{"_id":"690121d1f9358fa0380dbdf5","slug":"dc-appeal-not-to-burn-parali-charkhi-dadri-news-c-126-1-shsr1012-146749-2025-10-29","type":"story","status":"publish","title_hn":"Charkhi Dadri News: फसल अवशेष जलाने के बजाय प्रबंधन करें किसान","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
    Charkhi Dadri News: फसल अवशेष जलाने के बजाय प्रबंधन करें किसान
 
            	    संवाद न्यूज एजेंसी, चरखी दादरी             
                        
       Updated Wed, 29 Oct 2025 01:34 AM IST
        
       
    विज्ञापन
    
        
    
     
      
             
                            
विज्ञापन
 
                                                 
                संवाद न्यूज एजेंसी
                                
                
                
                 
                    
                                                                                                        
                                                
                        
                        
 
                        
                                                                                      
                   
    
                                                                        
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                                
                                 
                
चरखी दादरी। उपायुक्त डाॅ. मुनीश नागपाल ने जिले के किसानों से फसल अवशेष न जलाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा है कि किसान सरकार की फसल अवशेष प्रबंधन योजना का लाभ उठा सकते हैं। इसके तहत किसानों को प्रति एकड़ 1200 रुपये का लाभ मिल सकता है।
उपायुक्त ने कहा कि जिले में धान की कटाई का कार्य जोरों पर चल रहा है। धान की कटाई के बाद किसान जाने अनजाने बचे हुए अवशेषों में आग लगा देते हैं। इसके कारण भूमि के स्वास्थ्य को हानि पहुंचती है व आम जन को भी सांस संबंधित गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। फसल अवशेष जलाने से भूमि की उपजाऊ शक्ति खत्म होती है। जो मित्र कीट उपलब्ध होते हैं वे भी नष्ट हो जाते हैं।    
             
                                                    
                                 
                                
                               
                                                                
                                                 
                
सरकार की हिदायतों के अनुसार यदि कोई किसान फसल अवशेषों में आग लगाता हैं तो उस पर तीन तरह की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसमें एफआईआर दर्ज करवाना, 5 हजार से 30 हजार रुपये तक का जुर्माना व मेरी फसल, मेरा ब्योरा में रेड एंट्री करने का प्रावधान है।
यदि कोई किसान 2 एकड़ भूमि में आग लगाता है, तो उस पर 5 हजार रुपये, 2 से पांच एकड़ तक 10 हजार रुपये और 5 एकड़ से अधिक में 30 हजार रुपये जुर्माना लगाने का प्रावधान है। जिस किसान की मेरी फसल मेरा, ब्योरा पर रेड एंट्री कर दी जाती है वह किसान अगले 2 सीजन तक अपनी फसल मंडी में एमएसपी पर नहीं बेच पाएगा।
बैठक में सभी सदस्यों को सीआरएम एप के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उप कृषि निदेशक जितेन्द्र कुमार ने कहा कि जो किसान इस वर्ष पराली में आग नहीं लगाएगा व पराली खेत में मिलाएगा या उसे चारे के रूप में प्रयोग करेगा या बेल बनाएगा, हरियाणा सरकार की ओर से उस किसान को 1200 रुपये प्रति एकड़ की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                                                
                                
                                
                
                                                                
                               
                                                        
         
चरखी दादरी। उपायुक्त डाॅ. मुनीश नागपाल ने जिले के किसानों से फसल अवशेष न जलाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा है कि किसान सरकार की फसल अवशेष प्रबंधन योजना का लाभ उठा सकते हैं। इसके तहत किसानों को प्रति एकड़ 1200 रुपये का लाभ मिल सकता है।
उपायुक्त ने कहा कि जिले में धान की कटाई का कार्य जोरों पर चल रहा है। धान की कटाई के बाद किसान जाने अनजाने बचे हुए अवशेषों में आग लगा देते हैं। इसके कारण भूमि के स्वास्थ्य को हानि पहुंचती है व आम जन को भी सांस संबंधित गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। फसल अवशेष जलाने से भूमि की उपजाऊ शक्ति खत्म होती है। जो मित्र कीट उपलब्ध होते हैं वे भी नष्ट हो जाते हैं।
विज्ञापन
    
 
                     
                विज्ञापन
                
                    
                
            
            सरकार की हिदायतों के अनुसार यदि कोई किसान फसल अवशेषों में आग लगाता हैं तो उस पर तीन तरह की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसमें एफआईआर दर्ज करवाना, 5 हजार से 30 हजार रुपये तक का जुर्माना व मेरी फसल, मेरा ब्योरा में रेड एंट्री करने का प्रावधान है।
यदि कोई किसान 2 एकड़ भूमि में आग लगाता है, तो उस पर 5 हजार रुपये, 2 से पांच एकड़ तक 10 हजार रुपये और 5 एकड़ से अधिक में 30 हजार रुपये जुर्माना लगाने का प्रावधान है। जिस किसान की मेरी फसल मेरा, ब्योरा पर रेड एंट्री कर दी जाती है वह किसान अगले 2 सीजन तक अपनी फसल मंडी में एमएसपी पर नहीं बेच पाएगा।
बैठक में सभी सदस्यों को सीआरएम एप के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उप कृषि निदेशक जितेन्द्र कुमार ने कहा कि जो किसान इस वर्ष पराली में आग नहीं लगाएगा व पराली खेत में मिलाएगा या उसे चारे के रूप में प्रयोग करेगा या बेल बनाएगा, हरियाणा सरकार की ओर से उस किसान को 1200 रुपये प्रति एकड़ की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।