China: भारतीय वाणिज्य दूतावास शंघाई ने बढ़ाया सांस्कृतिक सहयोग, संस्कृत और पाली विशेषज्ञों के साथ की बैठक
China: भारतीय कौंसल जनरल प्रतीक माथुर ने शंघाई में संस्कृत, पाली और भारतीय संस्कृति के विशेषज्ञ चीनी अकादमिक्स से मुलाकात की। बैठक में संस्कृत अध्ययन, बौद्ध साहित्य और सांस्कृतिक परियोजनाओं में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई। शोध और नवाचार कार्यों की जानकारी साझा की गई।
विस्तार
China: शंघाई स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के कौंसल जनरल प्रतीक माथुर ने चीन के उन शिक्षाविदों से मुलाकात की जो संस्कृत, पाली और भारतीय संस्कृति पर शोध एवं अध्ययन करते हैं। इस बैठक में दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और अकादमिक सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा हुई।
कौंसलेट ने गुरुवार को एक्स (X) पर पोस्ट के जरिए जानकारी दी कि प्रतीक माथुर ने डॉ. झोउ लिकुन, एसोसिएट प्रोफेसर (संस्कृत व पाली), बीजिंग फॉरेन स्टडीज यूनिवर्सिटी और ली हांसी, Narasimha Workshop की संस्थापक से मुलाकात की।
बैठक में क्या चर्चा हुई?
संस्कृत अध्ययन, बौद्ध साहित्य और नवाचार आधारित सांस्कृतिक परियोजनाओं को बढ़ावा देने पर बातचीत हुई। डॉ. झोउ लिकुन ने अपने शोध से जुड़े अनुभव साझा किए, जिसमें भारतीय खगोल विज्ञान, पंचांग (कैलेंडर) और साहित्य शामिल हैं। ली हांसी ने Narasimha Workshop द्वारा भारतीय संस्कृति से जुड़े क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स और उत्पादों की झलक प्रस्तुत की।
उद्देश्य
इस मुलाकात का मुख्य मकसद भारत और चीन के बीच सांस्कृतिक और विद्वतापूर्ण सहयोग को मजबूत करना, साथ ही संस्कृत व पाली अध्ययन को बढ़ावा देना रहा।