{"_id":"69445c4ce68df700010eedc7","slug":"bounty-carrying-member-of-international-opium-smuggling-gang-arrested-in-us-gurgaon-news-c-24-1-gur1002-74795-2025-12-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"Gurugram News: अमेरिका में अफीम की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का इनामी सदस्य गिरफ्तार","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Gurugram News: अमेरिका में अफीम की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का इनामी सदस्य गिरफ्तार
विज्ञापन
विज्ञापन
-तीन दिन के रिमांड पर लेकर की जा रही पूछताछ- एक साल में करीब 66 लाख रुपये का आरोपी के खाते से हुआ लेन-देन
अमर उजाला ब्यूरो
गुरुग्राम। अपराध शाखा सेक्टर-40 की पुलिस ने पार्सल के माध्यम से अमेरिका में अफीम की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह के पांच हजार रुपये इनामी सदस्य को पंजाब के तरण तारण से 16 दिसंबर को गिरफ्तार किया है। आरोपी को अदालत में पेश करके तीन दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह मादक पदार्थों को पाकिस्तान से मंगवाकर अमेरिका में पार्सल के माध्यम से सप्लाई करता था। आरोपी की पहचान तरण तारण (पंजाब) के कोट दाता गांव निवासी लखबीर सिंह (23) के रूप में हुई है। वह आठवीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है। पंजाब पुलिस के एंटी नारकोटिक्स विभाग और आईबी से लखबीर सिंह की जानकारी साझा की। नशा तस्करी के मामले में नामजद आरोपी लखबीर सिंह मई 2023 के बाद से फरार चल रहा था। फरवरी 2025 में अदालत ने उसे भगोड़ा अपराधी घोषित किया था। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ने आरोपी लखबीर सिंह की गिरफ्तारी पर पांच हजार रुपये इनाम घोषित किया हुआ था। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी के बैंक खाते में एक साल के दौरान करीब 66 लाख रुपयों का संदिग्ध लेन-देन किया गया है।
वर्ष 2022 से जुड़ा था गिरोह से
लखबीर सिंह से पूछताछ में पता चला कि वह वर्ष 2022 से अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्कर गिरोह से जुड़ा हुआ है। गिरोह के सदस्य पाकिस्तान से अवैध मादक पदार्थ भारत में मंगवाते थे। पाकिस्तान आरोपी के गांव से मात्र चार किलोमीटर दूर है। लखबीर सिंह द्वारा खाद्य सामग्री के बॉक्स (च्यवनप्राश, लड्डू, खाने का सामान) के बीच में मादक पदार्थ पैक करके विदेश (यूएसए) में डंकी रूट से गए लोगों के फर्जी पते पर पार्सल के माध्यम से भेजे जाते थे।
पार्सल भेजने पर मिलते थे दो से पांच लाख रुपये
लखबीर सिंह ने पुलिस को बताया कि प्रत्येक पार्सल भेजने के बदले उसे दो से पांच लाख रुपये मिलते थे। मामले में बरामद किए गए मादक पदार्थ की अनुमानित कीमत 4.5 लाख रुपये है। अमेरिका में इस मादक पदार्थ को करीब पांच गुणा कीमत (करीब 25 लाख रुपये) में बेचा जाना था। पंजाब से पार्सल डीटीडीसी कंपनी के माध्यम से भेजे जाते थे, जोकि आगे डीएचएल एक्सप्रेस के माध्यम से विदेश पहुंचते थे।
मई 2023 में पकड़ा गया था पार्सल
25 मई 2023 को गुरुग्राम के उद्योग विहार स्थित डीएचएल एक्सप्रेस कंपनी में विदेश भेजे जाने वाले पार्सल में एक्स-रे मशीन से जांच के दौरान संदिग्ध वस्तु होने का शक हुआ। कंपनी ने हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड को सूचना दी। जांच के दौरान टीम ने जब संदिग्ध डिब्बा खोला तो उसमें कुछ जोड़ी कपड़े, च्यवनप्राश के दो डिब्बे (प्रत्येक एक किलोग्राम) मिले। च्यवनप्राश के दोनों डिब्बों को काटा गया ताे उनके अंदर प्लास्टिक पन्नी में छुपाकर रखी गई 842 ग्राम अफीम (422 ग्राम व 420 ग्राम) मिली। जब पार्सल के दस्तावेज की जांच करने पर पार्सल भेजने वाले नाम लखबीर सिंह मिला। इस मामले में उद्योग विहार थाने में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
वर्जन
आरोपी लखबीर सिंह से रिमांड के दौरान गिरोह के अन्य सदस्यों, इसके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क, पाकिस्तान व विदेश में जुड़े संपर्कों और वित्तीय लेन-देन से संबंधित जानकारियां हासिल की जा रही है। पूछताछ में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
Trending Videos
अमर उजाला ब्यूरो
गुरुग्राम। अपराध शाखा सेक्टर-40 की पुलिस ने पार्सल के माध्यम से अमेरिका में अफीम की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह के पांच हजार रुपये इनामी सदस्य को पंजाब के तरण तारण से 16 दिसंबर को गिरफ्तार किया है। आरोपी को अदालत में पेश करके तीन दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह मादक पदार्थों को पाकिस्तान से मंगवाकर अमेरिका में पार्सल के माध्यम से सप्लाई करता था। आरोपी की पहचान तरण तारण (पंजाब) के कोट दाता गांव निवासी लखबीर सिंह (23) के रूप में हुई है। वह आठवीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है। पंजाब पुलिस के एंटी नारकोटिक्स विभाग और आईबी से लखबीर सिंह की जानकारी साझा की। नशा तस्करी के मामले में नामजद आरोपी लखबीर सिंह मई 2023 के बाद से फरार चल रहा था। फरवरी 2025 में अदालत ने उसे भगोड़ा अपराधी घोषित किया था। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ने आरोपी लखबीर सिंह की गिरफ्तारी पर पांच हजार रुपये इनाम घोषित किया हुआ था। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी के बैंक खाते में एक साल के दौरान करीब 66 लाख रुपयों का संदिग्ध लेन-देन किया गया है।
वर्ष 2022 से जुड़ा था गिरोह से
लखबीर सिंह से पूछताछ में पता चला कि वह वर्ष 2022 से अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्कर गिरोह से जुड़ा हुआ है। गिरोह के सदस्य पाकिस्तान से अवैध मादक पदार्थ भारत में मंगवाते थे। पाकिस्तान आरोपी के गांव से मात्र चार किलोमीटर दूर है। लखबीर सिंह द्वारा खाद्य सामग्री के बॉक्स (च्यवनप्राश, लड्डू, खाने का सामान) के बीच में मादक पदार्थ पैक करके विदेश (यूएसए) में डंकी रूट से गए लोगों के फर्जी पते पर पार्सल के माध्यम से भेजे जाते थे।
विज्ञापन
विज्ञापन
पार्सल भेजने पर मिलते थे दो से पांच लाख रुपये
लखबीर सिंह ने पुलिस को बताया कि प्रत्येक पार्सल भेजने के बदले उसे दो से पांच लाख रुपये मिलते थे। मामले में बरामद किए गए मादक पदार्थ की अनुमानित कीमत 4.5 लाख रुपये है। अमेरिका में इस मादक पदार्थ को करीब पांच गुणा कीमत (करीब 25 लाख रुपये) में बेचा जाना था। पंजाब से पार्सल डीटीडीसी कंपनी के माध्यम से भेजे जाते थे, जोकि आगे डीएचएल एक्सप्रेस के माध्यम से विदेश पहुंचते थे।
मई 2023 में पकड़ा गया था पार्सल
25 मई 2023 को गुरुग्राम के उद्योग विहार स्थित डीएचएल एक्सप्रेस कंपनी में विदेश भेजे जाने वाले पार्सल में एक्स-रे मशीन से जांच के दौरान संदिग्ध वस्तु होने का शक हुआ। कंपनी ने हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड को सूचना दी। जांच के दौरान टीम ने जब संदिग्ध डिब्बा खोला तो उसमें कुछ जोड़ी कपड़े, च्यवनप्राश के दो डिब्बे (प्रत्येक एक किलोग्राम) मिले। च्यवनप्राश के दोनों डिब्बों को काटा गया ताे उनके अंदर प्लास्टिक पन्नी में छुपाकर रखी गई 842 ग्राम अफीम (422 ग्राम व 420 ग्राम) मिली। जब पार्सल के दस्तावेज की जांच करने पर पार्सल भेजने वाले नाम लखबीर सिंह मिला। इस मामले में उद्योग विहार थाने में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
वर्जन
आरोपी लखबीर सिंह से रिमांड के दौरान गिरोह के अन्य सदस्यों, इसके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क, पाकिस्तान व विदेश में जुड़े संपर्कों और वित्तीय लेन-देन से संबंधित जानकारियां हासिल की जा रही है। पूछताछ में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।