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Gurugram News: एकमात्र अस्पताल, एक डॉक्टर, छह घंटे में 400 मरीज...
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नागरिक अस्पताल में मरीजों की लंबी कतारें, घंटों बाद मिलता है नंबर
संवाद न्यूज एजेंसी
गुरुग्राम। सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बद से बदतर है। सुबह नौ बजे से ही ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी कतारें लग जाती हैं। इलाज कराने पहुंचे मरीजों को अपनी बारी आने में दो से तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। लोगों का कहना है कि इतनी देर लाइन में खड़े रहने के बाद भी डॉक्टर कुछ ही सेकंड देखकर मरीज को वापस भेज देते हैं। सोमवार को करीब 300 से अधिक मरीज ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे थे। सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक चिकित्सक को रोजाना 300 से 400 मरीज देखने होते हैं। इन मरीजों की इलाज की जिम्मेदारी एक ही डॉक्टर पर होती है। ऐसे में अस्पताल पहुंच रहे मरीजों को मुश्किल से एक मिनट का समय ही डॉक्टर की ओर दिया जाता है।
मरीजों का आरोप है कि अस्पताल में न तो पर्याप्त डॉक्टर हैं और न ही जांच सुविधाएं सुचारू रूप से उपलब्ध हैं। भीड़ अधिक होने के बावजूद पंजीकरण काउंटरों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है, जिससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। कई मरीज ऐसे भी हैं जो लंबे इंतजार से थककर बिना इलाज के ही लौट जाते हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने और ओपीडी व्यवस्था में सुधार करने की जरूरत है ताकि लोगों को समय पर इलाज मिल सके। वर्तमान में नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की अव्यवस्था लोगों की परेशानी बढ़ा रही है।
वर्जन
मैं सुबह नौ बजे अस्पताल पहुंची थी। दोपहर 12 बजे तक भी मेरा नंबर नहीं आया। इतने बड़े शहर में एकमात्र सरकारी अस्पताल है, लेकिन यहां सुविधाओं का अभाव है। अव्यवस्था के कारण मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। - सुनीता गौतम, मरीज
बच्चे अस्पताल छोड़कर काम पर चले जाते हैं। घंटों इंतजार करना पड़ता है। इतनी भीड़ में इलाज कराना मुश्किल हो गया है। अस्पताल प्रशासन को चाहिए कि डॉक्टरों की संख्या बढ़ाकर मरीजों की परेशानी कम करे। -भावना, मरीज
ओपीडी के बाहर लगी स्क्रीन पर घंटों तक एक ही नंबर चलता रहता है, आगे नहीं बढ़ता। हम लोग रोजाना घंटों लाइन में खड़े परेशान हो जाते हैं पर सुनने वाला कोई नहीं है। -गीता, मरीज
मैं सुबह से अस्पताल में खड़ी हूं। दोपहर 11 के बाद बजे तक भी नंबर नहीं आया है। इतने बड़े शहर में एकमात्र सरकारी अस्पताल है, लेकिन सुविधाओं की कमी और अव्यवस्था के कारण मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। -रिंकी सिंह, मरीज
वर्जन
अस्पताल प्रशासन के अनुसार डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने के लिए बातचीत जारी है। सोमवार को ओपीडी में मरीजों की संख्या अधिक होने से दबाव बढ़ जाता है। पूरी कोशिश की जाती है कि अधिक से अधिक मरीजों को समय पर इलाज मिल सके और किसी को परेशानी न हो।- डाॅ. लोकवीर, पीएमओ, नागरिक अस्पताल
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संवाद न्यूज एजेंसी
गुरुग्राम। सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बद से बदतर है। सुबह नौ बजे से ही ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी कतारें लग जाती हैं। इलाज कराने पहुंचे मरीजों को अपनी बारी आने में दो से तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। लोगों का कहना है कि इतनी देर लाइन में खड़े रहने के बाद भी डॉक्टर कुछ ही सेकंड देखकर मरीज को वापस भेज देते हैं। सोमवार को करीब 300 से अधिक मरीज ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे थे। सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक चिकित्सक को रोजाना 300 से 400 मरीज देखने होते हैं। इन मरीजों की इलाज की जिम्मेदारी एक ही डॉक्टर पर होती है। ऐसे में अस्पताल पहुंच रहे मरीजों को मुश्किल से एक मिनट का समय ही डॉक्टर की ओर दिया जाता है।
मरीजों का आरोप है कि अस्पताल में न तो पर्याप्त डॉक्टर हैं और न ही जांच सुविधाएं सुचारू रूप से उपलब्ध हैं। भीड़ अधिक होने के बावजूद पंजीकरण काउंटरों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है, जिससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। कई मरीज ऐसे भी हैं जो लंबे इंतजार से थककर बिना इलाज के ही लौट जाते हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने और ओपीडी व्यवस्था में सुधार करने की जरूरत है ताकि लोगों को समय पर इलाज मिल सके। वर्तमान में नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की अव्यवस्था लोगों की परेशानी बढ़ा रही है।
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मैं सुबह नौ बजे अस्पताल पहुंची थी। दोपहर 12 बजे तक भी मेरा नंबर नहीं आया। इतने बड़े शहर में एकमात्र सरकारी अस्पताल है, लेकिन यहां सुविधाओं का अभाव है। अव्यवस्था के कारण मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। - सुनीता गौतम, मरीज
बच्चे अस्पताल छोड़कर काम पर चले जाते हैं। घंटों इंतजार करना पड़ता है। इतनी भीड़ में इलाज कराना मुश्किल हो गया है। अस्पताल प्रशासन को चाहिए कि डॉक्टरों की संख्या बढ़ाकर मरीजों की परेशानी कम करे। -भावना, मरीज
ओपीडी के बाहर लगी स्क्रीन पर घंटों तक एक ही नंबर चलता रहता है, आगे नहीं बढ़ता। हम लोग रोजाना घंटों लाइन में खड़े परेशान हो जाते हैं पर सुनने वाला कोई नहीं है। -गीता, मरीज
मैं सुबह से अस्पताल में खड़ी हूं। दोपहर 11 के बाद बजे तक भी नंबर नहीं आया है। इतने बड़े शहर में एकमात्र सरकारी अस्पताल है, लेकिन सुविधाओं की कमी और अव्यवस्था के कारण मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। -रिंकी सिंह, मरीज
वर्जन
अस्पताल प्रशासन के अनुसार डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने के लिए बातचीत जारी है। सोमवार को ओपीडी में मरीजों की संख्या अधिक होने से दबाव बढ़ जाता है। पूरी कोशिश की जाती है कि अधिक से अधिक मरीजों को समय पर इलाज मिल सके और किसी को परेशानी न हो।- डाॅ. लोकवीर, पीएमओ, नागरिक अस्पताल