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Charkhi Dadri News: पैक्स समितियों व दादरी जमींदारा सोसायटी कार्यालय में पहुंचे 5,600 यूरिया खाद के बैग
संवाद न्यूज एजेंसी, चरखी दादरी
Updated Mon, 15 Dec 2025 12:25 AM IST
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नगर स्थित जमींदारा सोसायटी कार्यालय के अंदर व बाहर रखी यूरिया खाद।
- फोटो : 1
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चरखी दादरी। जिले की विभिन्न पैक्स समितियों व दादरी जमींदारा सोसायटी कार्यालय में रविवार को 5,600 यूरिया खाद के बैग पहुंचे हैं। सोमवार से खाद का वितरण किया जाएगा। इस समय यूरिया की ज्यादा जरूरत बनी हुई है। दादरी नगर में 1,150 बैग पहुंचे हैं। पैक्स समितियों में 4,450 बैग भेजे गए हैं। दिसंबर व जनवरी माह में यूरिया की लगातार खपत बनी रहेगी। जिले में 22 पैक्स समितियों व शहर में जमींदारा सोसायटी की ओर से खाद का वितरण किया जाता है। इन पैक्स समितियों में बाढड़ा, बौंद कलां, दाढ़ी बाना, अटेला, मोरवाला आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं।
10 दिन बाद पहुंची खाद
करीब दस दिन के अंतराल यूरिया खाद पहुंची है। किसानों ने रबी की गेहूं व सरसों की बिजाई का कार्य पूरा कर लिया है। इस समय सरसों की पहली सिंचाई का समय है। ऐसे में सिंचाई के दौरान किसान यूरिया खाद का छिड़काव कर रहे हैं। अब खाद के लिए मारामारी मची है। मेरी फसल, मेरा पोर्टल पर दर्ज जमीन के विवरण के हिसाब से यूरिया वितरित की जा रही है।
33,000 मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत
रबी सीजन में जिले मेंं मार्च 2026 तक 33,000 मीट्रिक टन यूरिया खाद की जरूरत रहेगी। जिले का कृषि योग्य कुल रकबा 1,22,378 हेक्टेयर क्षेत्र है। हालांकि इस समय गेहूं की बिजाई का पछेता समय चल रहा है। 97 प्रतिशत बिजाई का काम पूरा हो चुका है। गेहूं की पछेती किस्मों की बिजाई 25 दिसंबर तक की जा सकेगी। किसान पहली व दूसरी सिंचाई के दौरान यूरिया खाद का छिड़काव करते हैं। विभाग की ओर से भी हर माह की मांग के अनुरूप खाद की आवक कराई जा रही है। जमीन के हिसाब से ही खाद की मांग ऊपर भेज रखी है। जनवरी माह में 10 हजार व फरवरी माह में एक हजार एमटी यूरिया की जरूरत रहेगी।
वर्जन
5,600 बैग यूरिया खाद पहुंची है। इसका वितरण होने के बाद और मंगवाई जाएगी। सभी किसानों को जरूरत के अनुसार खाद मिलेगी। - एसडीओ कृष्ण कुमार, कृषि विभाग।
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10 दिन बाद पहुंची खाद
करीब दस दिन के अंतराल यूरिया खाद पहुंची है। किसानों ने रबी की गेहूं व सरसों की बिजाई का कार्य पूरा कर लिया है। इस समय सरसों की पहली सिंचाई का समय है। ऐसे में सिंचाई के दौरान किसान यूरिया खाद का छिड़काव कर रहे हैं। अब खाद के लिए मारामारी मची है। मेरी फसल, मेरा पोर्टल पर दर्ज जमीन के विवरण के हिसाब से यूरिया वितरित की जा रही है।
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33,000 मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत
रबी सीजन में जिले मेंं मार्च 2026 तक 33,000 मीट्रिक टन यूरिया खाद की जरूरत रहेगी। जिले का कृषि योग्य कुल रकबा 1,22,378 हेक्टेयर क्षेत्र है। हालांकि इस समय गेहूं की बिजाई का पछेता समय चल रहा है। 97 प्रतिशत बिजाई का काम पूरा हो चुका है। गेहूं की पछेती किस्मों की बिजाई 25 दिसंबर तक की जा सकेगी। किसान पहली व दूसरी सिंचाई के दौरान यूरिया खाद का छिड़काव करते हैं। विभाग की ओर से भी हर माह की मांग के अनुरूप खाद की आवक कराई जा रही है। जमीन के हिसाब से ही खाद की मांग ऊपर भेज रखी है। जनवरी माह में 10 हजार व फरवरी माह में एक हजार एमटी यूरिया की जरूरत रहेगी।
वर्जन
5,600 बैग यूरिया खाद पहुंची है। इसका वितरण होने के बाद और मंगवाई जाएगी। सभी किसानों को जरूरत के अनुसार खाद मिलेगी। - एसडीओ कृष्ण कुमार, कृषि विभाग।