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गुलमोहर रेजिडेंसी : बच्चों के खेलने पर नहीं है रोक
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इंदिरापुरम स्थित गुलमोहर रेजिडेंसी अपार्टमेंट में बैठक करते पदाधिकारी। संवाद
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इंदिरापुरम। अहिंसा खंड स्थित गुलमोहर रेजिडेंसी अपार्टमेंट में एओए के पदाधिकारियों ने निवासियों के साथ बैठक की। इस दौरान बच्चों के खेल पर प्रतिबंध की फैली गलत अफवाहों को लेकर आधिकारिक वक्तव्य जारी कर स्पष्ट किया गया कि बच्चों के खेलने पर किसी प्रकार का प्रतिबंध कभी नहीं लगाया गया।
कार्यक्रम में बताया गया कि 17 नवंबर को पार्क में बच्चों के फुटबॉल खेलने के दौरान पास में बैठी एक बुजुर्ग महिला की आंख पर चोट लग गई। इसके बाद एओए ने कुछ दिनों के लिए केवल उच्च-प्रभाव खेल को अस्थायी रूप से रोका था, जिससे किसी भी दुर्घटना या सुरक्षा जोखिम को टाला जा सके।
एओए के पदाधिकारियों ने बताया कि यह कदम पूरी तरह से अल्पकालिक सुरक्षा व्यवस्था थी और इसका उद्देश्य बच्चों के सामान्य खेल को रोकना नहीं था। वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और सभी निवासियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह सावधानीपूर्वक निर्णय लिया गया था।
उन्होंने बैठक में सभी लोगों की सलाह पर फिर से बच्चों के लिए उच्च-प्रभाव वाले खेलों के खेलने की अनुमित दे दी गई है लेकिन तीन नियम बनाएं हैं। पहला पार्क में नेट लगाया जाएगा, जिससे पास में घूमने वाले लोगों को भी परेशानी न हो। दूसरा अगर किसी बच्चे के खेलने की वजह से कोई चोटिल होता है तो उसका वह बच्चा और अभिवावक स्वयं जिम्मेदार होंगे।
एओए के पदाधिकारियों को इस मामले में शिकायत नहीं की जाएगी। तीसरा, खेल के दौरान जिस बच्चे के बॉल व अन्य खेल सामग्री से यदि किसी को चोट लगती है तो उसके उपचार का खर्च बच्चे के अभिभावक वहन करेंगे। बैठक के बाद एओए ने इस संबंध में गाइड लाइन भी जारी की है।
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कार्यक्रम में बताया गया कि 17 नवंबर को पार्क में बच्चों के फुटबॉल खेलने के दौरान पास में बैठी एक बुजुर्ग महिला की आंख पर चोट लग गई। इसके बाद एओए ने कुछ दिनों के लिए केवल उच्च-प्रभाव खेल को अस्थायी रूप से रोका था, जिससे किसी भी दुर्घटना या सुरक्षा जोखिम को टाला जा सके।
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एओए के पदाधिकारियों ने बताया कि यह कदम पूरी तरह से अल्पकालिक सुरक्षा व्यवस्था थी और इसका उद्देश्य बच्चों के सामान्य खेल को रोकना नहीं था। वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और सभी निवासियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह सावधानीपूर्वक निर्णय लिया गया था।
उन्होंने बैठक में सभी लोगों की सलाह पर फिर से बच्चों के लिए उच्च-प्रभाव वाले खेलों के खेलने की अनुमित दे दी गई है लेकिन तीन नियम बनाएं हैं। पहला पार्क में नेट लगाया जाएगा, जिससे पास में घूमने वाले लोगों को भी परेशानी न हो। दूसरा अगर किसी बच्चे के खेलने की वजह से कोई चोटिल होता है तो उसका वह बच्चा और अभिवावक स्वयं जिम्मेदार होंगे।
एओए के पदाधिकारियों को इस मामले में शिकायत नहीं की जाएगी। तीसरा, खेल के दौरान जिस बच्चे के बॉल व अन्य खेल सामग्री से यदि किसी को चोट लगती है तो उसके उपचार का खर्च बच्चे के अभिभावक वहन करेंगे। बैठक के बाद एओए ने इस संबंध में गाइड लाइन भी जारी की है।