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Gurugram News: न्यू गुरुग्राम की स्ट्रीट लाइटों पर कमांड सेंटर से रहेगी नजर
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लाइट खराब होने की स्क्रीन पर मिल जाएगी जानकारी
आठ मास्टर डिवाइडिंग सड़कों पर लगीं हैं स्मार्ट और कनेक्टेड स्ट्रीट लाइटें
खंभों को यूनिट नंबर देने के बाद आईसीसीसी) से जोड़ा जा रहा
अमर उजाला ब्यूरो
गुरुग्राम। न्यू गुरुग्राम की आठ मास्टर डिवाइडिंग सड़कों पर लगीं स्मार्ट और कनेक्टेड स्ट्रीट लाइटों के खंभों को यूनिट नंबर देने के बाद उन्हें इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) से जोड़ा जा रहा है। इससे कमांड सेंटर से लाइटों के जलने और बुझने पर नजर रखी जा सकेगी। 835 लाइटों को कमांड सेंटर से नियंत्रित किया जा सकेगा।
गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने साइबर सिटी के नए सेक्टरों में आधुनिक तकनीक से लैस स्ट्रीट लाइटों को लगाया है। पहले चरण में जीएमडीए ने सेक्टर 76-77, 75-75ए, 70-75, 70-70ए, 68-70 ए, 71-73 व 68-69 को विभाजित करने वाली मास्टर सड़कों के अलावा 76 आउटर रोड पर 835 स्मार्ट और कनेक्टेड स्ट्रीट लाइटें लगाई हैं। ये सड़कें एलईडी लाइटों से जगमग हैं। जीएमडीए की स्ट्रीट लाइटें तकनीकी रूप से काफी मॉडर्न हैं। टाइमर लगा होने से एक-एक लाइट को कंट्रोल किया जा सकेगा। चोरी और खराब होने की भी सूचना कमांड सेंटर को मिल सकेगी। अब स्ट्रीट लाइटों को आईसीसीसी से इंटीग्रेट करने के लिए हर पोल को एक यूनिट नंबर दिया गया है। इसी नंबर को कमांड सेंटर के कंप्यूटरों में फीड किया जा रहा है। ये लाइटें रात में कम ट्रैफिक के दौरान खुद डिमिंग को सक्षम करेंगी।
जीएमडीए की इलेक्ट्रिकल विंग के अनुसार पोल पर लगे नंबर से कमांड सेंटर से स्ट्रीट लाइट के बारे में जानकारी मिल सकेगी। कंपनी ने कुछ पोल पर लगे नंबरों का कमांड सेंटर में लाइव प्रदर्शन किया है। यदि लाइट खराब है तो स्क्रीन पर इसकी जानकारी मिल जाएगी। कंपनी से सभी पोल को इंटीग्रेट करने का काम जल्द पूरा करने को कहा गया है। जीएमडीए के अनुसार स्मार्ट और कनेक्टेड स्ट्रीट लाइटों को क्लाउड-आधारित एप्लिकेशन से माइक्रो-मैनेज और नियंत्रित किया जा सकेगा। दूसरे चरण में सात प्रमुख डिवाइडिंग सड़कों पर एलईडी स्ट्रीट लाइटों का काम अंतिम चरण में है। 11.50 किलोमीटर सड़कों पर 770 लाइटें लगाई जाएंगी। इसमें सेक्टर 71-72, सेक्टर 73-74, सेक्टर 75ए-76, सेक्टर 78-79 (डिवाइडिंग 78/79, 78/79ए) की डिवाइडिंग मास्टर सड़क समेत अन्य शामिल हैं। इन पोल पर भी इसी प्रकार नंबरिंग की जाएगी।

आठ मास्टर डिवाइडिंग सड़कों पर लगीं हैं स्मार्ट और कनेक्टेड स्ट्रीट लाइटें
खंभों को यूनिट नंबर देने के बाद आईसीसीसी) से जोड़ा जा रहा
अमर उजाला ब्यूरो
गुरुग्राम। न्यू गुरुग्राम की आठ मास्टर डिवाइडिंग सड़कों पर लगीं स्मार्ट और कनेक्टेड स्ट्रीट लाइटों के खंभों को यूनिट नंबर देने के बाद उन्हें इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) से जोड़ा जा रहा है। इससे कमांड सेंटर से लाइटों के जलने और बुझने पर नजर रखी जा सकेगी। 835 लाइटों को कमांड सेंटर से नियंत्रित किया जा सकेगा।
गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने साइबर सिटी के नए सेक्टरों में आधुनिक तकनीक से लैस स्ट्रीट लाइटों को लगाया है। पहले चरण में जीएमडीए ने सेक्टर 76-77, 75-75ए, 70-75, 70-70ए, 68-70 ए, 71-73 व 68-69 को विभाजित करने वाली मास्टर सड़कों के अलावा 76 आउटर रोड पर 835 स्मार्ट और कनेक्टेड स्ट्रीट लाइटें लगाई हैं। ये सड़कें एलईडी लाइटों से जगमग हैं। जीएमडीए की स्ट्रीट लाइटें तकनीकी रूप से काफी मॉडर्न हैं। टाइमर लगा होने से एक-एक लाइट को कंट्रोल किया जा सकेगा। चोरी और खराब होने की भी सूचना कमांड सेंटर को मिल सकेगी। अब स्ट्रीट लाइटों को आईसीसीसी से इंटीग्रेट करने के लिए हर पोल को एक यूनिट नंबर दिया गया है। इसी नंबर को कमांड सेंटर के कंप्यूटरों में फीड किया जा रहा है। ये लाइटें रात में कम ट्रैफिक के दौरान खुद डिमिंग को सक्षम करेंगी।
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जीएमडीए की इलेक्ट्रिकल विंग के अनुसार पोल पर लगे नंबर से कमांड सेंटर से स्ट्रीट लाइट के बारे में जानकारी मिल सकेगी। कंपनी ने कुछ पोल पर लगे नंबरों का कमांड सेंटर में लाइव प्रदर्शन किया है। यदि लाइट खराब है तो स्क्रीन पर इसकी जानकारी मिल जाएगी। कंपनी से सभी पोल को इंटीग्रेट करने का काम जल्द पूरा करने को कहा गया है। जीएमडीए के अनुसार स्मार्ट और कनेक्टेड स्ट्रीट लाइटों को क्लाउड-आधारित एप्लिकेशन से माइक्रो-मैनेज और नियंत्रित किया जा सकेगा। दूसरे चरण में सात प्रमुख डिवाइडिंग सड़कों पर एलईडी स्ट्रीट लाइटों का काम अंतिम चरण में है। 11.50 किलोमीटर सड़कों पर 770 लाइटें लगाई जाएंगी। इसमें सेक्टर 71-72, सेक्टर 73-74, सेक्टर 75ए-76, सेक्टर 78-79 (डिवाइडिंग 78/79, 78/79ए) की डिवाइडिंग मास्टर सड़क समेत अन्य शामिल हैं। इन पोल पर भी इसी प्रकार नंबरिंग की जाएगी।