बदलाव की बयार: अब हर बुधवार को होगी पंजाब कैबिनेट की बैठक, उपमुख्यमंत्री रंधावा का एलान
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब के लोगों की सेवा के लिए हमेशा उपलब्ध रहेगी। राज्य सरकार की लोक हितैषी नीतियों और योजनाओं को समाज के सभी वर्गों तक पहुंचाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।
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पंजाब में कप्तान बदलते ही नियम भी बदलने शुरू हो गए हैं। तीन दिन की चन्नी सरकार ने तय किया है कि अब हर बुधवार को कैबिनेट की बैठक होगी। उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पदभार संभालते हुए यह बड़ा एलान किया है। इस मौके पर सूबे के नए मुखिया चरणजीत सिंह चन्नी मौजूद रहे, हालांकि कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू नदारद रहे।
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पदभार संभालने के साथ ही रंधावा ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब के लोगों की सेवा के लिए हमेशा उपलब्ध रहेगी। राज्य सरकार की लोक हितैषी नीतियों और योजनाओं को समाज के सभी वर्गों तक पहुंचाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने उन पर विश्वास प्रकट करने के लिए पार्टी हाईकमान का धन्यवाद किया और इसके साथ ही राज्य के लोगों की सेवा करने और अपनी सभी जिम्मेदारियों को लगन और समर्पित भावना के साथ निभाने का भरोसा भी दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हमेशा किसानों के साथ खड़ी रहेगी जो राज्य की आर्थिकता की रीढ़ की हड्डी हैं।
इस मौके पर तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, मनप्रीत सिंह बादल, संगत सिंह गिलजियां, दर्शन सिंह बराड़, बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा, कुलबीर सिंह जीरा, प्रीतम सिंह कोटभाई, परमिंदर सिंह पिंकी, कुलदीप सिंह वैद, नवतेज सिंह चीमा, दविंदर सिंह घुबाया, मदन लाल जलालपुर, पिरमल सिंह और जगदेव सिंह कमालू (सभी विधायक) के अलावा उनके पारिवारिक सदस्यों में से उदयवीर सिंह रंधावा और बब्बी अबुल खुराना, भगवंत सिंह सच्चर और उनके समर्थक व शुभचिंतक शामिल हुए।
वहीं सूत्रों के अनुसार अब कैबिनेट विस्तार के लिए मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी दिल्ली रवाना हो गए हैं। कयास ये लगाए जा रहे हैं कि चन्नी की कैबिनेट में कई नए चेहरे शामिल होंगे। पंजाब प्रभारी हरीश रावत दिल्ली लौट गए हैं। पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू भी दिल्ली गए हैं।
सीएम घटा चुके हैं अपना सुरक्षा बेड़ा
पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का मानना है कि जितनी सुरक्षा व्यवस्था से उनका व अन्य नेताओं का काम चल सकता है, उतना ही सुरक्षा बेड़ा उनके पास रखा जाए। यह खुलासा सोमवार को उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने किया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें बिना वजह का सुरक्षा लाव-लश्कर लेकर नहीं चलना है। जितनी सुरक्षा से काम चल सकता है, उतने सुरक्षाकर्मी ही तैनात किए जाएंगे। रंधावा ने यह भी खुलासा किया कि मुख्यमंत्री ने सभी नेताओं और राज्य में अन्य लोगों को प्रदान की गई सुरक्षा की समीक्षा करने को भी कह दिया है। पंजाब भवन में प्रेसवार्ता के बाद सचिवालय में मुख्यमंत्री के साथ औपचारिक बैठक के लिए पहुंचे सुखजिंदर रंधावा ने बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी के नेतृत्व में पंजाब सरकार वीआईपी कल्चर को भी पूरी तरह खत्म करेगी।
सरकारी कर्मचारियों की नौ बजे दफ्तर में हाजिरी जरूरी
कार्मिक विभाग की ओर से राज्य से कभी विभाग प्रमुखों, डिवीजन कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और एसडीएम को जारी पत्र में कहा गया है कि राज्य के सभी अधिकारी व कर्मचारी सुबह नौ बजे अपने दफ्तरों में हाजिरी लगाएं और शाम को दफ्तर के समय तक हाजिर रहें। इसके साथ ही सभी प्रबंध सचिवों और विभाग प्रमुखों को भी निर्देश दिया गया है कि सप्ताह में कम से कम दो बार अपने अधीन कार्यरत कर्मचारियों व अधिकारियों की हाजिरी की औचक जांच करें। साथ ही, अपने अधीन संस्थानों में जारी कामकाज व रिकॉर्ड का भी निरीक्षण करें।