CBSE: उत्तर तय सेक्शन में लिखना अनिवार्य, पुनर्मूल्यांकन में सुधार नहीं होगा, 10वीं के लिए सख्त नियम लागू
CBSE 10th Board Guidelines 2025: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कक्षा 10 के छात्रों के लिए विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों की परीक्षा के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं।
विस्तार
CBSE: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2026 में होने वाली कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा के लिए छात्रों के लिए निर्देश जारी किए हैं। ये निर्देश खास तौर पर विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों की परीक्षा के लिए हैं। 10वीं परीक्षा में बैठने वाले छात्र परीक्षा के दिशानिर्देश CBSE की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं। परीक्षा 17 फरवरी 2026 से 10 मार्च 2026 तक आयोजित की जाएगी।
इस वर्ष कक्षा 10 के विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के प्रश्न पत्र को मूल्यांकन की गुणवत्ता सुधारने के लिए अलग-अलग खंडों में विभाजित किया गया है।
विज्ञान: प्रश्न पत्र को तीन खंडों में बांटा गया है:
- खंड क: जीव विज्ञान
- खंड ख: रसायन विज्ञान
- खंड ग: भौतिक विज्ञान
सामाजिक विज्ञान: प्रश्न पत्र को चार खंडों में बांटा गया है:
- खंड क: इतिहास
- खंड ख: भूगोल
- खंड ग: राजनीति विज्ञान
- खंड घ: अर्थशास्त्र
उत्तर सही खंड में ही लिखें
कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में विज्ञान के उत्तर तीन खंडों (जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान) और सामाजिक विज्ञान के उत्तर चार खंडों (इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र) में लिखना अनिवार्य है। हर प्रश्न का उत्तर सिर्फ उसके निर्धारित खंड में ही लिखें, किसी अन्य खंड में न लिखें और न मिलाएं।
पुनर्मूल्यांकन में नहीं होगा सुधार
अगर उत्तर खंडों में मिल जाते हैं, तो उनका मूल्यांकन नहीं किया जाएगा और अंक नहीं मिलेंगे। परीक्षा परिणाम आने के बाद सत्यापन या पुनर्मूल्यांकन के दौरान भी ऐसी गलतियों को स्वीकार नहीं किया जाएगा और उन पर ध्यान नहीं दिया जाएगा।
बोर्ड ने विद्यालयों से कहा है, कि वे यह सुनिश्चित करें कि छात्र बोर्ड परीक्षा में कोई गलती न करें। इसके लिए स्कूल परीक्षा से पहले आवश्यक अभ्यास कराएं। स्कूल इन निर्देशों को प्री-बोर्ड परीक्षाओं में भी शामिल कर सकते हैं ताकि छात्र नए नियम और खंडों के अनुसार सही तरीके से उत्तर लिखने के लिए तैयार हों।