कृपया ध्यान दें: 15 नवंबर से चंडीगढ़ स्टेशन की पुरानी एंट्री होगी बंद, नई कॉनकोर्स बिल्डिंग का करें इस्तेमाल
चंडीगढ़ में विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन की भव्य इमारत एयरपोर्ट को टक्कर दे रही है। वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन के निर्माण के बाद आईजीबीसी रेलवे स्टेशन रेटिंग द्वारा पर्यावरण के 6 मानकों के आधार पर मूल्यांकन भी साल 2026 में होना है।
विस्तार
रेलवे स्टेशन की पंचकूला और चंडीगढ़ साइड की पुरानी एंट्री 15 नवंबर से बंद कर दी जाएगी। इसकी वजह विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन की नई बिल्डिंग में 180/80 मीटर रूफ का निर्माण करना है। इससे पहले स्टेशन के दोनों छोर से जुड़े ब्रीज को तोड़ दिया जाएगा।
ब्रिज टूटने के बाद पंचकूला से चंडीगढ़ जाने की तरफ आने-जाने के लिए रेल यात्रियों को नई बिल्डिंग में बनाए गए कॉनकोर्स का इस्तेमाल करना होगा। अभी इसका एक हिस्सा खोला गया है। इसका यात्री इस्तेमाल कर सकेंगे। नई बिल्डिंग में लगाए गए लिफ्ट, एस्केलेटर की चेकिंग का काम भी शुरू कर दिया गया है ताकि यात्रियों की भीड़ अचानक नई बिल्डिंग में बढ़ने के बाद कोई दिक्कत न हो।
चंडीगढ़ में विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन की भव्य इमारत एयरपोर्ट को टक्कर दे रही है। वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन के निर्माण के बाद आईजीबीसी रेलवे स्टेशन रेटिंग द्वारा पर्यावरण के 6 मानकों के आधार पर मूल्यांकन भी साल 2026 में होना है जिसके चलते इंडियन रेलवे लैंड डेवलेपमेंट अथॉरिटी (आईआरएलडीए) वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन के निर्माण में स्थायी स्टेशन की सुविधा, स्वास्थ्य और स्वच्छता, ऊर्जा-दक्षता, जल-दक्षता, स्मार्ट और हरित पहल, नवाचार और विकास पर विशेष ध्यान दे रही है।
पेयजल की व्यवस्था अगले माह तक
विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन के दोनों बिल्डिंगों में हर फ्लोर पर दो-दो वाटर कूलर लगाए गए हैं। रेलवे स्टेशन की नई बिल्डिंग में अगले माह से रेल यात्रियों को पेयजल की सुविधा मिलेगा। वहीं, 12 मीटर चौड़े दो फुट ओवरब्रिज (एफओबी) एक कालका और दूसरा स्टेशन के अंबाला छोर पर बनाए गए हैं। अंबाला की ओर बनाए गए एफओबी का काम पहले ही पूरा हो गया था। कालका छोर का काम भी एक सप्ताह में पूरा हो जाएगा। इन एफओबी के जरिये प्लेटफॉर्म से लिफ्ट और सीढ़ियों के माध्यम से पहुंचा जा सकेगा।
रेलवे यार्ड का होगा विस्तार, योजना तैयार करने में जुटा रेलवे
चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर वर्तमान में प्रतिदिन 36 हजार यात्री आते-जाते हैं। यहां से औसतन 82 ट्रेनें गुजरती हैं जिनमें प्रतिदिन 17 जोड़ी ट्रेनें शुरू और समाप्त होती हैं। इसके मद्देनजर रेलवे यार्ड का होगा विस्तार करने की योजना पर काम चल रहा है। इस पर करीब 10 करोड़ रुपये खर्च आएगा। विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन की नई बिल्डिंग प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद ट्रेनों की विस्तार की भी संभावना है।
ये सुविधाएं भी मिलेंगी
चंडीगढ़ और पंचकूला दोनों तरफ (60 मीटर x 42 मीटर) जी+3 स्टेशन भवन यात्रियों के लिए दोपहिया और चार पहिया वाहनों के लिए 20 बेड की क्षमता वाले दो डोरमेट्री और टीवी, हीटर की सुविधा के साथ 10 एसी रिटायरिंग रूम भी उपलब्ध कराए जाएंगे। यात्रियों के लिए फूड प्लाजा के लिए स्थान, 72 मीटर X 80 मीटर एयर कॉनकोर्स, वातानुकूलित रेस्तरां भी उपलब्ध कराया जाएगा।