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Ranji Trophy: मणिपुर का बल्लेबाजको अनोखे नियम पर आउट, अश्विन बोल- ऐसा तो सिर्फ गली क्रिकेट में होता है!
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Wed, 19 Nov 2025 02:58 PM IST
सार
मैच में मेघालय के लेफ्ट-आर्म स्पिनर आर्यन बोरा की गेंद को अजय सिंह ने रक्षात्मक अंदाज में खेला। लेकिन गेंद बैट पर लगकर दोबारा स्टंप्स की ओर लुढ़कने लगी। स्टंप्स बचाने के लिए उन्होंने अपने बैट से गेंद को दूसरी बार रोक दिया।
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अश्विन
- फोटो : CSK
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विस्तार
रणजी ट्रॉफी में मंगलवार को एक ऐसा दुर्लभ और हैरान कर देने वाला आउट देखने को मिला, जिसने क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों को चौंका दिया। मणिपुर के बल्लेबाज लामाबम अजय सिंह को हिट द बॉल ट्वाइस यानी गेंद दो बार मारने के नियम के तहत आउट दिया गया, एक ऐसा फैसला जो घरेलू क्रिकेट में शायद ही कभी देखने को मिलता है।
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कैसे हुआ विवादित आउट?
मैच में मेघालय के लेफ्ट-आर्म स्पिनर आर्यन बोरा की गेंद को अजय सिंह ने रक्षात्मक अंदाज में खेला। लेकिन गेंद बैट पर लगकर दोबारा स्टंप्स की ओर लुढ़कने लगी। स्टंप्स बचाने के लिए उन्होंने अपने बैट से गेंद को दूसरी बार रोक दिया। मैच अधिकारियों के अनुसार, 'वह पैड से गेंद को रोक सकते थे, लेकिन उन्होंने बैट का इस्तेमाल किया, इसलिए उन्हें तुरंत हिट द बॉल ट्वाइस आउट दे दिया गया।' मेघालय की अपील के बाद अजय बिना विरोध किए पवेलियन लौट गए। एक अधिकारी ने कहा, 'जैसे ही मेघालय ने अपील की, बल्लेबाज खुद ही चलता बना।'
मैच में मेघालय के लेफ्ट-आर्म स्पिनर आर्यन बोरा की गेंद को अजय सिंह ने रक्षात्मक अंदाज में खेला। लेकिन गेंद बैट पर लगकर दोबारा स्टंप्स की ओर लुढ़कने लगी। स्टंप्स बचाने के लिए उन्होंने अपने बैट से गेंद को दूसरी बार रोक दिया। मैच अधिकारियों के अनुसार, 'वह पैड से गेंद को रोक सकते थे, लेकिन उन्होंने बैट का इस्तेमाल किया, इसलिए उन्हें तुरंत हिट द बॉल ट्वाइस आउट दे दिया गया।' मेघालय की अपील के बाद अजय बिना विरोध किए पवेलियन लौट गए। एक अधिकारी ने कहा, 'जैसे ही मेघालय ने अपील की, बल्लेबाज खुद ही चलता बना।'
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अश्विन ने भी सुनाया अपना गली क्रिकेट किस्सा
इस घटना पर भारत के दिग्गज स्पिनर आर अश्विन ने मजेदार प्रतिक्रिया दी और बताया कि वह भी इसी नियम पर कभी आउट हो चुके हैं, लेकिन गली क्रिकेट में। अश्विन ने लिखा, 'मैं गली क्रिकेट में इसी दुर्लभ अपराध के लिए आउट हो गया। पहला शॉट डिफेंड, दूसरा घबराकर स्टंप बचाने के लिए बल्ले से मारा और फिर पूरी गली ने जोर से चिल्लाया आउट।'
अश्विन ने यह भी स्पष्ट किया कि यह आउट नियम की गलत व्याख्या थी। उन्होंने कहा, 'रणजी में लामाबम सिंह को हिट द बॉल ट्वाइस दिया गया। लेकिन कानून कहता है कि यदि बल्लेबाज स्टंप बचाने के लिए गेंद दूसरी बार मारता है, तो वह आउट नहीं है।'
इस घटना पर भारत के दिग्गज स्पिनर आर अश्विन ने मजेदार प्रतिक्रिया दी और बताया कि वह भी इसी नियम पर कभी आउट हो चुके हैं, लेकिन गली क्रिकेट में। अश्विन ने लिखा, 'मैं गली क्रिकेट में इसी दुर्लभ अपराध के लिए आउट हो गया। पहला शॉट डिफेंड, दूसरा घबराकर स्टंप बचाने के लिए बल्ले से मारा और फिर पूरी गली ने जोर से चिल्लाया आउट।'
अश्विन ने यह भी स्पष्ट किया कि यह आउट नियम की गलत व्याख्या थी। उन्होंने कहा, 'रणजी में लामाबम सिंह को हिट द बॉल ट्वाइस दिया गया। लेकिन कानून कहता है कि यदि बल्लेबाज स्टंप बचाने के लिए गेंद दूसरी बार मारता है, तो वह आउट नहीं है।'
क्या कहता है क्रिकेट का नियम?
एमसीसी के नियम 34 के अनुसार बल्लेबाज तभी आउट होता है जब वह गेंद को जानबूझकर दूसरी बार मारता है और यह मारना स्टंप बचाने के अलावा किसी अन्य उद्देश्य के लिए हो। अगर दूसरी बार मारने का मकसद सिर्फ विकेट बचाना है, तो बल्लेबाज नॉट आउट माना जाता है। ऐसे में फैसला गलत था या सही, इसपर बहस जारी है, क्योंकि मणिपुर टीम ने अपील नहीं की।
एमसीसी के नियम 34 के अनुसार बल्लेबाज तभी आउट होता है जब वह गेंद को जानबूझकर दूसरी बार मारता है और यह मारना स्टंप बचाने के अलावा किसी अन्य उद्देश्य के लिए हो। अगर दूसरी बार मारने का मकसद सिर्फ विकेट बचाना है, तो बल्लेबाज नॉट आउट माना जाता है। ऐसे में फैसला गलत था या सही, इसपर बहस जारी है, क्योंकि मणिपुर टीम ने अपील नहीं की।