नोएडा में बेरहमी: मासूमों को नाले में फेंका... डिलीवरी ब्वॉय ने बचाई जान; इसलिए बच्चों से जलता था सौतेला बाप
नोएडा में सौतेले पिता ने दो मासूमों को नाले में फेंककर मारने की कोशिश की, लेकिन दो डिलीवरी ब्वॉय की तत्परता से बच्चों की जान बच गई। दोनों बच्चे दलदल में फंसे मिले और बताया कि पिता ने ही उन्हें धक्का दिया था।
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नोएडा सेक्टर-142 कोतवाली क्षेत्र में एक सौतेले पिता द्वारा दो मासूम बच्चों को नाले में फेंककर मारने का प्रयास करने का मामला सामने आया है। समय रहते दो डिलीवरी ब्वॉय ने बच्चों की जान बचाई है। पुलिस ने मामले में आरोपी सौतेले पिता पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है।
तहरीर के अनुसार सोमवीर सिंह और उनका साथी दीनवंदू दोनों जेप्टो में कार्यरत हैं। दो दिसंबर की रात करीब नौ बजे दोनों डिलीवरी खत्म कर चौहान मार्केट तिराहे पारस टिएरा सोसाइटी सेक्टर-137 के पास से गुजर रहे थे। तभी नाले की दिशा से बच्चों के रोने और मदद के लिए चिल्लाने की आवाज आई। आवाज सुनते ही दोनों युवक तुरंत नाले की ओर भागे।
मौके पर पहुंचकर उन्होंने देखा कि दो छोटे बच्चे नाले के गंदे पानी और दलदल में बुरी तरह फंसे हुए थे और खुद को बाहर निकालने की स्थिति में नहीं थे। सोमवीर और दीनवंदू ने बिना देर किए नाले में उतरकर एक चार साल की बच्ची और एक ढाई साल के बच्चे को बाहर निकाला। पूछताछ में दोनों ने बताया कि उनके पिता आशीष ने उन्हें नाले में फेंका है। इससे वह हैरान रह गए। बाद में पता चला कि आरोपी आशिष दोनों बच्चों का सौतेला पिता है और उन्हें अपने साथ नहीं रखना चाहता था। इसी कारण उसने बच्चों को जान से मारने की नीयत से नाले में धक्का दे दिया।
दोनों बच्चों को तुरंत स्थानीय लोगों की मदद से नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों को निगरानी में रखा है। मामले की सूचना तत्काल पुलिस को भी दी गई। पुलिस ने मामले में सोमवीर सिंह की शिकायत पर बीएनएस की धारा-109 (1) बीएनएस की धारा-93 (12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की देखभाल करने वाले अभिभावकों द्वारा त्याग करने) की धाराओं में केस दर्ज किया है।
पहले पति से हुए बच्चों को पसंद नहीं करता आरोपी
कोतवाली पुलिस का कहना है कि जांच में पता चला है कि महिला का पहले पति से झगड़ा होता था। वह महिला से मारपीट करता था। इस कारण महिला ने पहले पति को छोड़ा था। महिला के पहले पति से वर्तमान में एक चार साल की लड़की और ढाई साल का पुत्र है। महिला वर्तमान में गृहणी है और नौकरी की तलाश कर रही है। महिला और आरोपी दोनों ही कानपुर के रहने वाले हैं।
गांव में रहने के दौरान महिला आरोपी के संपर्क में आई थी। महिला अपने पति को छोड़कर दोनों बच्चों के साथ आरोपी के साथ किराये के मकान में रह रही है। वर्तमान में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले एक आरोपी के साथ शादी कर पिछले एक साल शाहदरा से रह रही है। आरोपी पहले पति से हुए दोनों बच्चों को साथ नहीं रखना चाहता था।
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इसी कारण उसने दोनों बच्चों की हत्या की साजिश रही। आरोपी बुधवार रात को अपनी पत्नी को मंगल बाजार में टैटू बनवाने के बहाने ले गया था। इस दौरान पत्नी जब टैटू बनवाने लगी तो आरोपी ने पत्नी से कहा कि उसके सिक्योरिटी इंचार्ज का फोन आ रहा। उसने अत्यंत आवश्यक काम से बुलाया है, इसलिए वह जा रहा है।
इसके बाद आरोपी सीधा घर पहुंचता और दोनों बच्चों को साथ लेता है। दोनों बच्चों को साथ ले जाने के बाद वह घर से कुछ ही दूरी पर स्थित करीब 10 फीट गहरे नाले में फेंक देता है। नाले में पानी कम रहने के साथ कीचड़ का मलबा होने के कारण दोनों बच्चे दलदल में फंस जाते हैं। वहीं आरोपी मौके से फरार हो जाता है।