{"_id":"69445ca69ae2281dd209085d","slug":"crores-spent-on-schools-yet-the-situation-remains-dire-gurgaon-news-c-24-1-gur1002-74809-2025-12-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"Gurugram News: स्कूलों पर करोड़ो खर्च, फिर भी बदहाली बरकरार","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Gurugram News: स्कूलों पर करोड़ो खर्च, फिर भी बदहाली बरकरार
विज्ञापन
विज्ञापन
पंचकूला के सरकारी स्कूल में राज्यपाल के निरीक्षण बाद जिले के विभिन्न स्कूलों में की गई पड़ताल
स्वरांजलि
गुरुग्राम। हरियाणा के राजकीय विद्यालयों में शौचालयों की स्थिति सुधारने को लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। आदेशों में यह स्पष्ट किया गया है कि राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और सुचारू शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
दरअसल, सोमवार को हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम घोष ने पंचकूला स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल हरिपुर सेक्टर-4 का औचक निरीक्षण किया था । निरीक्षण के दौरान शौचालय में काफी गंदगी पाई गई। जांच में शौचालयों में पानी की व्यवस्था नहीं मिली और दरवाजे टूटे हुए पाए गए। इस पर राज्यपाल ने कड़ी नाराजगी जताते हुए स्कूल के टॉयलेट, कक्षाओं और हॉल की स्थिति तुरंत सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने उपायुक्त को निर्देश दिए हैं कि स्कूलों के शौचालयों की सफाई सहित सभी जगह व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जाएं। निरीक्षण के बाद जिले के कई स्कूलों में पड़ताल की गई, जिनमें शौचालयों में गंदगी, पीने के पानी की कमी व अन्य समस्याएं देखी गईं।
जिले के कई राजकीय स्कूलों मेंं शौचालय की व्यवस्था ठीक नहीं, वहां पानी की कमी, बैठने के लिए कमरे व जर्जर स्कूल परिसर आदि समस्याएं हैं। करोड़ों की लागत से बने कई स्कूलों में शौचालयों की हालत दयनीय है कहीं गंदगी का अंबार लगा है तो कहीं पानी की नियमित आपूर्ति नहीं है। इसका सीधा असर बच्चों के स्वास्थ्य, स्वच्छता और शिक्षा पर पड़ रहा है। ऐसे में विद्यार्थियों को काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शौचालय की दीवार व दरवाजा टूटा
चंदू बुढ़ेड़ा स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में शौचालय की दीवार और दरवाजा टूटा हुआ है। शौचालय में गंदगी होने के कारण छात्राएं इसका उपयोग करने में असहज महसूस करती हैं। साथ ही स्कूल की इमारत की हालत भी काफी जर्जर है। दीवारों पर दरारें हैं।
स्कूल की छत क्षतिग्रस्त
न्यू गुरुग्राम स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में शौचालय की हालत खराब होने के साथ-साथ स्कूल की छत भी क्षतिग्रस्त है। इसके अलावा कमरों की कमी के कारण विद्यार्थियों को प्राइमरी स्कूल की बिल्डिंग में बैठकर पढ़ाया जाता है।
कमरों की कमी पढ़ाई में बन रही परेशानी
शिवाजी नगर स्थित स्कूल में शौचालय के साथ साथ ड्यूल डेस्क, कमरों की कमी है। विद्यार्थियों को ठंड में जमीन पर बैठने में भी मुश्किल होती है, इससे उनका स्वास्थ्य और पढ़ाई दोनों प्रभावित हो रही हैं।
बारिश के समय भर जाता है पानी
बुढ़ेड़ा स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के शौचालय में बारिश के समय में पानी भर जाता है। इसकी वजह से विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों को भी इसका इस्तेमाल करने में परेशानी होती है। वहीं, दूसरी तरफ स्कूल में कोई सफाईकर्मी भी नियुक्त नहीं है।
वर्जन
शिक्षा निदेशालय के आदेश के बाद समय-समय पर राजकीय स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है। यदि किसी स्कूल के शौचालय में निरीक्षण के दौरान गंदगी पाई जाती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -इंदू बोकन, जिला शिक्षा अधिकारी गुरुग्राम।
Trending Videos
स्वरांजलि
गुरुग्राम। हरियाणा के राजकीय विद्यालयों में शौचालयों की स्थिति सुधारने को लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। आदेशों में यह स्पष्ट किया गया है कि राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और सुचारू शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
दरअसल, सोमवार को हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम घोष ने पंचकूला स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल हरिपुर सेक्टर-4 का औचक निरीक्षण किया था । निरीक्षण के दौरान शौचालय में काफी गंदगी पाई गई। जांच में शौचालयों में पानी की व्यवस्था नहीं मिली और दरवाजे टूटे हुए पाए गए। इस पर राज्यपाल ने कड़ी नाराजगी जताते हुए स्कूल के टॉयलेट, कक्षाओं और हॉल की स्थिति तुरंत सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने उपायुक्त को निर्देश दिए हैं कि स्कूलों के शौचालयों की सफाई सहित सभी जगह व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जाएं। निरीक्षण के बाद जिले के कई स्कूलों में पड़ताल की गई, जिनमें शौचालयों में गंदगी, पीने के पानी की कमी व अन्य समस्याएं देखी गईं।
विज्ञापन
विज्ञापन
जिले के कई राजकीय स्कूलों मेंं शौचालय की व्यवस्था ठीक नहीं, वहां पानी की कमी, बैठने के लिए कमरे व जर्जर स्कूल परिसर आदि समस्याएं हैं। करोड़ों की लागत से बने कई स्कूलों में शौचालयों की हालत दयनीय है कहीं गंदगी का अंबार लगा है तो कहीं पानी की नियमित आपूर्ति नहीं है। इसका सीधा असर बच्चों के स्वास्थ्य, स्वच्छता और शिक्षा पर पड़ रहा है। ऐसे में विद्यार्थियों को काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शौचालय की दीवार व दरवाजा टूटा
चंदू बुढ़ेड़ा स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में शौचालय की दीवार और दरवाजा टूटा हुआ है। शौचालय में गंदगी होने के कारण छात्राएं इसका उपयोग करने में असहज महसूस करती हैं। साथ ही स्कूल की इमारत की हालत भी काफी जर्जर है। दीवारों पर दरारें हैं।
स्कूल की छत क्षतिग्रस्त
न्यू गुरुग्राम स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में शौचालय की हालत खराब होने के साथ-साथ स्कूल की छत भी क्षतिग्रस्त है। इसके अलावा कमरों की कमी के कारण विद्यार्थियों को प्राइमरी स्कूल की बिल्डिंग में बैठकर पढ़ाया जाता है।
कमरों की कमी पढ़ाई में बन रही परेशानी
शिवाजी नगर स्थित स्कूल में शौचालय के साथ साथ ड्यूल डेस्क, कमरों की कमी है। विद्यार्थियों को ठंड में जमीन पर बैठने में भी मुश्किल होती है, इससे उनका स्वास्थ्य और पढ़ाई दोनों प्रभावित हो रही हैं।
बारिश के समय भर जाता है पानी
बुढ़ेड़ा स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के शौचालय में बारिश के समय में पानी भर जाता है। इसकी वजह से विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों को भी इसका इस्तेमाल करने में परेशानी होती है। वहीं, दूसरी तरफ स्कूल में कोई सफाईकर्मी भी नियुक्त नहीं है।
वर्जन
शिक्षा निदेशालय के आदेश के बाद समय-समय पर राजकीय स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है। यदि किसी स्कूल के शौचालय में निरीक्षण के दौरान गंदगी पाई जाती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -इंदू बोकन, जिला शिक्षा अधिकारी गुरुग्राम।