Video: 'लोग कैच लेकर हंसते हैं, आप पहले ही मुस्कुराने लगीं?' PM मोदी के इस सवाल पर शेफाली ने दिया मजेदार जवाब
एक वीडियो दिखाया गया, जिसमें शेफाली के फाइनल में बेहतरीन प्रदर्शन की झलक थी। इस वीडियो के बाद पीएम मोदी ने कहा, 'शेफाली जब मैंने ये देखा था, तो मेरे मन में एक सवाल आया था। कोई कैच करने के बाद हंसे तो समझ आता है, आप कैच होने से पहले हंस रही थीं। इसका क्या कारण था? इस पर शेफाली ने मजेदार जवाब दिया।
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एक वीडियो दिखाया गया, जिसमें शेफाली के फाइनल में बेहतरीन प्रदर्शन की झलक थी। इस वीडियो के बाद पीएम मोदी ने कहा, 'शेफाली जब मैंने ये देखा था, तो मेरे मन में एक सवाल आया था। कोई कैच करने के बाद हंसे तो समझ आता है, आप कैच होने से पहले हंस रही थीं। इसका क्या कारण था? इस पर शेफाली ने कहा, 'सर मैं मन मन में बोल रही थी कि आजा कैच आजा मेरे पास आजा। तो बस मुझे हंसी आ गई कि कैच आ गई हाथ में मेरे।' इस पर पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे ऐसा लगा कि तुम्हें विश्वास था कि कैच कहीं और जा ही नहीं सकता।' फिर शेफाली ने कहा, 'कहीं और जाता तो मैं वहां भी कूद जाती।' इस बातचीत पर सभी खिलाड़ियों को हंसी आ गई।
पीएम मोदी ने कहा, 'शेफाली आप तो रोहतक से हैं। वहां तो सब पहलवान पैदा होते हैं। आप कहां से इस दुनिया में चली गईं?' इस पर शेफाली ने कहा, 'हां सर वहां से पहलवान और कबड्डी खिलाड़ी निकलती हैं। इसमें मेरे पापा का बहुत बड़ा किरदार रहा।' इस पर पीएम ने पूछा, 'पहले कभी अखाड़े वाला खेल नहीं खेला?' इस पर शेफाली ने कहा, 'नहीं सर। पापा को क्रिकेटर बनना था। वह क्रिकेटर नहीं बन पाए तो पापा ने अपनी छवि अपने बच्चों में दी। मेरा भाई और मैं खेलते थे। हम मैच देखते रहते थे तो बहुत ज्यादा इंटरेस्ट जग गया था क्रिकेट का। इसलिए मैं क्रिकेटर बन गई।
Every Indian feels immense pride in Team India’s World Cup victory. It was a delight interacting with the women’s cricket team. Do watch! https://t.co/PkkfKFBNbb
— Narendra Modi (@narendramodi) November 6, 2025
कभी भारतीय महिला क्रिकेट की सबसे चमकदार स्टार कही जाने वाली शेफाली वर्मा को एक वक्त ऐसा भी देखना पड़ा जब वे वनडे टीम से बाहर हो गईं। करीब एक साल से ज्यादा वक्त तक वे भारत की वनडे टीम का हिस्सा नहीं थीं। न चयनकर्ताओं की चर्चा में नाम था, न ही वर्ल्ड कप 2025 की संभावित टीम में उनका जिक्र। लेकिन क्रिकेट की खूबसूरती ही यही है। यहां कहानी पलटने में सिर्फ एक मौका काफी होता है। फाइनल में शेफाली ने 78 गेंद पर सात चौके और दो छक्कों की मदद से 87 रन की दमदार पारी खेली। इतना ही नहीं उन्होंने दो महत्वपूर्ण विकेट भी लिए। शेफाली ने अनुभवी मारिजाने कैप और सुने लूस को पवेलियन भेजा। शेफाली को प्लेयर ऑफ द फाइनल चुना गया और वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बनीं।
भारतीय ओपनर प्रतिका रावल के चोटिल होने के बाद टीम मैनेजमेंट ने अचानक शेफाली को सेमीफाइनल में मौका दिया। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में वह कुछ खास नहीं सकीं, लेकिन उनके शॉट्स में आत्मविश्वास दिखा। हालांकि, फाइनल में शेफाली ने दिखा दिया कि वो अब भी टीम की ‘एक्स फैक्टर’ खिलाड़ी हैं। फाइनल में भी उन्होंने अपना पुराना जलवा दिखाते हुए दमदार अर्धशतक जड़ा।
SHAFALI VARMA !!!!!!! WHAT HAVE YOU DONE, FIRST LUUS AND NOW KAPP!!!!
— Dr Khushboo 🇮🇳 (@khushbookadri) November 2, 2025
Take A Bow YOUNG GUN SHAFALI 🔥 pic.twitter.com/yV4ywUfDBj
शेफाली जब रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में आईं तो उनका बयान भी प्रेरित करने वाला था। उन्होंने कहा था, 'एक खिलाड़ी होने के नाते प्रतिका के साथ जो हुआ, वह अच्छी बात नहीं थी। कोई नहीं चाहता कि किसी खिलाड़ी को ऐसी चोट लगे। ईश्वर ने लेकिन मुझे कुछ अच्छा करने के लिए भेजा है।' उन्होंने कहा, 'मैं घरेलू क्रिकेट खेल रही थी और मैं बहुत अच्छी लय में थी। यह इस बात पर निर्भर करता है कि मैं मानसिक रूप से खुद को कैसे एकाग्र रखते हुए अपना आत्मविश्वास बढ़ती हूं।' वाकई शेफाली को भगवान ने कुछ अच्छा करने के लिए भेजा था।