IISER: विज्ञान शिक्षा-शोध में उत्कृष्टता केंद्र में लें प्रवेश, 25 मई को होगी IAT 2025 परीक्षा; जानें विवरण
IISER: इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) आधुनिक शिक्षण पद्धतियों, अंतरराष्ट्रीय स्तर की फैकल्टी और बहु-विषयक (इंटरडिसिप्लिनरी) शिक्षण प्रणाली के लिए प्रसिद्ध हैं। आइए इनके बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं।

विस्तार
IISER: विज्ञान शिक्षा विभिन्न क्षेत्रों को समाहित करती है, और शोध इसका एक महत्वपूर्ण पहलू है। समाज से जुड़ी जटिल समस्याओं को हल करने के लिए गुणवत्तापूर्ण विज्ञान शिक्षा आवश्यक है। इसी उद्देश्य से भारत सरकार ने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) की स्थापना की है। देशभर में सात IISER संस्थान कार्यरत हैं, जो अंडरग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट और पीएचडी कार्यक्रम संचालित करते हैं। ये संस्थान आधुनिक शिक्षण पद्धतियों, अंतरराष्ट्रीय स्तर की फैकल्टी और बहु-विषयक (इंटरडिसिप्लिनरी) शिक्षण प्रणाली के लिए प्रसिद्ध हैं।

IISER: उच्च स्तरीय शोध और विज्ञान शिक्षा के केंद्र
भारत में विज्ञान शिक्षा और शोध को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा IISER संस्थानों की स्थापना की गई। ये स्वायत्त संस्थान शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आते हैं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के माध्यम से युवा वैज्ञानिकों को आकर्षित कर रहे हैं। यहां से पढ़े कई विद्यार्थी उच्च स्तरीय शोध के लिए दुनिया के प्रतिष्ठित संस्थानों में चयनित होते हैं।
इन संस्थानों का मुख्य उद्देश्य यूजी, पीजी और पीएचडी स्तर पर ऐसे शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों को तैयार करना है, जो आधुनिक दुनिया की जटिल चुनौतियों का समाधान निकाल सकें। देशभर में सात IISER मौजूद हैं, जिनमें IISER पुणे सबसे पुराना संस्थान है।
IISER: कौन-कौन से कोर्स उपलब्ध हैं?
देशभर में सात IISER हैं, जो बरहामपुर, भोपाल, कोलकाता, मोहाली, पुणे, तिरुवनंतपुरम और तिरुपति में स्थित हैं। ये संस्थान बहु-विषयक शिक्षा (इंटरडिसिप्लिनरी एजुकेशन) पर केंद्रित हैं और विभिन्न कोर्स प्रदान करते हैं। इनमें शामिल हैं:
- सभी IISER संस्थानों में: 5 वर्षीय बीएस-एमएस डुअल डिग्री प्रोग्राम (BS-MS)
- IISER कोलकाता: कम्प्यूटेशनल और डेटा साइंस में BS-MS डुअल डिग्री
- IISER भोपाल: बीटेक, बीएस-इकोनॉमिक साइंस, और बीएस-इकोनॉमिक साइंसेज
- IISER तिरुपति: बीएस-इकोनॉमिक और स्टैटिस्टिकल साइंसेज
- IISER भोपाल: 4 वर्षीय बीटेक प्रोग्राम (केमिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस)
IISER प्रवेश प्रक्रिया: IAT परीक्षा
IISER में प्रवेश पाने के लिए IISER एप्टीट्यूड टेस्ट (IAT) देना अनिवार्य है। वर्ष 2025 में IAT परीक्षा 25 मई को आयोजित होगी। इसके माध्यम से बीएस-एमएस डुअल डिग्री, बीटेक, और बीएस डिग्री प्रोग्राम में दाखिला दिया जाएगा।
- ऑनलाइन आवेदन 15 अप्रैल 2025 तक स्वीकार किए जाएंगे।
- 15 मई को प्रवेश पत्र (एडमिट कार्ड) जारी किए जाएंगे।
- परीक्षा के परिणाम के बाद ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया आयोजित होगी।
पहले IISER में दाखिला JEE Advanced के माध्यम से होता था, लेकिन अब संस्थान ने IAT परीक्षा को प्राथमिकता दी है। जो विद्यार्थी कक्षा 12वीं में भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान और गणित में से तीन विषयों का अध्ययन कर चुके हैं, वे इस परीक्षा के लिए पात्र होंगे।
IAT के माध्यम से IISc और IIT में प्रवेश
IAT परीक्षा के स्कोर के आधार पर न केवल IISER संस्थानों में बल्कि अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में भी प्रवेश संभव है।
- IISc बेंगलुरु: बीएससी रिसर्च प्रोग्राम
- IIT मद्रास: बीएस-मेडिकल साइंसेज और इंजीनियरिंग प्रोग्राम
इस प्रकार, IISER न केवल भारत में वैज्ञानिक शोध और उच्च शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं, बल्कि देश के होनहार विद्यार्थियों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए भी तैयार कर रहे हैं।