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Jind News: सिमरन की मां बोली- मेरी बेटी करेगी देश का नाम रोशन
संवाद न्यूज एजेंसी, जींद
Updated Tue, 08 Jul 2025 12:59 AM IST
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07जेएनडी24-सिमरन की जीत पर खुशी जाहिर करते परिजन। स्रोत : परिजन
नरवाना। रोहतक स्थित साईं नेशनल बॉक्सिंग एकेडमी में 19 से 25 जून तक आयोजित हुई अंडर-17 छठी गर्ल्स बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गांव कर्मगढ़ की बेटी सिमरन नैन ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। सिमरन की मां मुकेश देवी ने कहा कि सिल्वर मेडल जीतकर सिमरन ने बता दिया है कि वह अपने देश का नाम रोशन करके दिखाएगी और परिवार वालों को भी बेहद गर्व महसूस करवाएगी।
उन्होंने कहा कि सिमरन बहुत ही लगनशील और मेहनती है। उसने अपने खेल के प्रति कभी लापरवाही नहीं दिखाई, जिसका नतीजा आज सामने है कि सिल्वर मेडल जीतकर पूरे हरियाणा का नाम रोशन किया है।
अब सिमरन को चीन में होने वाले ट्रेनिंग टूर के लिए भारतीय दल में शामिल किया गया है। सिमरन की इस शानदार जीत पर गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है। परिजनों और गांव वासियों में खासा उत्साह है।
सिमरन की जीत को लेकर कोच मंदीप और कोच वेदप्रकाश ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सिमरन बेहद मेहनती और लगनशील खिलाड़ी है। वह अभ्यास के दौरान पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ रिंग में उतरती है।
वहीं कैबिनेट मंत्री व नरवाना विधायक कृष्ण कुमार बेदी ने भी खिलाड़ी सिमरन को उनके घर पर सम्मानित किया और कहा कि हमारे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का नाम चमका रहे हैं, जिन पर हम सब को गर्व होना चाहिए। खिलाड़ी सिमरन को भी मंत्री बेदी ने जीत की बधाई दी।
पिता से मिली प्रेरणा
करीब तीन साल पहले सिमरन ने पिता विरेंद्र नैन और बड़ी बहन ज्योति से प्रेरणा लेकर गांव में ही बॉक्सिंग की शुरुआत की थी। शुरुआती प्रशिक्षण गांव के कोच मंदीप से लिया और फिर नरवाना के केएम राजकीय महाविद्यालय में कोच वेदप्रकाश के सानिध्य में बेहतर खेलते हुए राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गई। गौरतलब है कि सिमरन के पिता विरेंद्र नैन भी ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी स्तर के विजेता खिलाड़ी रह चुके हैं और इस समय खेती कर परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। बेटी की इस कामयाबी ने पूरे परिवार के साथ-साथ गांव को भी गौरवान्वित किया है।
चीन में अब होगा हुनर का लोहा साबित
इस प्रतियोगिता में प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली खिलाड़ी अब चीन में विशेष ट्रेनिंग टूर पर जाएंगी, जिसमें कर्मगढ़ की सिमरन भी शामिल होगी। यह टूर न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय अनुभव देगा, बल्कि भविष्य की बड़ी स्पर्धाओं के लिए भी एक मजबूत नींव साबित होगा।
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उन्होंने कहा कि सिमरन बहुत ही लगनशील और मेहनती है। उसने अपने खेल के प्रति कभी लापरवाही नहीं दिखाई, जिसका नतीजा आज सामने है कि सिल्वर मेडल जीतकर पूरे हरियाणा का नाम रोशन किया है।
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अब सिमरन को चीन में होने वाले ट्रेनिंग टूर के लिए भारतीय दल में शामिल किया गया है। सिमरन की इस शानदार जीत पर गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है। परिजनों और गांव वासियों में खासा उत्साह है।
सिमरन की जीत को लेकर कोच मंदीप और कोच वेदप्रकाश ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सिमरन बेहद मेहनती और लगनशील खिलाड़ी है। वह अभ्यास के दौरान पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ रिंग में उतरती है।
वहीं कैबिनेट मंत्री व नरवाना विधायक कृष्ण कुमार बेदी ने भी खिलाड़ी सिमरन को उनके घर पर सम्मानित किया और कहा कि हमारे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का नाम चमका रहे हैं, जिन पर हम सब को गर्व होना चाहिए। खिलाड़ी सिमरन को भी मंत्री बेदी ने जीत की बधाई दी।
पिता से मिली प्रेरणा
करीब तीन साल पहले सिमरन ने पिता विरेंद्र नैन और बड़ी बहन ज्योति से प्रेरणा लेकर गांव में ही बॉक्सिंग की शुरुआत की थी। शुरुआती प्रशिक्षण गांव के कोच मंदीप से लिया और फिर नरवाना के केएम राजकीय महाविद्यालय में कोच वेदप्रकाश के सानिध्य में बेहतर खेलते हुए राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गई। गौरतलब है कि सिमरन के पिता विरेंद्र नैन भी ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी स्तर के विजेता खिलाड़ी रह चुके हैं और इस समय खेती कर परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। बेटी की इस कामयाबी ने पूरे परिवार के साथ-साथ गांव को भी गौरवान्वित किया है।
चीन में अब होगा हुनर का लोहा साबित
इस प्रतियोगिता में प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली खिलाड़ी अब चीन में विशेष ट्रेनिंग टूर पर जाएंगी, जिसमें कर्मगढ़ की सिमरन भी शामिल होगी। यह टूर न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय अनुभव देगा, बल्कि भविष्य की बड़ी स्पर्धाओं के लिए भी एक मजबूत नींव साबित होगा।