सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Delhi ›   IB staffer ankit died in delhi riots

दिल्ली में हिंसाः दंगे का शिकार बना आईबी का जांबाज स्टाफर अंकित

अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली Published by: नोएडा ब्यूरो Updated Thu, 27 Feb 2020 05:28 AM IST
विज्ञापन
IB staffer ankit died in delhi riots
अंकित - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

उत्तर-पूर्वी दिल्ली के करावल नगर इलाके में रहने वाले इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के सुरक्षा सहायक 26 वर्षीय जांबाज अंकित शर्मा भी दंगाइयों के पागलपन का शिकार हो गए।

Trending Videos


बुधवार को अंकित का शव करावल नगर के नाले में मिला। उनके परिवार में बड़े भाई अंकुर शर्मा, बहन सोनम, आईबी में ही स्टाफर पिता रविंद्र शर्मा और गृहिणी मां सुधा हैं। अंकित अविवाहित थे। अंकुर भी अविवाहित हैं और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। सोनम बीएड कर रही हैं। परिवार मूल रूप से मुजफ्फरनगर के इटावा गांव का रहने वाला है। वर्तमान में अंकित यहां ई-ब्लॉक की गली नंबर छह में परिवार समेत रह रहे थे।
विज्ञापन
विज्ञापन




अंकित के भाई अंकुर ने बताया कि वर्ष 2015 में दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से बीए करने के बाद वर्ष 2017 में वे आइबी में सुरक्षा सहायक पद पर भर्ती हुए थे।

मंगलवार शाम करीब 4 बजे अंकित ड्यूटी से घर के पास पहुंचे थे। इलाके में उपद्रव करती भीड़ देखकर वे दंगाइयों को समझाने लगे। परिवार का आरोप है कि इसी बीच दंगाइयों ने पत्थरबाजी करते हुए अंकित व उनके साथ तीन अन्य लोगों को भी भीड़ में खींच लिया। उनके मुताबिक, कथित रूप से स्थानीय आप नेता की बिल्डिंग में ले जाकर उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। परिजनोें का कहना है कि अंकित के घर न लौटने के बाद उन्होंने आसपास के लोगों से पूछा तो वारदात की जानकारी मिली।

इसके बाद परिवार ने दयालपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय घायलों और मृतकों की बीच से पहचान के लिए उन्हें जीटीबी अस्पताल भेज दिया। वहां अंकित के न मिलने पर परिजनों ने सुबह चांद बाग के नाले में छानबीन की तो अंकित का शव
मिला। हालांकि, अभी मौत के कारण की पुष्टि नहीं हुई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए जीटीबी अस्पताल भेजा गया है।

पूरी गली में पसरा है मातम
जिंदादिल युवा अंकित की मौत के बाद पूरी गली में मातम पसरा है। अंकित की मां सुधा का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, जवान बेटे की मौत के बाद पिता के आंसू भी नहीं रुक रहे हैं। अंकुर भी छोटे भाई के असमय जाने के बाद बेहद गमजदा हैं। उधर, घटना की सूचना के बाद पड़ोसियों का अंकित के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना देने का सिलसिला दिनभर लगा रहा।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed