{"_id":"6927630ae6737bc8c8015931","slug":"commission-payments-of-rs-341-crore-to-commission-agents-stuck-chandigarh-haryana-news-c-16-1-pkl1095-881229-2025-11-27","type":"story","status":"publish","title_hn":"Chandigarh-Haryana News: आढ़तियों का 341 करोड़ रुपये की आढ़त का भुगतान अटका","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Chandigarh-Haryana News: आढ़तियों का 341 करोड़ रुपये की आढ़त का भुगतान अटका
विज्ञापन
विज्ञापन
अरुण शर्मा
चंडीगढ़। प्रदेश के करीब 30 हजार आढ़तियों को अभी आढ़त के लिए इंतजार करना पड़ेगा। प्रदेश में खरीफ-2025 सीजन का धान की खरीद का कार्य 15 नवंबर को पूरा हो गया लेकिन आढ़तियों की आढ़त को लेकर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है।
दरअसल केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार आढ़तियों को 45.88 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से आढ़त मिलती है जबकि हरियाणा सरकार के नियमों में आढ़त 55 रुपये प्रति क्विंटल है। धान की खरीद 22 सितंबर से शुरू हो गई थी, लेकिन मुख्यालय स्तर पर आढ़त को लेकर सरकार की मंजूरी नहीं मिली थी। अब खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने वित्त विभाग को मंजूरी के लिए मामला भेजा है। इस अड़चन के कारण अभी तक आढ़तियों की करीब 341 करोड़ रुपये की आढ़त अटकी हुई है।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अनुसार 15 नवंबर तक प्रदेश में करीब 62 लाख मीटि्रक टन धान की खरीद हुई है। आढ़ती धान की खरीद के पहले सप्ताह यानी 26 सितंबर से ही आढ़त की मांग करते आ रहे हैं। यदि राज्य सरकार 55 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से अनुमति देती है तो आढ़तियों को करीब 341 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा। यदि केंद्र सरकार के नियमों का पालन हुआ तो 45.88 रुपये प्रति क्विंटल के अनुसार आढ़तियों को 285 करोड़ रुपये का भुगतान मिलेगा।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निदेशक अंशज सिंह का कहना है कि मुख्यालय स्तर पर आढ़त के मूल्य निर्धारण को लेकर निर्णय नहीं हो सका था। पिछली बार गेहूं की खरीद के दाैरान 55 रुपये के अनुसार आढ़त दी गई थी इसलिए वित्त विभाग से 55 रुपये के अनुसार ही आढ़त के भुगतान को लेकर मंजूरी मांगी गई है। अभी मजदूरी और वाहनों से माल ढुलाई की कुछ रकम का भुगतान हुआ है। किसानों की रकम का भुगतान हो चुका है।
आढ़ती बोले- मजदूरों की मजदूरी भी पूरी नहीं मिली
हरियाणा राज्य अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रदेश संयोजक हर्ष गिरधर ने कड़ी नाराजगी जताते हुए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग पर अनदेखी का आरोप लगाया है। कहा कि 22 सितंबर से धान की खरीद शुरू हुई लेकिन अभी तक ई-खरीद पोर्टल पर यही अपडेट नहीं हुआ कि आढ़त 55 रुपये मिलेगी या 45.88 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से। प्रदेश के करीब 30 हजार आढ़तियों के पास कार्यरत 4 से 5 लाख मजदूरों को पूरी भी नहीं मिली है। मजदूरी 12.07 रुपये प्रति बैग है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डाॅॅ. राम अवतार तायल ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निदेशक को पत्र भेजकर तुरंत आढ़त के भुगतान की मांग की है।
Trending Videos
चंडीगढ़। प्रदेश के करीब 30 हजार आढ़तियों को अभी आढ़त के लिए इंतजार करना पड़ेगा। प्रदेश में खरीफ-2025 सीजन का धान की खरीद का कार्य 15 नवंबर को पूरा हो गया लेकिन आढ़तियों की आढ़त को लेकर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है।
दरअसल केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार आढ़तियों को 45.88 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से आढ़त मिलती है जबकि हरियाणा सरकार के नियमों में आढ़त 55 रुपये प्रति क्विंटल है। धान की खरीद 22 सितंबर से शुरू हो गई थी, लेकिन मुख्यालय स्तर पर आढ़त को लेकर सरकार की मंजूरी नहीं मिली थी। अब खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने वित्त विभाग को मंजूरी के लिए मामला भेजा है। इस अड़चन के कारण अभी तक आढ़तियों की करीब 341 करोड़ रुपये की आढ़त अटकी हुई है।
विज्ञापन
विज्ञापन
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अनुसार 15 नवंबर तक प्रदेश में करीब 62 लाख मीटि्रक टन धान की खरीद हुई है। आढ़ती धान की खरीद के पहले सप्ताह यानी 26 सितंबर से ही आढ़त की मांग करते आ रहे हैं। यदि राज्य सरकार 55 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से अनुमति देती है तो आढ़तियों को करीब 341 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा। यदि केंद्र सरकार के नियमों का पालन हुआ तो 45.88 रुपये प्रति क्विंटल के अनुसार आढ़तियों को 285 करोड़ रुपये का भुगतान मिलेगा।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निदेशक अंशज सिंह का कहना है कि मुख्यालय स्तर पर आढ़त के मूल्य निर्धारण को लेकर निर्णय नहीं हो सका था। पिछली बार गेहूं की खरीद के दाैरान 55 रुपये के अनुसार आढ़त दी गई थी इसलिए वित्त विभाग से 55 रुपये के अनुसार ही आढ़त के भुगतान को लेकर मंजूरी मांगी गई है। अभी मजदूरी और वाहनों से माल ढुलाई की कुछ रकम का भुगतान हुआ है। किसानों की रकम का भुगतान हो चुका है।
आढ़ती बोले- मजदूरों की मजदूरी भी पूरी नहीं मिली
हरियाणा राज्य अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रदेश संयोजक हर्ष गिरधर ने कड़ी नाराजगी जताते हुए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग पर अनदेखी का आरोप लगाया है। कहा कि 22 सितंबर से धान की खरीद शुरू हुई लेकिन अभी तक ई-खरीद पोर्टल पर यही अपडेट नहीं हुआ कि आढ़त 55 रुपये मिलेगी या 45.88 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से। प्रदेश के करीब 30 हजार आढ़तियों के पास कार्यरत 4 से 5 लाख मजदूरों को पूरी भी नहीं मिली है। मजदूरी 12.07 रुपये प्रति बैग है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डाॅॅ. राम अवतार तायल ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निदेशक को पत्र भेजकर तुरंत आढ़त के भुगतान की मांग की है।