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दिनभर धरती तवे की भांति तपती रही धरती, लू के थपेड़ों से लोग बेहाल
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धूप से बचने के लिए छाता लेकर बस स्टैंड रोड से गुजरती महिलाएं ।
- फोटो : CharkhiDadri
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चरखी दादरी। जिले में रविवार को दिनभर धरती तवे की तरह तपती रही। लू के थपेड़ों से लोग बेहाल रहे। रविवार को अवकाश होने पर सड़कों पर वाहनों का आवागमन भी कम ही रहा और लोगों ने घरों में दुबकेे रहना ही उचित समझा। अधिकतम तापमान 46 व न्यूनतम 27.7 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि शनिवार को अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री था। ऐसे में अधिकतम तापमान में 0.6 की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। गर्मी में लोग जरूरी कार्यों से ही घर से बाहर निकल रहे हैं। आम जन जीवन पर बुरा असर पड़ने लगा है।
क्षेत्रीय मौसम वैज्ञानिक डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान पर ऊपरी वायुमंडलीय स्तरों पर एक प्रति चक्रवातीय सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसकी वजह से मरुस्थलीय पश्चिमी शुष्क और गर्म हवाओं का सीधा प्रभाव मैदानी राज्यों राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली, उत्तर प्रदेश पर पड़ रहा है।
डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि 15 मई रात्रि को उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में एक ताजा कमजोर पश्चिमी विक्षोभ प्रवेश करने वाला है, जिसकी वजह से दक्षिणी पंजाब और उत्तरी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवातीय सर्कुलेशन बनने जा रहा है। इसकी वजह से पवनों की दिशा दक्षिणी पूर्वी हो जाएंगी। इससे वर्तमान में बना प्रति चक्रवातीय सर्कुलेशन कमजोर पड़ जाएगा। इससे संपूर्ण इलाके में पश्चिमी शुष्क और गर्म हवाओं का स्थान दक्षिणी पूर्वी हवाएं ले लेंगी। 16 मई से पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने से राज्य के ज्यादातर भागों में हीट वेव से राहत मिलने की उम्मीद है।
डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि 16 व 17 मई को पश्चिमी विक्षोभ के असर से 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से आंधी चलने की भी संभावना है। प्रदेश के कुछ भागों में गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। इसके बाद 20 से 23 मई को हरियाणा, एनसीआर, दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर हल्की बारिश होने की प्रबल संभावनाएं बन रही हैं।

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डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि 15 मई रात्रि को उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में एक ताजा कमजोर पश्चिमी विक्षोभ प्रवेश करने वाला है, जिसकी वजह से दक्षिणी पंजाब और उत्तरी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवातीय सर्कुलेशन बनने जा रहा है। इसकी वजह से पवनों की दिशा दक्षिणी पूर्वी हो जाएंगी। इससे वर्तमान में बना प्रति चक्रवातीय सर्कुलेशन कमजोर पड़ जाएगा। इससे संपूर्ण इलाके में पश्चिमी शुष्क और गर्म हवाओं का स्थान दक्षिणी पूर्वी हवाएं ले लेंगी। 16 मई से पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने से राज्य के ज्यादातर भागों में हीट वेव से राहत मिलने की उम्मीद है।
डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि 16 व 17 मई को पश्चिमी विक्षोभ के असर से 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से आंधी चलने की भी संभावना है। प्रदेश के कुछ भागों में गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। इसके बाद 20 से 23 मई को हरियाणा, एनसीआर, दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर हल्की बारिश होने की प्रबल संभावनाएं बन रही हैं।