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Chandigarh-Haryana News: ...थानेदार की मर्जी के बिना परिंदा भी पर नहीं मार सकता
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- डीजीपी ओपी सिंह ने पुलिस कर्मचारियों को प्रेरित करने के लिए लिखा पत्र
अमर उजाला ब्यूरो
चंडीगढ़। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के कार्यभार संभालने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए लिखी गई उनकी चिट्ठियां काफी चर्चा में है। रविवार को एक और चिट्ठी जारी करते हुए डीजीपी ने लिखा है कि जनता का पुलिस पर ऐसा भरोसा है कि थानेदार की मर्जी के बिना परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। इतना भरोसा तो भगवान पर भी नहीं है।
डीजीपी ने पुलिस की जिम्मेदारी का जिक्र करते हुए कहा कि जनता का यही भरोसा राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत बनाने में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को प्रधानमंत्री के संदेश का हवाला देते हुए निर्देश दिए हैं कि 31 अक्तूबर तक अपने-अपने थाना क्षेत्रों में राष्ट्रीय सुरक्षा के विषय पर जागरूकता कार्यक्रम अवश्य आयोजित करें। कहा कि देश, राज्य और थाना ये तीनों ही सुरक्षा की कड़ी के अहम हिस्से हैं और हर एसएचओ की महत्वपूर्ण भूमिका है।
डीजीपी ने पत्र में लिखा है कि आपके पास वर्दी, बंदूक, गाड़ी, कानून का अधिकार और जनता का विश्वास हैं। ये सब भगवान का दिया हुआ वरदान है। अगर आप अपराधियों को जेल में डालेंगे तो जनता चैन की नींद सोएगी। उन्होंने कर्मचारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि अगर किसी को लगता है कि उनके पास ज्यादा काम है तो वह विभाग को पत्र लिख सकते हैं लेकिन राज्य की सुरक्षा और जनता का विश्वास सबसे बड़ा कार्य है।
डीजीपी ने कहा कि यह अभियान सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती और राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर चलाया जा रहा है। उन्होंने एसएचओ को निर्देश दिए कि शाम को थाने में सभी कर्मचारियों को एकत्र करें, प्रधानमंत्री का संदेश सुनाएं और स्कूलों में जाकर बच्चों को साइबर ठगी और नशे के खतरे से आगाह करें।
डीजीपी ने कहा कि बच्चों को बताइए कि जिस तरह महंगी गाड़ी में चीनी डालने से इंजन जाम हो जाता है वैसे ही नशे से जीवन ठहर जाता है। उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देश अब अपनी नई पीढ़ी को ड्रग्स और साइबर अपराध से बचाने के लिए शिक्षा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सहारा ले रहे हैं। हरियाणा पुलिस को भी इसी दिशा में काम करना होगा। डीजीपी ने एसएचओ से कहा कि वे इन कार्यक्रमों के वीडियो और फोटो तैयार करें ताकि आगामी जयपुर में होने वाली डीजी-आईजी काॅन्फ्रेंस में हरियाणा पुलिस का कार्य देशभर में उदाहरण के तौर पर पेश किया जा सके। पत्र का समापन उन्होंने जय हिंद के नारे के साथ किया और सभी पुलिसकर्मियों से आह्वान किया कि वे जनता के विश्वास को बनाए रखें।
अमर उजाला ब्यूरो
चंडीगढ़। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के कार्यभार संभालने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए लिखी गई उनकी चिट्ठियां काफी चर्चा में है। रविवार को एक और चिट्ठी जारी करते हुए डीजीपी ने लिखा है कि जनता का पुलिस पर ऐसा भरोसा है कि थानेदार की मर्जी के बिना परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। इतना भरोसा तो भगवान पर भी नहीं है।
डीजीपी ने पुलिस की जिम्मेदारी का जिक्र करते हुए कहा कि जनता का यही भरोसा राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत बनाने में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को प्रधानमंत्री के संदेश का हवाला देते हुए निर्देश दिए हैं कि 31 अक्तूबर तक अपने-अपने थाना क्षेत्रों में राष्ट्रीय सुरक्षा के विषय पर जागरूकता कार्यक्रम अवश्य आयोजित करें। कहा कि देश, राज्य और थाना ये तीनों ही सुरक्षा की कड़ी के अहम हिस्से हैं और हर एसएचओ की महत्वपूर्ण भूमिका है।
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डीजीपी ने पत्र में लिखा है कि आपके पास वर्दी, बंदूक, गाड़ी, कानून का अधिकार और जनता का विश्वास हैं। ये सब भगवान का दिया हुआ वरदान है। अगर आप अपराधियों को जेल में डालेंगे तो जनता चैन की नींद सोएगी। उन्होंने कर्मचारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि अगर किसी को लगता है कि उनके पास ज्यादा काम है तो वह विभाग को पत्र लिख सकते हैं लेकिन राज्य की सुरक्षा और जनता का विश्वास सबसे बड़ा कार्य है।
डीजीपी ने कहा कि यह अभियान सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती और राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर चलाया जा रहा है। उन्होंने एसएचओ को निर्देश दिए कि शाम को थाने में सभी कर्मचारियों को एकत्र करें, प्रधानमंत्री का संदेश सुनाएं और स्कूलों में जाकर बच्चों को साइबर ठगी और नशे के खतरे से आगाह करें।
डीजीपी ने कहा कि बच्चों को बताइए कि जिस तरह महंगी गाड़ी में चीनी डालने से इंजन जाम हो जाता है वैसे ही नशे से जीवन ठहर जाता है। उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देश अब अपनी नई पीढ़ी को ड्रग्स और साइबर अपराध से बचाने के लिए शिक्षा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सहारा ले रहे हैं। हरियाणा पुलिस को भी इसी दिशा में काम करना होगा। डीजीपी ने एसएचओ से कहा कि वे इन कार्यक्रमों के वीडियो और फोटो तैयार करें ताकि आगामी जयपुर में होने वाली डीजी-आईजी काॅन्फ्रेंस में हरियाणा पुलिस का कार्य देशभर में उदाहरण के तौर पर पेश किया जा सके। पत्र का समापन उन्होंने जय हिंद के नारे के साथ किया और सभी पुलिसकर्मियों से आह्वान किया कि वे जनता के विश्वास को बनाए रखें।