दिल्ली में बाढ़ का खतरा, खादर क्षेत्र के कई गांव चपेट में, यमुना का जल स्तर पहुंचा 206.05 मीटर
प्रशासन खादर क्षेत्र में बसे लोगों को बाहर निकालने में जुटा हुआ है। जलस्तर में मंगलवार को .21 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसके साथ ही जल स्तर 206.05 मीटर पर पहुंच गया है।
सोमवार को जल स्तर देर रात 11 बजे तक 205.84 मीटर तक था। मंगलवार दोपहर से शाम के बीच यमुना का जल स्तर 206.05 मीटर बना रहा।
प्रशासन ने यमुना के जल स्तर में हो रही लगातार बढ़ोतरी के चलते सभी मुहानों पर बोट और राहत कर्मियों की तैनाती कर दिया है। वजीरपुर गांव से लेकर जामिया नगर खादर क्षेत्र तक पानी फैल गया है, जिससे फसलें बर्बाद हो गईं हैं।
लोहापुल खादर क्षेत्र निवासी किसान जयकिशन ने बताया कि बाढ़ के कारण उनकी मिर्च की खेती बर्बाद हो गई है। नुकसान के लिए सरकार भी उन्हें मुआवजा नहीं देती।
वहीं, किसान महिला शकुंतला ने बताया कि बाढ़ के कारण उनकी लौकी और तोरी की फसल डूब गई है। इस नुकसान के लिए उन्हें भी सरकार से कोई मुआवजा नहीं मिलता।
न्यू उस्मानपुर गांव पर बाढ़ का खतरा
उस्मानपुर पुश्ते तक यमुना का जल पहुंच गया है। पुश्ते के गांवों को पानी ने चारों से घेर लिया है। दूसरा पुश्ता स्थित पल्ले गांव में मंगलवार सुबह बाढ़ का पानी आंशिक रूप से घुस गया। हालांकि लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंचा है।
बाढ़ के पानी में डूबी कारें
न्यू उस्मानपुर गांव के तीसरे पुश्ता पर पाइप लाईन के नीचे पहले से कई कारें खड़ीं थी। मंगलवार सुबह होते ही सभी कारें आधी से ज्यादा पानी में डूब गईं। इस बाबत कार मालिकों ने जैसे-तैसे करके कारों को पानी से बाहर निकाला।
शिविरों में खाने के लिए मारामारी
यमुना खादर क्षेत्र से राहत शिविरों में भोजन के लिए लोगों में मारामारी की स्थिति है। मंगलवार को शकरपुर ठोकर 10, 11 और 12 पर लोगों में भोजन को लेने के लिए धक्कामुक्की करते देखा गया।
यमुना बाजार इलाके में घरों में घुसा पानी
लोहा पुल बंद फिर भी गुजर रहे यात्री
यमुना का जल स्तर खतरे के निशाने से ऊपर पहुंचने के कारण लोहा पुल को सड़क एवं रेल यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। इस बीच मंगलवार को लोहा पुल पर रेलवे ट्रैक पर यात्री शास्त्री पार्क की ओर से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर जाते दिखाई दिए।
यमुना को देखने वालों का भी तांता
यमुना में बढ़ते उफान को देखने के लिए दिल्ली के लोग दूर-दूर से कश्मीरी गेट और आईटीओ ब्रिज समेत अन्य इलाकों में पहुंचकर पानी से भरी यमुना का नजारा देख रहे हैं। हमेशा खाली दिखने वाली यमुना को उफान पर देखकर लोगों में खुशी है।