वों (प्रो इन्फ्लेमेटरी कंपाउंड) को बढ़ाते हैं। इससे आंतों का माइक्रोबायोम असंतुलित हो जाता है और रोग बार-बार लौट आता है।
वहीं, डॉ. विशाल शर्मा ने कहा कि यह भारत का पहला अध्ययन है जिसने वैज्ञानिक रूप से साबित किया है कि प्रोसेस्ड फूड्स का अत्यधिक सेवन आंतों की सूजन को बढ़ा सकता है। हमें अपने भोजन में सादगी और ताजगी की वापसी करनी होगी।