ट्रेड फेयर की 500 वाली टिकट मिलेगी 80 रुपये में: अब बढ़ेगी मेले में भीड़, रोजाना पहुंचेंगे 30 हजार लोग
मेले में इस बार थाईलैंड, मलेशिया, स्वीडन, दक्षिण कोरिया, तुर्किये, मिश्र, यूएई, ईरान, लेबनान और ट्यूनीशिया जैसे देशों ने अपने उत्पादों के साथ भागीदारी की है।
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भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला मंगलवार को बिजनेस डे से आगे बढ़कर आम लोगों के लिए पूरी तरह खुलने जा रहा है। टिकट दरें घटते ही बुधवार से मेले में भारी भीड़ की उम्मीद है। राज्यों की झलक, विदेशी स्टॉल और देशी उत्पादों की रौनक मेले को पहले ही दिन से आकर्षण का केंद्र बनाए हुए हैं।
ट्रेड फेयर में मंगलवार को बिजनेस डे का आखिरी दिन होगा। बुधवार से आम लोगों की एंट्री शुरू होगी, जिसके बाद मेले में भीड़ में बड़ा इजाफा होने की उम्मीद है। बिजनेस डे में जो टिकट 500 रुपये में बिक रहे थे, वे सामान्य दिनों में 80 रुपये में मिलेंगे, जबकि शनिवार और रविवार को टिकट 150 रुपये का होगा। वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए प्रवेश निशुल्क रहेगा।
27 नवंबर को आखिरी दिन होगा। सोमवार को बिजनेस डे के दौरान 5499 टिकट बिके, लेकिन आईटीपीओ का कहना है कि आम दिनों में यह संख्या कई गुना बढ़ जाएगी। उम्मीद है कि बुधवार से रोजाना 30 हजार या इससे भी ज्यादा लोग मेले में पहुंच सकते हैं। दिल्ली का यह ट्रेड फेयर हर साल लाखों लोगों को आकर्षित करता है और राजधानी के सबसे लोकप्रिय मेलों में गिना जाता है। लोग राज्यवार स्टॉल, विदेशी उत्पादों और देशी खान पान का मजा लेने के लिए इसका बेसब्री से इंतजार करते हैं।
ज्यादा भीड़ भारतीय राज्यों के स्टॉलों पर
मेले में इस बार थाईलैंड, मलेशिया, स्वीडन, दक्षिण कोरिया, तुर्किये, मिश्र, यूएई, ईरान, लेबनान और ट्यूनीशिया जैसे देशों ने अपने उत्पादों के साथ भागीदारी की है। विदेशी उत्पादों के बावजूद सबसे ज्यादा भीड़ भारतीय राज्यों के स्टॉलों पर नजर आ रही है, जहां देशी परिधान, हस्तशिल्प, हैंडलूम, कला और स्थानीय खान-पान लोगों को खूब आकर्षित कर रहे हैं।
मणिपुर का राज्यदिवस भी मनाया गया
सोमवार को मेले में मणिपुर का राज्यदिवस भी मनाया गया। एंफीथियेटर में मणिपुर के लोकगीत और नृत्यों की प्रस्तुति ने आगंतुकों का मन मोह लिया। कई लोग प्रदर्शन की धुन पर थिरकते भी दिखे।
ट्रेड फेयर आयोजकों का कहना है कि आम दिनों की शुरुआत के साथ रंगत और बढ़ेगी। त्योहारों का मौसम गुजरने के बावजूद खरीदारी का उत्साह कम नहीं है और लोग अनोखे उत्पादों के साथ-साथ विभिन्न राज्यों की संस्कृति को करीब से देखने के लिए मेले में बड़ी संख्या में पहुंचने वाले हैं।