{"_id":"6932df436c34b3da1706d62b","slug":"emphasis-on-road-safety-and-night-shelters-to-combat-cold-wave-and-fog-noida-news-c-23-1-lko1064-82206-2025-12-05","type":"story","status":"publish","title_hn":"Noida News: शीतलहर-कोहरे से निपटने को सड़क सुरक्षा, रैन बसेरों पर जोर","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Noida News: शीतलहर-कोहरे से निपटने को सड़क सुरक्षा, रैन बसेरों पर जोर
विज्ञापन
विज्ञापन
फोटो
-जिला प्रशासन अलर्ट, बचाव के लिए बनाई गई व्यापक कार्ययोजना
माई सिटी रिपोर्टर
ग्रेटर नोएडा। शीतलहर और घने कोहरे की संभावित चुनौतियों को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आया है। डिप्टी कलेक्टर चारूल यादव की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें जनसुरक्षा और राहत कार्यों को सुचारू बनाए रखने के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई। सभी विभागों को अपनी विस्तृत रिपोर्ट तीन दिन के भीतर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को सौंपने के निर्देश दिए।
बैठक में सड़कों की मरम्मत, गड्ढों की भराई, डिवाइडरों की पेंटिंग, रोड मार्किंग और रिफ्लेक्टर लगाने जैसे जरूरी कार्यों को तत्काल पूरा करने को कहा गया। साथ ही प्रमुख सड़कों और मोहल्लों में लगे लाइट की मरम्मत और नियमित संचालन करने के निर्देश दिए गए। यातायात विभाग को वाहनों पर नारंगी रेडियम स्टिकर लगाने, सुरक्षित दूरी और मास्क उपयोग के प्रति लोगों को जागरूक करने और रात में कोई व्यक्ति सड़क पर न सो पाए, इसे सुनिश्चित करने को विशेष रूप से कहा गया।
नगर निकायों को अलाव की पर्याप्त व्यवस्था, गरीबों व निराश्रितों को कंबल वितरण और सभी रैन बसेरों में साफ-सफाई, पेयजल, बिजली, शौचालय और बिस्तरों की चौबीसों घंटे उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। प्रत्येक रैन बसेरे पर नोडल अधिकारी तैनात किए जाएंगे, जो प्रतिदिन आपदा प्रहरी ऐप पर अपडेट भेजेंगे। अग्निशमन विभाग को सभी उपकेंद्रों को 24 घंटे सक्रिय रखने और ग्रामीण क्षेत्रों में आग से बचाव संबंधी जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। पशुपालन विभाग को गोशालाओं में अलाव, दवाएं, टीकाकरण और शीतलहर जनित बीमारियों की रोकथाम पर विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया।
स्वास्थ्य विभाग को अस्पतालों में बेड आरक्षित रखने, एम्बुलेंस को पूर्ण क्षमता में रखने और दवाओं के पर्याप्त स्टॉक की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश मिले। श्रम विभाग को लेबर चौराहों का निरीक्षण कर श्रमिकों के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने और जरूरतमंदों को कंबल उपलब्ध कराने को कहा गया। कोटेदारों को अपने क्षेत्र के गरीब एवं असहाय लोगों की सूची तैयार कर तहसील स्तर पर कंबल वितरण सुनिश्चित करना होगा। साथ ही सभी विभागों को राहत पोर्टल पर रैन बसेरों, अलाव स्थलों और कंबल वितरण की जानकारी प्रतिदिन अपडेट करनी होगी।
Trending Videos
-जिला प्रशासन अलर्ट, बचाव के लिए बनाई गई व्यापक कार्ययोजना
माई सिटी रिपोर्टर
ग्रेटर नोएडा। शीतलहर और घने कोहरे की संभावित चुनौतियों को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आया है। डिप्टी कलेक्टर चारूल यादव की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें जनसुरक्षा और राहत कार्यों को सुचारू बनाए रखने के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई। सभी विभागों को अपनी विस्तृत रिपोर्ट तीन दिन के भीतर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को सौंपने के निर्देश दिए।
बैठक में सड़कों की मरम्मत, गड्ढों की भराई, डिवाइडरों की पेंटिंग, रोड मार्किंग और रिफ्लेक्टर लगाने जैसे जरूरी कार्यों को तत्काल पूरा करने को कहा गया। साथ ही प्रमुख सड़कों और मोहल्लों में लगे लाइट की मरम्मत और नियमित संचालन करने के निर्देश दिए गए। यातायात विभाग को वाहनों पर नारंगी रेडियम स्टिकर लगाने, सुरक्षित दूरी और मास्क उपयोग के प्रति लोगों को जागरूक करने और रात में कोई व्यक्ति सड़क पर न सो पाए, इसे सुनिश्चित करने को विशेष रूप से कहा गया।
विज्ञापन
विज्ञापन
नगर निकायों को अलाव की पर्याप्त व्यवस्था, गरीबों व निराश्रितों को कंबल वितरण और सभी रैन बसेरों में साफ-सफाई, पेयजल, बिजली, शौचालय और बिस्तरों की चौबीसों घंटे उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। प्रत्येक रैन बसेरे पर नोडल अधिकारी तैनात किए जाएंगे, जो प्रतिदिन आपदा प्रहरी ऐप पर अपडेट भेजेंगे। अग्निशमन विभाग को सभी उपकेंद्रों को 24 घंटे सक्रिय रखने और ग्रामीण क्षेत्रों में आग से बचाव संबंधी जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। पशुपालन विभाग को गोशालाओं में अलाव, दवाएं, टीकाकरण और शीतलहर जनित बीमारियों की रोकथाम पर विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया।
स्वास्थ्य विभाग को अस्पतालों में बेड आरक्षित रखने, एम्बुलेंस को पूर्ण क्षमता में रखने और दवाओं के पर्याप्त स्टॉक की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश मिले। श्रम विभाग को लेबर चौराहों का निरीक्षण कर श्रमिकों के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने और जरूरतमंदों को कंबल उपलब्ध कराने को कहा गया। कोटेदारों को अपने क्षेत्र के गरीब एवं असहाय लोगों की सूची तैयार कर तहसील स्तर पर कंबल वितरण सुनिश्चित करना होगा। साथ ही सभी विभागों को राहत पोर्टल पर रैन बसेरों, अलाव स्थलों और कंबल वितरण की जानकारी प्रतिदिन अपडेट करनी होगी।