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Gurugram News: एसआईटी करेगी कंपनी में 40.22 करोड़ की ठगी मामले की जांच
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साइबर अपराध पुलिस की टीम और सेक्टर-53 थाने की पुलिस कर रही जांच
अमर उजाला ब्यूरो
गुरुग्राम। मोबिक्विक कंपनी से 40.22 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में जांच और कार्रवाई के लिए पुलिस ने एसआईटी गठित कर दी है। मामले में सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर अपराध) प्रियांशु दीवान के नेतृत्व में साइबर अपराध पुलिस की टीम और सेक्टर-53 थाने की पुलिस जांच करेगी। साइबर पुलिस की टीम मामले में गहनता से जांच करेगी कि मोबिक्विक कंपनी में किस तरह से तकनीकी खराबी आई थी। इस वारदात में कंपनी के किसी कर्मचारी का हाथ था या फिर तकनीकी तौर पर ही खराबी आई थी।
बता दें कि डिजिटल भुगतान कंपनी मोबिक्विक वॉलेट में तकनीकी खराबी आने के बाद संदिग्ध लेन-देन के माध्यम से 40.22 करोड़ रुपये ट्रांसफर करके धोखाधड़ी की गई थी। मोबिक्विक कंपनी के कानूनी अधिकारी बालकिशन लाधानिया ने सेक्टर-53 थाने में शिकायत दी। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें नूंह के रेवासन गांव निवासी रेहान, फिरोजपुर झिरका (नूंह) के कामेडा गांव निवासी वकार यूनुस, मोहम्मद आमिर व मोहम्मद अंसार, पलवल के हटेडा मौहल्ला निवासी मोहमद सकील, नूंह के मरोड़ा गांव निवासी वसीम अकरम शामिल हैं। पुलिस मामले में अन्य लोगों के संलिप्त होने की जांच कर रही है। गुरुग्राम पुलिस ने एकत्रित की गई जानकारी व रिकाॅर्ड के आधार पर करीब 2500 लाभार्थियों (जिन बैंक खातों में रुपये गए थे) के बैंक खाते ब्लॉक कराकर करोड़ों रुपये फ्र्रीज कराए हैं। जांच में सामने आया है कि इस मामले में मोबिक्विक पंजीकृत व्यापारियों, अज्ञात व्यक्तियों और उपयोगकर्ताओं द्वारा मोबिक्विक व्यापारी खातों में संदिग्ध लेन-देन किए थे।

अमर उजाला ब्यूरो
गुरुग्राम। मोबिक्विक कंपनी से 40.22 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में जांच और कार्रवाई के लिए पुलिस ने एसआईटी गठित कर दी है। मामले में सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर अपराध) प्रियांशु दीवान के नेतृत्व में साइबर अपराध पुलिस की टीम और सेक्टर-53 थाने की पुलिस जांच करेगी। साइबर पुलिस की टीम मामले में गहनता से जांच करेगी कि मोबिक्विक कंपनी में किस तरह से तकनीकी खराबी आई थी। इस वारदात में कंपनी के किसी कर्मचारी का हाथ था या फिर तकनीकी तौर पर ही खराबी आई थी।
बता दें कि डिजिटल भुगतान कंपनी मोबिक्विक वॉलेट में तकनीकी खराबी आने के बाद संदिग्ध लेन-देन के माध्यम से 40.22 करोड़ रुपये ट्रांसफर करके धोखाधड़ी की गई थी। मोबिक्विक कंपनी के कानूनी अधिकारी बालकिशन लाधानिया ने सेक्टर-53 थाने में शिकायत दी। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें नूंह के रेवासन गांव निवासी रेहान, फिरोजपुर झिरका (नूंह) के कामेडा गांव निवासी वकार यूनुस, मोहम्मद आमिर व मोहम्मद अंसार, पलवल के हटेडा मौहल्ला निवासी मोहमद सकील, नूंह के मरोड़ा गांव निवासी वसीम अकरम शामिल हैं। पुलिस मामले में अन्य लोगों के संलिप्त होने की जांच कर रही है। गुरुग्राम पुलिस ने एकत्रित की गई जानकारी व रिकाॅर्ड के आधार पर करीब 2500 लाभार्थियों (जिन बैंक खातों में रुपये गए थे) के बैंक खाते ब्लॉक कराकर करोड़ों रुपये फ्र्रीज कराए हैं। जांच में सामने आया है कि इस मामले में मोबिक्विक पंजीकृत व्यापारियों, अज्ञात व्यक्तियों और उपयोगकर्ताओं द्वारा मोबिक्विक व्यापारी खातों में संदिग्ध लेन-देन किए थे।
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