PPC 2026: परीक्षा पे चर्चा के लिए 11 जनवरी तक पंजीकरण का मौका, जानें कौन कर सकता है आवेदन
PPC 2026: परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के लिए पंजीकरण शुरू हो गया है। छात्र, शिक्षक और अभिभावक 11 जनवरी 2026 तक आवेदन कर सकते हैं। यह कार्यक्रम बोर्ड परीक्षाओं से पहले छात्रों के तनाव को कम करने और पीएम से सीधा संवाद का अवसर देता है।
विस्तार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संचालित वार्षिक कार्यक्रम "परीक्षा पे चर्चा" (PPC) के नौवें संस्करण के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई है। इच्छुक छात्र, शिक्षक और अभिभावक अब MyGov पोर्टल innovateindia1.mygov.in के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 11 जनवरी 2026 निर्धारित की गई है।
यह पहल हर साल बोर्ड परीक्षा सीजन से पहले आयोजित की जाती है। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के साथ परीक्षा तनाव, मानसिक स्वास्थ्य, प्रदर्शन का दबाव और परीक्षा अवधि में सामने आने वाली चुनौतियों पर संवाद स्थापित करना है। साथ ही, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए भी विशेष गतिविधि मॉड्यूल तैयार किए जाते हैं ताकि वे परीक्षा के समय छात्रों को बेहतर समर्थन दे सकें।
सहभागिता में लगातार रिकॉर्ड
पहले संस्करण में जहां केवल 22 हजार प्रतिभागी थे, वहीं 2025 में आयोजित आठवें संस्करण में 3.56 करोड़ पंजीकरण हुए। इसी दौरान 1.55 करोड़ लोगों ने जन आंदोलन गतिविधियों में हिस्सा लिया, जिससे कुल सहभागिता लगभग 5 करोड़ तक पहुंच गई।
पीपीसी 2025 ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया। इसमें 245 देशों के छात्र, 154 देशों के शिक्षक और 149 देशों के अभिभावकों ने भाग लिया। PPC 2026 में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को MyGov की ओर से आधिकारिक प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।
कौन कर सकता है आवेदन?
- कक्षा 6 से 12 तक के छात्र
- मान्यता प्राप्त स्कूलों के शिक्षक
- देशभर के अभिभावक और संरक्षक
छात्र पीएम मोदी को अधिकतम 500 कैरेक्टर में अपना प्रश्न भी भेज सकते हैं।
आवेदन कैसे करें?
- माय जीओवी पीपीसी पोर्टल innovateindia1.mygov.in पर जाएं।
- "Participate Now" पर क्लिक करें।
- छात्र/शिक्षक/अभिभावक श्रेणी चुनें।
- आवश्यक विवरण भरें और प्रश्न/एंट्री सबमिट करें।
- फॉर्म जमा करने के बाद पुष्टि डाउनलोड करें।
आवेदन की अंतिम तिथि से पहले पंजीकरण पूरा करने की सलाह दी गई है। परीक्षा पे चर्चा 2026 छात्रों में सकारात्मक माहौल बनाने और परीक्षा की चिंता कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बनी हुई है।