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Haryana: SYL, चंडीगढ़ में विधानसभा और अरावली मुद्दा... हुड्डा बोले- सरकार ने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: अंकेश ठाकुर
Updated Tue, 23 Dec 2025 02:39 PM IST
सार
हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने भाजपा सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार ने तीन दिन का शीतकालीन सत्र बुलाया था। हमने समय बढ़ाने की मांग की थी। क्योंकि मुद्दे बहुत थे, लेकिन समय नहीं बढ़ाया गया।
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कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा
- फोटो : ANI
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विस्तार
हरियाणा कांग्रेस के सीनियर लीडर व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने मंगलवार को चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने सैनी सरकार पर जमकर आरोप लगाए। हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार ने तीन दिन का शीतकालीन सत्र बुलाया था। हमने समय बढ़ाने की मांग की थी। क्योंकि मुद्दे बहुत थे, लेकिन समय नहीं बढ़ाया गया। अविश्वास प्रस्ताव में हमने जो भी मुद्दे उठाए उनमें से एक का भी जवाब सरकार ने नहीं दिया। हमारा एक भी ध्यानाकर्षण प्रस्ताव या काम रोको प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया गया। हरियाणा में दो खिलाड़ियों की मौत हुई। हम खेल व्यवस्थाओं को का मुद्दा उठाना चाहते थे। हम अरावली का मुद्दा उठाना चाहते थे। हम सरकार से पूछना चाहते थे कि सुप्रीम कोर्ट में सरकार क्या स्टैंड लेगी।
वहीं, हुड्डा ने कहा कि सरकार चंडीगढ़ का स्टेट्स को स्पष्ट करे। अगर चंडीगढ़ हरियाणा राजधानी है तो हम विधानसभा के लिए जमीन क्यों नहीं ले सकते। सरकार एसवाईएल मामले को साफ करे। जब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला कर दिया है तो बातचीत क्यों की जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। जिसमें फैसला हुआ था कि हम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मिलेंगे। प्रधानमंत्री से मुलाकात की जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ली थी। हम राष्ट्रपति से मिले लेकिन प्रधानमंत्री से मुलाकात नहीं हो पाई।
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि दूसरे राज्यों के युवाओं को हरियाणा में नौकरियां दी जा रही हैं। हम एसआईआर का विरोध नहीं करते हैं। इस पर चर्चा करेंगे। ये लोग ईवीएम की बात करते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा वीवीपैट लगाओ। हम कहते हैं बैलेट पेपर से वोटिंग हो। चुनाव सुधार का मुद्दा चुनाव आयोग के अधिकार में है। हम उस पर चर्चा कैसे कर सकते हैं। नीति आयोग की रिर्पोट के अनुसार फिसकल हेल्थ में हरियाणा 18 में से 14वें नंबर पर है।
हुड्डा ने आरोप लगाया कि हरियाणा में पुलिस में आधे पद खाली हैं। टीचर्स की कमी है। स्कूल में जाओ तो टीचर नहीं। अस्पताल में जाओ डॉक्टर नहीं। जब वोट लेने थे तो बीपीएल कार्ड बना दिए। बाद में काट दिए। इन्होंने पहले कहा कि लाडो लक्ष्मी योजना में 2100 रुपये हर महिला को देंगे। अब ये सिर्फ कुछ लाख महिलाओं को दे रहे हैं। साढ़े 5 लाख किसानों ने मुआवजा अप्लाई किया था। इन्होंने दिया सिर्फ 50 हजार को। इनको पराली का धुंआ को सैटेलाइट में दिख जाता है। पानी में डूबे खेत नहीं दिखते।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र से कांग्रेस के वॉकआउट को लेकर हुड्डा ने कहा कि हमने डेढ़ घंटा उनकी बात सुनी। लेकिन जब उन्होंने कोई सही बात नहीं की तब हम बाहर गए। इंदूराज नरवाल के खिलाफ प्रिविलेज मोशन को लेकर कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है। इसे डिलीट किया जाना चाहिए था। इंदूराज नरवाल ने इस पर माफी भी मांगी। जब विपुल गोयल का मुद्दा उठा तो विपुल गोयल ने खेद जताया तो वो मामला भी खत्म कर दिया गया था।
हुड्डा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव में सरकार ने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। वो टनल की बात करते रहे। वोट चोरी के प्रस्ताव पर कहा कि वो इलेक्टोरल रिफॉर्म और मतदाता सूची की बात कर रहे थे। हमने कहा था कि प्रस्ताव बदल कर वोट चोरी पर ले आओ हम चर्चा कर लेंगे। हम अगले सत्र में वोट चोरी पर प्रस्ताव लेकर आएंगे।
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वहीं, हुड्डा ने कहा कि सरकार चंडीगढ़ का स्टेट्स को स्पष्ट करे। अगर चंडीगढ़ हरियाणा राजधानी है तो हम विधानसभा के लिए जमीन क्यों नहीं ले सकते। सरकार एसवाईएल मामले को साफ करे। जब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला कर दिया है तो बातचीत क्यों की जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। जिसमें फैसला हुआ था कि हम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मिलेंगे। प्रधानमंत्री से मुलाकात की जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ली थी। हम राष्ट्रपति से मिले लेकिन प्रधानमंत्री से मुलाकात नहीं हो पाई।
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भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि दूसरे राज्यों के युवाओं को हरियाणा में नौकरियां दी जा रही हैं। हम एसआईआर का विरोध नहीं करते हैं। इस पर चर्चा करेंगे। ये लोग ईवीएम की बात करते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा वीवीपैट लगाओ। हम कहते हैं बैलेट पेपर से वोटिंग हो। चुनाव सुधार का मुद्दा चुनाव आयोग के अधिकार में है। हम उस पर चर्चा कैसे कर सकते हैं। नीति आयोग की रिर्पोट के अनुसार फिसकल हेल्थ में हरियाणा 18 में से 14वें नंबर पर है।
हुड्डा ने आरोप लगाया कि हरियाणा में पुलिस में आधे पद खाली हैं। टीचर्स की कमी है। स्कूल में जाओ तो टीचर नहीं। अस्पताल में जाओ डॉक्टर नहीं। जब वोट लेने थे तो बीपीएल कार्ड बना दिए। बाद में काट दिए। इन्होंने पहले कहा कि लाडो लक्ष्मी योजना में 2100 रुपये हर महिला को देंगे। अब ये सिर्फ कुछ लाख महिलाओं को दे रहे हैं। साढ़े 5 लाख किसानों ने मुआवजा अप्लाई किया था। इन्होंने दिया सिर्फ 50 हजार को। इनको पराली का धुंआ को सैटेलाइट में दिख जाता है। पानी में डूबे खेत नहीं दिखते।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र से कांग्रेस के वॉकआउट को लेकर हुड्डा ने कहा कि हमने डेढ़ घंटा उनकी बात सुनी। लेकिन जब उन्होंने कोई सही बात नहीं की तब हम बाहर गए। इंदूराज नरवाल के खिलाफ प्रिविलेज मोशन को लेकर कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है। इसे डिलीट किया जाना चाहिए था। इंदूराज नरवाल ने इस पर माफी भी मांगी। जब विपुल गोयल का मुद्दा उठा तो विपुल गोयल ने खेद जताया तो वो मामला भी खत्म कर दिया गया था।
हुड्डा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव में सरकार ने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। वो टनल की बात करते रहे। वोट चोरी के प्रस्ताव पर कहा कि वो इलेक्टोरल रिफॉर्म और मतदाता सूची की बात कर रहे थे। हमने कहा था कि प्रस्ताव बदल कर वोट चोरी पर ले आओ हम चर्चा कर लेंगे। हम अगले सत्र में वोट चोरी पर प्रस्ताव लेकर आएंगे।
#WATCH | Chandigarh: Congress leader Bhupinder Singh Hooda says, "The government did not want to discuss the questions raised, the no-confidence motion, and that the government has failed to protect Haryana. There were a lot of issues like the status of Chandigarh... the SYL… pic.twitter.com/d6ehFhO4Co
— ANI (@ANI) December 23, 2025