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UP: 'कभी न पहना बुर्का... बच्चों को भी भूली', विदेश में ये काम करने की थी चाहत; शाहीन पर पूर्व पति ने खोला राज
अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
Published by: शाहरुख खान
Updated Thu, 13 Nov 2025 04:36 PM IST
सार
शाहीन के पूर्व पति ने दावा किया है कि शाहीन धार्मिक बंदिशों के खिलाफ थी। कानपुर के नेत्र विशेषज्ञ ने बताया कि शाहीन बेहतर जिंदगी की चाहत में विदेश में बसना चाहती थी। अपने दोनों बच्चों को भी भूल गई।
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Delhi Blast
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े संगठन जमात-उल-मोमिनात की भारत प्रमुख डॉ. शाहीन सईद का परिवार मान नहीं पा रहा कि वह आतंकी गतिविधियों में शामिल हो सकती है। शाहीन के पूर्व पति ने दावा किया कि वह धार्मिक बंदिशों के सख्त खिलाफ थी और उसने कभी बुर्का नहीं पहना। उन्होंने कहा, वह बेहतर जिंदगी की चाहत में विदेश में बसना चाहती थी।
कानपुर में शाहीन के पूर्व पति व नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. जफर हयात ने बताया, मुझे मंगलवार शाम ही इस मामले में उसकी संलिप्तता के बारे में पता चला। मेरी और शाहीन की शादी नवंबर, 2003 में हुई थी। हम दोनों ने अलग-अलग मेडिकल की पढ़ाई की थी। मैं उससे सीनियर था।
हमारा तलाक 2012 के अंत में हुआ। हमारे बीच कभी झगड़ा नहीं हुआ। वह प्यार करने वाली और ख्याल रखने वाली इंसान थी। हयात ने बताया, तलाक के बाद से हमारे बीच कोई संपर्क नहीं है। मुझे जरा भी अंदाजा नहीं था कि वह ऐसी गतिविधियों में शामिल हो सकती है।
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कानपुर में शाहीन के पूर्व पति व नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. जफर हयात ने बताया, मुझे मंगलवार शाम ही इस मामले में उसकी संलिप्तता के बारे में पता चला। मेरी और शाहीन की शादी नवंबर, 2003 में हुई थी। हम दोनों ने अलग-अलग मेडिकल की पढ़ाई की थी। मैं उससे सीनियर था।
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हमारा तलाक 2012 के अंत में हुआ। हमारे बीच कभी झगड़ा नहीं हुआ। वह प्यार करने वाली और ख्याल रखने वाली इंसान थी। हयात ने बताया, तलाक के बाद से हमारे बीच कोई संपर्क नहीं है। मुझे जरा भी अंदाजा नहीं था कि वह ऐसी गतिविधियों में शामिल हो सकती है।
भाई ने कहा, शाहीन से चार साल से संपर्क नहीं
शाहीन के भाई मोहम्मद शोएब ने कहा कि पुलिस और आतंकवाद निरोधी दस्ते के अधिकारी घर आए और तलाशी ली। साथ ही सामान्य ढंग से सवाल पूछे। उन्होंने न तो मेरे पिता और न ही मेरे साथ कोई सख्ती की। उन्होंने सिर्फ यह पूछा कि मेरी बहन ने हमसे कब मिलना बंद कर दिया था।
शाहीन के भाई मोहम्मद शोएब ने कहा कि पुलिस और आतंकवाद निरोधी दस्ते के अधिकारी घर आए और तलाशी ली। साथ ही सामान्य ढंग से सवाल पूछे। उन्होंने न तो मेरे पिता और न ही मेरे साथ कोई सख्ती की। उन्होंने सिर्फ यह पूछा कि मेरी बहन ने हमसे कब मिलना बंद कर दिया था।
शोएब ने कहा, शाहीन से हमारा कोई संपर्क नहीं है। हमारी आखिरी बार बात हुए चार साल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता कभी-कभी उससे बात करते थे। स्वाभाविक रूप से वे अपने बच्चों को फोन कर पूछेंगे कि वे कैसे हैं। मैं बड़ा भाई हूं, जाहिर है, मुझे भी उसकी चिंता होगी।
रसायन विज्ञान में शुरू से तेज थी
दिल्ली में बम धमाके के मामले में गिरफ्तार हुईं संदिग्ध डॉ.शाहीन सईद को बचपन से पढ़ने का शौक था। इंटरमीडिएट में रसायन विज्ञान उसे 100 में 75 अंक मिले थे। लखनऊ के लाल बाग गर्ल्स इंटर कॉलेज से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने वालीं डॉ.शाहीन हमेशा से होनहार रहीं। सीपीएमटी की परीक्षा में उसकी यूपी रैंक 250 थी। डॉ. शाहीन को सबसे पहले मेरठ मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिला। हालांकि, प्रयागराज के मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में उसने प्रवेश लिया।
दिल्ली में बम धमाके के मामले में गिरफ्तार हुईं संदिग्ध डॉ.शाहीन सईद को बचपन से पढ़ने का शौक था। इंटरमीडिएट में रसायन विज्ञान उसे 100 में 75 अंक मिले थे। लखनऊ के लाल बाग गर्ल्स इंटर कॉलेज से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने वालीं डॉ.शाहीन हमेशा से होनहार रहीं। सीपीएमटी की परीक्षा में उसकी यूपी रैंक 250 थी। डॉ. शाहीन को सबसे पहले मेरठ मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिला। हालांकि, प्रयागराज के मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में उसने प्रवेश लिया।
मेडिकल कॉलेज में खंगाला रिकॉर्ड
खुफिया एजेंसी डॉ. शाहीन का रिकॉर्ड खंगालने बुधवार को मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज पहुंची। दो घंटे चली जांच में पढ़ाई से संबंधित दस्तावेज खंगाले गए। शिक्षकों के बयान लेने के साथ छात्रावास के रजिस्टर तक की जानकारी मांगी गई।
खुफिया एजेंसी डॉ. शाहीन का रिकॉर्ड खंगालने बुधवार को मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज पहुंची। दो घंटे चली जांच में पढ़ाई से संबंधित दस्तावेज खंगाले गए। शिक्षकों के बयान लेने के साथ छात्रावास के रजिस्टर तक की जानकारी मांगी गई।
पता लगाया गया कि पढ़ाई के दौरान शाहीन का किन लोगों से संपर्क था। खुफिया एजेंसी को खास जानकारी नहीं मिल सकी। कॉलेज प्रशासन की ओर से मुहैया कराए दस्तावेज में शाहीन के घर के पते की जानकारी भी ली गई।