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रेलवे ट्रैक पर हादसों में कमी: पिछले साल के मुकाबले 119 मौतें कम, जीआरपी हरियाणा की रणनीतिक पुलिसिंग का असर
अमर उजाला ब्यूरो, चंडीगढ़
Published by: नवीन दलाल
Updated Wed, 03 Dec 2025 06:17 PM IST
सार
रेलवे ट्रैक के आसपास रहने वाले नागरिकों, मजदूरों, दुकानदारों, पैदल यात्रियों और छात्रों को जागरूक करने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया गया। ट्रैक पार करने वालों को मौके पर ही रोककर जोखिमों के बारे में समझाया गया और सुरक्षित विकल्प अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
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सांकेतिक
- फोटो : संवाद
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विस्तार
हरियाणा में रेलवे ट्रैक पर होने वाले हादसों और मौतों को रोकने में इस वर्ष कमी हुई है। 2024 की तुलना में 2025 में गुरुग्राम, फरीदाबाद, पानीपत, करनाल, रेवाड़ी, बहादुरगढ़ और सोनीपत थानों में रेलवे लाइनों पर मौतों की संख्या 1039 से घटकर 920 रह गई, यानी 119 मौतों की उल्लेखनीय कमी दर्ज हुई। जीआरपी हरियाणा ने पूरे वर्ष व्यापक डेटा विश्लेषण किया और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान की। सभी थाना प्रभारियों को नियमित रूप से दुर्घटना रिपोर्टों का अध्ययन कर संवेदनशील स्थान चिह्नित करने, स्थानीय स्तर पर विशेष निगरानी बढ़ाने और तुरंत हस्तक्षेप सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। माइक्रो-लेवल विश्लेषण इस अभियान की रीढ़ साबित हुआ।
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जनजागरूकता अभियान और समुदाय की भागीदारी
रेलवे ट्रैक के आसपास रहने वाले नागरिकों, मजदूरों, दुकानदारों, पैदल यात्रियों और छात्रों को जागरूक करने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया गया। ट्रैक पार करने वालों को मौके पर ही रोककर जोखिमों के बारे में समझाया गया और सुरक्षित विकल्प अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
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जिला-वार सुधार
2024 और 2025 के बीच हरियाणा के सातों जीआरपी थानों में से गुरुग्राम में मौतें 149 से घटकर 121 हुईं, जबकि फरीदाबाद में यह संख्या 305 से घटकर 284 रही। 2025 में करनाल में कुल 48 और पानीपत में 160 घटनाएं दर्ज की गईं। रेवाड़ी में मौतें 170 से घटकर 152 रह गईं, जबकि सोनीपत में यह आंकड़ा 138 से घटकर 97 रहा। बहादुरगढ़ में 88 की तुलना में इस बार 58 मामले सामने आए।