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Mahendragarh-Narnaul News: रेत की कलाकृतियों में जीवंत हुई साहिबजादों की वीरता
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फोटो नंबर-03वीर बाल दिवस कार्यक्रम में मौजूद अतिथिगण व विद्यार्थी। संवाद
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नारनौल। सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह के छोटे साहिबजादों की शहादत और वीरगाथा को शनिवार को मॉडल संस्कृति स्कूल में भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया गया। वीर बाल दिवस के उपलक्ष्य में सैंड आर्ट शो हुआ।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण 40 मिनट का सैंड आर्ट शो रहा जिसमें कलाकारों ने रेत के माध्यम से साहिबजादों के बलिदान की पूरी गाथा को अत्यंत मार्मिक और प्रेरक अंदाज में प्रस्तुत किया।
रेत की कलाकृतियों के जरिए खालसा पंथ की स्थापना, 1704 में मुगल सेना का आक्रमण, आनंदपुर साहिब का किला छोड़ना और सरसा नदी के तट पर गुरु परिवार के बिछड़ने जैसे दृश्यों को बड़ी सजीवता से उकेरा गया।
यह कार्यक्रम उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार के मार्गदर्शन में सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग व शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी विश्वेश्वर कौशिक ने किया, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में हरियाणा सिख गुरुद्वारा कमेटी के कार्यकारी सदस्य सरदार तेजेंद्र पाल सिंह उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और संस्कृत भाषाओं में जिला स्तरीय निबंध प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न स्कूलों से ब्लॉक स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त विद्यार्थियों ने भाग लिया। विद्यार्थियों ने सैंड आर्ट शो देखकर साहिबजादों के जीवन, साहस और बलिदान पर निबंध लिखे।
इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी पवन भारद्वाज, विद्यालय की प्राचार्या प्रोमिला यादव, बलदेव सिंह चहल, सुरजीत सिंह अरोड़ा, अमरजीत सिंह, हरजीत सिंह, हरविंदर सिंह सहित समस्त स्टाफ व बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थी मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में वीरता, त्याग और धर्मनिष्ठा के मूल्यों को जागृत करना रहा।
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कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण 40 मिनट का सैंड आर्ट शो रहा जिसमें कलाकारों ने रेत के माध्यम से साहिबजादों के बलिदान की पूरी गाथा को अत्यंत मार्मिक और प्रेरक अंदाज में प्रस्तुत किया।
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रेत की कलाकृतियों के जरिए खालसा पंथ की स्थापना, 1704 में मुगल सेना का आक्रमण, आनंदपुर साहिब का किला छोड़ना और सरसा नदी के तट पर गुरु परिवार के बिछड़ने जैसे दृश्यों को बड़ी सजीवता से उकेरा गया।
यह कार्यक्रम उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार के मार्गदर्शन में सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग व शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी विश्वेश्वर कौशिक ने किया, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में हरियाणा सिख गुरुद्वारा कमेटी के कार्यकारी सदस्य सरदार तेजेंद्र पाल सिंह उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और संस्कृत भाषाओं में जिला स्तरीय निबंध प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न स्कूलों से ब्लॉक स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त विद्यार्थियों ने भाग लिया। विद्यार्थियों ने सैंड आर्ट शो देखकर साहिबजादों के जीवन, साहस और बलिदान पर निबंध लिखे।
इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी पवन भारद्वाज, विद्यालय की प्राचार्या प्रोमिला यादव, बलदेव सिंह चहल, सुरजीत सिंह अरोड़ा, अमरजीत सिंह, हरजीत सिंह, हरविंदर सिंह सहित समस्त स्टाफ व बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थी मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में वीरता, त्याग और धर्मनिष्ठा के मूल्यों को जागृत करना रहा।