गोवा नाइट क्लब हादसा: अग्निकांड में पांचवीं गिरफ्तारी, दिल्ली से पुलिस ने एक कर्मचारी को पकड़ा
गोवा के अर्पोरा नाइट क्लब में बीते शनिवार लगी आग से 25 लोगों की मौत के मामले में पुलिस की जांच जारी है। जांच टीम ने दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके से पांचवीं गिरफ्तारी की है। आरोपी कर्मचारी का नाम भरत कोहली बताया जा रहा है।
विस्तार
गोवा के एक नाइट क्लब में भीषण आग लगने की घटना के मामले में दिल्ली से एक गिरफ्तारी हुई है। इस अग्निकांड में 25 लोगों की जान चली गई थी। राज्य पुलिस ने दिल्ली से नाइट क्लब के एक कर्मचारी को हिरासत में लिया है। यह गिरफ्तारी मामले की जांच में एक नया मोड़ ला सकती है।
सूत्रों के अनुसार, हिरासत में लिए गए व्यक्ति की पहचान भरत कोहली के रूप में हुई है, जो दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके का निवासी है। कोहली पर नाइटक्लब के दैनिक संचालन की देखरेख की जिम्मेदारी थी। उसकी संलिप्तता नाइटक्लब के एक प्रबंधक से पूछताछ के दौरान सामने आई, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की। कोहली को आगे की पूछताछ के लिए गोवा ले जाया जाएगा।
यह आग शनिवार रात को उत्तरी गोवा के अरापोरा में स्थित 'बिर्च बाय रोमियो लेन' नामक नाइटक्लब में लगी थी। दुखद बात यह है कि आग की चपेट में आने वालों में अधिकांश नाइटक्लब के कर्मचारी ही थे। इस घटना ने गोवा के पर्यटन उद्योग और सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अब तक की गिरफ्तारियां
इस मामले में गोवा पुलिस पहले ही कई गिरफ्तारियां कर चुकी है। गिरफ्तार किए गए लोगों में क्लब के मुख्य महाप्रबंधक राजीव मोदक, महाप्रबंधक विवेक सिंह, बार प्रबंधक राजीव सिंघानिया और गेट प्रबंधक रियांशु ठाकुर शामिल हैं। अब कोहली की गिरफ्तारी हो चुकी है।
चार आरोपियों को छह दिन की पुलिस हिरासत
उत्तर गोवा के अर्पोरा स्थित नाइटक्लब 'बर्च बाय रोमियो लेन' में शनिवार देर रात आग लग गई थी, जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकतर क्लब के कर्मचारी थे। अंजुना पुलिस ने क्लब के मुख्य महाप्रबंधक राजीव मोदक (49 वर्षीय, निवासी आर.के. पुरम, नई दिल्ली), महाप्रबंधक विवेक सिंह (27 वर्षीय, निवासी जौनपुर, उत्तर प्रदेश), बार प्रबंधक राजीव सिंघानिया (32 वर्षीय, निवासी गोरखपुर, उत्तर प्रदेश) और गेट प्रबंधक प्रियांशु ठाकुर (32 वर्षीय, निवासी मालवीय नगर, नई दिल्ली) को गिरफ्तार किया है। चारों को अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें छह दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया।
दो अन्य क्लब और ढाबा पर भी कार्रवाई
उत्तर गोवा जिला प्रशासन ने वैगेटर और असागाओ में स्थित रोमियो लेन चेन के दो अन्य क्लब और एक तटीय ढाबा भी बंद कर दिया। अधिकारियों ने कहा कि इन दोनों संपत्तियों पर भी कार्रवाई की गई क्योंकि ये विवादों में शामिल थीं।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, क्लब ने अग्नि सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया था। आग से अधिकांश मौतें धुंएं में दम घुटने के कारण हुईं, क्योंकि लोग ग्राउंड फ्लोर और रसोई में फंस गए थे। संकरी गलियों के कारण दमकल वाहनों की पहुंच मुश्किल हुई और पानी के टैंकरों को 400 मीटर दूर पार्क करना पड़ा। छोटे दरवाजे और संकरे पुल के कारण लोगों के लिए भागना मुश्किल था।
मुख्यमंत्री सावंत ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि शनिवार रात पौने ग्यारह बजे क्लब के अंदर अतिशबाजी की गई, जिससे आग लग गई। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव वी. कंदवेलू और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आलोक कुमार को निर्देश दिए कि उन सरकारी अधिकारियों की पहचान करें और उनके खिलाफ कार्रवाई करें, जिन्होंने नियमों का उल्लंघन होने के बावजूद क्लब को संचालन की अनुमति दी।