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Panchkula News: यवनिका पार्क में उमड़ा हजारों कर्मचारी, बिल को बताया किसान–उपभोक्ता–कर्मचारी विरोधी
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ऊर्जा भवन और शक्ति भवन के बाहर मांगों को लेकर करते बिजली विभाग के कर्मचारी।
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ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन ने सरकार और बिजली निगम के खिलाफ किया जोरदार विरोध प्रदर्शन
ऑनलाइन तबादला नीति और बिजली (अमेंडमेंट) बिल 2025 का कर रहे विरोध
माई सिटी रिपोर्टर
पंचकूला। ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन (संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा व ईईएफआई) के आह्वान पर बुधवार को पंचकूला के यवनिका पार्क में हजारों बिजली कर्मचारी सरकार और निगम प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए। यूनियन के राज्य प्रधान सुरेश राठी की अध्यक्षता में आयोजित प्रदर्शन में कर्मचारियों ने ऑनलाइन तबादला नीति और बिजली (अमेंडमेंट) बिल 2025 का सख्त विरोध किया।
राज्यभर से आए कर्मचारियों के विशाल प्रदर्शन का संचालन कार्यवाहक महासचिव राजेंद्र राणा ने किया। कर्मचारियों ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (बिजली विभाग) और सभी निगमों के एमडी को मांगपत्र सौंपते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की।
ईईएफआई के उपाध्यक्ष और अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लांबा ने बिजली (अमेंडमेंट) बिल 2025 को किसान, उपभोक्ता और कर्मचारी विरोधी बताते हुए इसे राष्ट्रविरोधी तक करार दिया। उन्होंने 30 जनवरी 2026 को दिल्ली में विशाल प्रदर्शन का आह्वान किया।
यूनियन चेयरमैन देवेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार पर निजीकरण को बढ़ावा देने और कर्मचारियों की समस्याओं की निरंतर अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन तबादला नीति कर्मचारियों के हितों के खिलाफ है और इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। प्रदर्शन में गोपाल जोशी, शब्बीर अहमद गनी, सुरेंद्र यादव, सुदाम पाल, संजीव ढांडा, लोकेश, संदीप सहारण, पुनम कुंडू, रेनू कुमारी, सरोज दहिया समेत यूनियन के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।
कर्मचारियों की मुख्य मांगें
ऑनलाइन तबादला नीति को तुरंत रद्द किया जाए।
कच्चे कर्मचारियों को स्थायी किया जाए।
एनपीएस से रिटायर्ड कर्मचारियों को मेडिकल सुविधा दी जाए।
बिजली कर्मचारियों को 7,000 रुपये प्रतिमाह रिस्क भत्ता दिया जाए।
स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगाई जाए।
बिजली घरों में लोड अनुसार नए पदों पर भर्ती हो।
महिला कर्मचारियों के लिए क्रेच रूम और कार्य समय में राहत दी जाए।
कर्मचारियों को यूटिलिटी बदलने का विकल्प दिया जाए।
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ऑनलाइन तबादला नीति और बिजली (अमेंडमेंट) बिल 2025 का कर रहे विरोध
माई सिटी रिपोर्टर
पंचकूला। ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन (संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा व ईईएफआई) के आह्वान पर बुधवार को पंचकूला के यवनिका पार्क में हजारों बिजली कर्मचारी सरकार और निगम प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए। यूनियन के राज्य प्रधान सुरेश राठी की अध्यक्षता में आयोजित प्रदर्शन में कर्मचारियों ने ऑनलाइन तबादला नीति और बिजली (अमेंडमेंट) बिल 2025 का सख्त विरोध किया।
राज्यभर से आए कर्मचारियों के विशाल प्रदर्शन का संचालन कार्यवाहक महासचिव राजेंद्र राणा ने किया। कर्मचारियों ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (बिजली विभाग) और सभी निगमों के एमडी को मांगपत्र सौंपते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की।
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ईईएफआई के उपाध्यक्ष और अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लांबा ने बिजली (अमेंडमेंट) बिल 2025 को किसान, उपभोक्ता और कर्मचारी विरोधी बताते हुए इसे राष्ट्रविरोधी तक करार दिया। उन्होंने 30 जनवरी 2026 को दिल्ली में विशाल प्रदर्शन का आह्वान किया।
यूनियन चेयरमैन देवेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार पर निजीकरण को बढ़ावा देने और कर्मचारियों की समस्याओं की निरंतर अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन तबादला नीति कर्मचारियों के हितों के खिलाफ है और इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। प्रदर्शन में गोपाल जोशी, शब्बीर अहमद गनी, सुरेंद्र यादव, सुदाम पाल, संजीव ढांडा, लोकेश, संदीप सहारण, पुनम कुंडू, रेनू कुमारी, सरोज दहिया समेत यूनियन के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।
कर्मचारियों की मुख्य मांगें
ऑनलाइन तबादला नीति को तुरंत रद्द किया जाए।
कच्चे कर्मचारियों को स्थायी किया जाए।
एनपीएस से रिटायर्ड कर्मचारियों को मेडिकल सुविधा दी जाए।
बिजली कर्मचारियों को 7,000 रुपये प्रतिमाह रिस्क भत्ता दिया जाए।
स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगाई जाए।
बिजली घरों में लोड अनुसार नए पदों पर भर्ती हो।
महिला कर्मचारियों के लिए क्रेच रूम और कार्य समय में राहत दी जाए।
कर्मचारियों को यूटिलिटी बदलने का विकल्प दिया जाए।