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Jind News: ट्रेनों को पानी के लिए मिलेगा हाइड्रेंट तो यात्रियों को सुविधा
संवाद न्यूज एजेंसी, जींद
Updated Sun, 21 Dec 2025 01:01 AM IST
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20जेएनडी06-रेलवे जंक्शन पर रेलवे ट्रैक के बीच में बिछाई गई पानी की पाइप। संवाद
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जींद। शहर के रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों के साथ ट्रेनों के लिए भी जल्द ही बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। रेलवे प्रशासन ने स्टेशन पर वाटर हाइड्रेंट लगाने का काम शुरू कर दिया है, जिससे यहां रुकने वाली ट्रेनों को निर्बाध रूप से पानी की सप्लाई मिल सकेगी। इसके शुरू होने के बाद रेलवे संचालन रुट पर बढ़गा और यात्रियों को भी राहत मिलेगी।
शहर में रेल यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इसको लेकर यहां इंफ्रास्ट्रक्चर का अभाव था और कई ट्रेनें जींद तक आती ही नहीं थी। ऐसे में वाटर हाइड्रेंट का काम शुरू किया गया है। इस पर 80 लाख रुपये से ज्यादा खर्च आएगा। हाइड्रेंट सुविधा शुरू होने के बाद दिल्ली समेत अन्य बड़े स्टेशनों पर खड़ी रहने वाली ट्रेनों के विस्तार का रास्ता साफ होगा।
इससे उन ट्रेनों को जींद तक लाने में तकनीकी दिक्कतें नहीं रहेंगी, जो अब तक पानी और अन्य संसाधनों के अभाव में यहां तक नहीं चलाई जा रही थीं। फिलहाल बड़ी ट्रेनों को यहां पानी भरने में परेशानी आती थी, जिसके कारण ट्रेनें जंक्शन पर रुकने से बचती थी या फिर काफी समय तक खड़ी रहती थी।
प्लेटफार्म पर नहीं थी हाइड्रेंट की सुविधा
रेलवे जंक्शन के प्लेटफार्म पर वाटर हाइड्रेंट की काेई सुविधा नहीं थी। मिल्ट्री ट्रेनों समेत जिन ट्रेनों में पानी भरवाना होता है तो उन ट्रेनों को प्लेटफार्म के ट्रैक से हटाकर वाशिंग लाइन पर ले जाना पड़ता था और इसके बाद उनमें पानी भरा जाता। इससे समय बहुत ज्यादा लग जाता था। अब हाइड्रेंट होने से ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी।
इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले और अन्य सुविधाएं भी होंगी मुहैया
जंक्शन स्टेशन के विकास के साथ यहां प्लेटफार्मों का आधुनिकीकरण होगा। यात्रियों के बैठने की व्यवस्था को बेहतर करने के अलावा इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले और अन्य सुविधाओं को भी मजबूत करने की योजना पर काम चल रहा है। जंक्शन का नया भवन बनकर तैयार हो गया है। सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है। भवन पर लाइटिंग लगा दी गई है।
जंक्शन पर कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इनमें वाटर हाइड्रेंट का काम भी शामिल है। स्टेशन पर बढ़ती ट्रेनों की आवाजाही से शहर का संपर्क देश के अधिक रेलवे नेटवर्क से मजबूत होगा।
- अजय माइकल, सीपीआरओ, नई दिल्ली
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शहर में रेल यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इसको लेकर यहां इंफ्रास्ट्रक्चर का अभाव था और कई ट्रेनें जींद तक आती ही नहीं थी। ऐसे में वाटर हाइड्रेंट का काम शुरू किया गया है। इस पर 80 लाख रुपये से ज्यादा खर्च आएगा। हाइड्रेंट सुविधा शुरू होने के बाद दिल्ली समेत अन्य बड़े स्टेशनों पर खड़ी रहने वाली ट्रेनों के विस्तार का रास्ता साफ होगा।
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इससे उन ट्रेनों को जींद तक लाने में तकनीकी दिक्कतें नहीं रहेंगी, जो अब तक पानी और अन्य संसाधनों के अभाव में यहां तक नहीं चलाई जा रही थीं। फिलहाल बड़ी ट्रेनों को यहां पानी भरने में परेशानी आती थी, जिसके कारण ट्रेनें जंक्शन पर रुकने से बचती थी या फिर काफी समय तक खड़ी रहती थी।
प्लेटफार्म पर नहीं थी हाइड्रेंट की सुविधा
रेलवे जंक्शन के प्लेटफार्म पर वाटर हाइड्रेंट की काेई सुविधा नहीं थी। मिल्ट्री ट्रेनों समेत जिन ट्रेनों में पानी भरवाना होता है तो उन ट्रेनों को प्लेटफार्म के ट्रैक से हटाकर वाशिंग लाइन पर ले जाना पड़ता था और इसके बाद उनमें पानी भरा जाता। इससे समय बहुत ज्यादा लग जाता था। अब हाइड्रेंट होने से ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी।
इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले और अन्य सुविधाएं भी होंगी मुहैया
जंक्शन स्टेशन के विकास के साथ यहां प्लेटफार्मों का आधुनिकीकरण होगा। यात्रियों के बैठने की व्यवस्था को बेहतर करने के अलावा इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले और अन्य सुविधाओं को भी मजबूत करने की योजना पर काम चल रहा है। जंक्शन का नया भवन बनकर तैयार हो गया है। सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है। भवन पर लाइटिंग लगा दी गई है।
जंक्शन पर कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इनमें वाटर हाइड्रेंट का काम भी शामिल है। स्टेशन पर बढ़ती ट्रेनों की आवाजाही से शहर का संपर्क देश के अधिक रेलवे नेटवर्क से मजबूत होगा।
- अजय माइकल, सीपीआरओ, नई दिल्ली