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World Students Day: क्यों मनाया जाता है विश्व छात्र दिवस? जानें क्या है इस दिन का महत्व और इसके पीछे की कहानी

एजुकेशन डेस्क, अमर उजाला Published by: आकाश कुमार Updated Mon, 13 Oct 2025 06:44 PM IST
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सार

World Students Day 2025: हर साल 15 अक्तूबर को विश्व छात्र दिवस मनाया जाता है। विश्व छात्र दिवस का उद्देश्य शिक्षा के समान अवसरों को बढ़ावा देना, नवाचार की भावना को प्रोत्साहित करना और छात्रों के योगदान को सम्मानित करना है। आइए इस दिन के महत्व और इतिहास के बारे में जानते हैं।
 

World Students’ Day 2025: Honoring Dr. APJ Abdul Kalam’s Legacy, Power of Education; Significance of this day
World Student Day 2025 - फोटो : Adobe Stock
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विस्तार
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World Students Day 2025: भारत के 11वें राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने कहा था, "सपने वो नहीं होते जो हम सोते वक्त देखते हैं, सपने वो होते हैं जो हमें सोने नहीं देते।" विद्यार्थियों के प्रति उनके गहरे लगाव और प्रेरणादायी व्यक्तित्व ने उन्हें छात्रों के बीच "पीपुल्स प्रेसिडेंट" के रूप में पहचान दिलाई। हर साल 15 अक्तूबर को उनके जन्मदिन पर विश्व छात्र दिवस (World Students’ Day) मनाया जाता है, जो शिक्षा के महत्व और छात्रों की भूमिका पर प्रकाश डालता है।

विश्व छात्र दिवस का उद्देश्य

विश्व छात्र दिवस का उद्देश्य शिक्षा के समान अवसरों को बढ़ावा देना, नवाचार की भावना को प्रोत्साहित करना और छात्रों के योगदान को सम्मानित करना है। यह दिन डॉ. कलाम के उस विश्वास की याद दिलाता है कि शिक्षा न केवल व्यक्ति बल्कि पूरे समाज को बदल सकती है।

इतिहास और पृष्ठभूमि

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने 15 अक्तूबर को विश्व छात्र दिवस के रूप में घोषित किया था ताकि डॉ. कलाम की शिक्षकीय विरासत और उनके द्वारा स्थापित आदर्शों को सम्मान दिया जा सके। डॉ. कलाम न केवल एक वैज्ञानिक और मिसाइल कार्यक्रम के अग्रदूत थे, बल्कि एक ऐसे शिक्षक भी थे जिन्होंने हमेशा युवाओं को बड़े सपने देखने और उन्हें साकार करने के लिए प्रेरित किया।

वे अक्सर स्कूलों और विश्वविद्यालयों का दौरा करते थे, जहां वे छात्रों को जीवन, विज्ञान और आत्म-विश्वास के बारे में प्रेरणादायक विचार साझा करते थे। उनके भाषणों में शिक्षा की भूमिका, आत्मनिर्भरता और समाज सेवा की भावना हमेशा प्रमुख रहती थी।

विश्व छात्र दिवस मनाने की शुरुआत

संयुक्त राष्ट्र की ओर से पहली बार वर्ष 2010 में भारत रत्न से सम्मानित डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की 79वीं जयंती को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की गई। उसके बाद से अब तक प्रतिवर्ष विश्व छात्र दिवस को 15 अक्तूबर को मनाया जाने लगा। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की महत्वपूर्ण भूमिका, उनकी उपलब्धियां और छात्रों को दी गई प्रेरणा को इस दिन याद किया जाता है। उन्होंने मानना था कि शिक्षक समाज के निर्माता होते हैं क्योंकि वे छात्रों को उनके संबंधित विषयों में कुशल बनाने के लिए जिम्मेदार होते हैं। कलाम ने अपना पूरा जीवन शिक्षा और छात्रों के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया।

2002 से 2007 तक वे भारत के 11वें राष्ट्रपति रहे और अपने कार्यकाल के दौरान वे विशेष रूप से छात्रों और युवाओं के प्रति अपने स्नेह और जुड़ाव के लिए प्रसिद्ध हुए। उनकी शिक्षाएं और प्रेरणादायक बातें आज भी लाखों छात्रों के लिए मार्गदर्शक बनी हुई हैं।
 

विश्व छात्र दिवस का महत्व

यह दिन छात्रों की उपलब्धियों को सम्मानित करने, शिक्षा की चुनौतियों पर चर्चा करने और सीखने के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए मनाया जाता है।
डॉ. कलाम मानते थे कि हर छात्र में एक "चेंजमेकर" बनने की क्षमता होती है, बस उसे सही दिशा और अवसर की आवश्यकता है।

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