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जीवन धारा: टूटी हुई चीजें भी सुंदर होती हैं
तोबियास बेक
Published by: निर्मल कांत
Updated Mon, 22 Dec 2025 06:26 AM IST
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सार
जिन कठिनाइयों से होकर आप गुजरे हैं, वे आपकी जिंदगी को ‘बदसूरत’ या बुरा नहीं बनातीं, भले ही ऐसा आपको लगे। यह हम पर निर्भर है कि अपनी दरारों और खरोचों को फिर से सुनहरा बना लें।
सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : अमर उजाला प्रिंट
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विस्तार
मेरी मां ने मुझे धैर्य रखने और प्राचीन परंपराओं के बारे में सिखाया। उन दिनों मैं जापान के एक पारंपरिक पारिवारिक घर में रहता था। मैं उन कीमती चाय के कटोरों से काफी प्रभावित था, जो पतली पोर्सलीन से बने थे और हाथों से पेंट किए गए थे। यदि उनमें से कोई कटोरा टूट जाता था, तो उसे फेंका नहीं जाता था, बल्कि सोने का उपयोग करके फिर से जोड़ दिया जाता था। इससे खूबसूरत लाइनों वाला एक नया खजाना बन जाता था, यानी हर कटोरा अपने आप में विशिष्ट हो जाता था। ऐसा करके जापानी लोग टूटी हुई चीजों की खूबसूरती को भी उजागर करते हैं। उनका मानना है कि एक बार टूटने के बाद वह चीज और भी मूल्यवान हो जाती है। वे मानते हैं कि यदि किसी चीज ने कोई नुकसान झेला है और उसकी कोई कहानी है, तो इसका परिणाम और भी खूबसूरत है। ऐसा इन्सानों पर भी लागू होता है। जिन चीजों से होकर आप गुजरे हैं, वे आपकी जिंदगी को ‘बदसूरत’ नहीं बनातीं, भले ही आपको ऐसा लगे।
यह हम पर निर्भर है कि अपनी दरारों और खरोचों को फिर से सुनहरा बना लें। आपके परिवार और दोस्तों का साथ सोने का काम करता है, जो आपके कठिनतम समय में भी आपके साथ होते हैं। कटोरे के टुकड़े आपके पीड़ादायक अनुभव हैं, और कटोरा आपका जीवन है।
अपने सभी प्रयासों और दर्द की बदौलत आप अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं, अतीत से सीख सकते हैं, और एक बेहतर इन्सान बन सकते हैं। इससे भी बड़ी बात कि आप दूसरों के लिए भी मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं, उनके लिए एक प्रकाश स्तंभ बन सकते हैं, ताकि उन्हें इस तरह की तकलीफों से नहीं गुजरना पड़े। आपका अनुभव बेकार नहीं है। आपके संघर्षों के निशान गौरवशाली मेडल की तरह हैं। आप कह सकते हैं, ‘देखो, मैंने कहां-कहां से गुजरकर यह मुकाम पाया है। आज मैं जो कुछ भी हूं, वह इसी संघर्ष की बदौलत है, और मैं किसी भी चुनौती का सामना कर सकता हूं।’
किसी का भी जीवन एकदम परिपूर्ण नहीं रहा है, और न ही किसी का कभी होगा। यह हमारे ऊपर निर्भर है कि हम परेशान होते हैं या अपना ज्ञान दूसरों के साथ बांटते हैं। आपके साथ जो भी हुआ, उसे लेकर शार्मिंदा होने की आवश्यकता नहीं है। हर बात के पीछे कोई न कोई वजह होती है। मैं इस पर दृढ़ता से विश्वास करता हूं। जितना ज्यादा हम प्रतिरोध करते हैं, जितना ज्यादा हम शिकायत करते हैं, उतना ही अधिक हमारी राह अंधकारमय हो सकती है। इसके विपरीत, जिस क्षण हम इन चीजों को स्वीकार कर लेते हैं और अपने संघर्ष और दर्द में कोई उपयोगी चीज या उद्देश्य ढूंढ लेते हैं, तो वह पीड़ा दूर करने वाला हो सकता है। जब तक हम टूटने के महत्व को स्वीकार नहीं करते, हम कुछ भी करने में सक्षम नहीं होंगे। -अनबॉक्स यॉर लाइफ के अनूदित अंश
सूत्र: स्वीकार करें, आगे बढ़ें
टूटना अंत नहीं, रूपांतरण की शुरुआत है। जैसे दरारों में भरा सोना किसी पात्र को और अनमोल बना देता है, वैसे ही जीवन की चोटें हमें अनुभव संपन्न बनाती हैं। अपने दर्द से भागो मत, उससे सीखो। जो सहा है, वही तुम्हारी ताकत बनेगा। स्वीकार करो, आगे बढ़ो और अपने अनुभव को प्रकाश बनाकर दूसरों की राह आसान करो।
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यह हम पर निर्भर है कि अपनी दरारों और खरोचों को फिर से सुनहरा बना लें। आपके परिवार और दोस्तों का साथ सोने का काम करता है, जो आपके कठिनतम समय में भी आपके साथ होते हैं। कटोरे के टुकड़े आपके पीड़ादायक अनुभव हैं, और कटोरा आपका जीवन है।
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अपने सभी प्रयासों और दर्द की बदौलत आप अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं, अतीत से सीख सकते हैं, और एक बेहतर इन्सान बन सकते हैं। इससे भी बड़ी बात कि आप दूसरों के लिए भी मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं, उनके लिए एक प्रकाश स्तंभ बन सकते हैं, ताकि उन्हें इस तरह की तकलीफों से नहीं गुजरना पड़े। आपका अनुभव बेकार नहीं है। आपके संघर्षों के निशान गौरवशाली मेडल की तरह हैं। आप कह सकते हैं, ‘देखो, मैंने कहां-कहां से गुजरकर यह मुकाम पाया है। आज मैं जो कुछ भी हूं, वह इसी संघर्ष की बदौलत है, और मैं किसी भी चुनौती का सामना कर सकता हूं।’
किसी का भी जीवन एकदम परिपूर्ण नहीं रहा है, और न ही किसी का कभी होगा। यह हमारे ऊपर निर्भर है कि हम परेशान होते हैं या अपना ज्ञान दूसरों के साथ बांटते हैं। आपके साथ जो भी हुआ, उसे लेकर शार्मिंदा होने की आवश्यकता नहीं है। हर बात के पीछे कोई न कोई वजह होती है। मैं इस पर दृढ़ता से विश्वास करता हूं। जितना ज्यादा हम प्रतिरोध करते हैं, जितना ज्यादा हम शिकायत करते हैं, उतना ही अधिक हमारी राह अंधकारमय हो सकती है। इसके विपरीत, जिस क्षण हम इन चीजों को स्वीकार कर लेते हैं और अपने संघर्ष और दर्द में कोई उपयोगी चीज या उद्देश्य ढूंढ लेते हैं, तो वह पीड़ा दूर करने वाला हो सकता है। जब तक हम टूटने के महत्व को स्वीकार नहीं करते, हम कुछ भी करने में सक्षम नहीं होंगे। -अनबॉक्स यॉर लाइफ के अनूदित अंश
सूत्र: स्वीकार करें, आगे बढ़ें
टूटना अंत नहीं, रूपांतरण की शुरुआत है। जैसे दरारों में भरा सोना किसी पात्र को और अनमोल बना देता है, वैसे ही जीवन की चोटें हमें अनुभव संपन्न बनाती हैं। अपने दर्द से भागो मत, उससे सीखो। जो सहा है, वही तुम्हारी ताकत बनेगा। स्वीकार करो, आगे बढ़ो और अपने अनुभव को प्रकाश बनाकर दूसरों की राह आसान करो।