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मराठी अस्मिता और सियासत: खोया जनाधार पाने की जद्दोजहद में ठाकरे... स्वार्थ के लिए भाषा को हथियार बनाना खतरनाक

अमर उजाला, नई दिल्ली। Published by: ज्योति भास्कर Updated Mon, 07 Jul 2025 02:37 PM IST
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सार
ठाकरे बंधुओं का हिंदी थोपने के नाम पर मराठी अस्मिता का राग अलापना और इसके लिए गुंडागर्दी तक को जायज ठहराना, अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन को फिर से पाने की कोशिश ही अधिक प्रतीत होती है। सभी भाषाओं का अपना सौंदर्य है। स्वार्थ के लिए भाषा को हथियार बनाना खतरनाक है।
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