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Rewari News: छह पार्कों पर खर्च होंगे 1.33 करोड़ रुपये, टेंडर जारी
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रेजांगला पार्क में टूटे हुए झूले। संवाद
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रेवाड़ी। छह पार्कों पर 1.33 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। सेक्टरों व विभिन्न क्षेत्रों में स्थित पार्कों की दशा सुधारने के लिए बजट मंजूर होने के बाद टेंडर जारी कर दिए गए हैं।
सबसे बड़े कामों में सेक्टर-18 के पार्क में दीवार, वायर फेंसिंग और फुटपाथ निर्माण शामिल हैं जिस पर 18.5 लाख रुपये खर्च होंगे। यह क्षेत्र घनी आबादी वाला है और यहां सुबह-शाम बड़ी संख्या में लोग सैर और व्यायाम के लिए पार्कों का इस्तेमाल करते हैं। फेंसिंग और परिधि दीवार बनने से पशुओं का प्रवेश रुकेगा और पार्क संरक्षित रहेंगे।
सेक्टर-18 के ही ग्रुप हाउसिंग नंबर-3 के पास स्थित पार्क पर 2.80 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। सेक्टर-19 के पार्कों में भी बड़े स्तर पर विकास को स्वीकृति मिली है। यहां दीवार, जाली और पैदल पथ निर्माण के लिए 21.96 लाख रुपये खर्च होंगे।
सेक्टर-19 का रेजांगला पार्क भी सूची में शामिल है जिसके विकास के लिए अलग से 13.6 लाख रुपये मंजूर हुए हैं। यह पार्क सेक्टर-19 की सबसे बड़ी हरित पट्टी मानी जाती है और रोजाना बड़ी संख्या में लोग यहां आते हैं। विकास कार्य पूरा होने के बाद पार्क का स्वरूप काफी बदलने की उम्मीद है।
वहीं सेक्टर-1 स्थित बूस्टिंग स्टेशन पार्क के जीर्णोद्धार के लिए भी 1.79 लाख रुपये की राशि तय की है। यहां मूलभूत संरचना सुधार और हरियाली बढ़ाने पर फोकस रहेगा। मौजूदा समय में पार्कों की दीवारें टूटी हुई हैं, कहीं फेंसिंग गायब, झूले और कई जगह पैदल पथ टूटे पड़े हैं। संवाद
सेक्टर-18 व 19 के पार्कों में अव्यवस्थाओं की भरमार
सेक्टर-18 व 19 के पार्कों में अव्यवस्थाओं की भरमार है। स्थानीय परमात्मा शरण यादव ने बताया कि पार्कों में कुछ भी देखने लायक नहीं है। सीजनल फूल नहीं लगाए गए, कई जगह घास नष्ट हो चुकी है और जंगली घास हटाई नहीं गई। ओपन जिम व बच्चों के खेल उपकरण टूटे पड़े हैं जबकि रिपोर्टों में इन्हें ठीक बताया गया है। शौचालय में सफाई, पानी व बिजली की व्यवस्था नहीं है। फेंसिंग क्षतिग्रस्त है। सफाईकर्मियों व मालियों की संख्या भी कम है।
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पार्कों में होंगे ये कार्य
पार्कों के मुख्य प्रवेश द्वार का नवीनीकरण, नई पगडंडियों का निर्माण, हरियाली बढ़ाने के लिए पौधरोपण, बच्चों के लिए नए झूले, आधुनिक बैंच लगाना, पार्किंग व्यवस्था में सुधार, नई एलईडी लाइटें जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
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नेहरू पार्क की भी सुधरेंगी दशा
शहर के प्रमुख स्थलों में शुमार महाराणा प्रताप चौक स्थित जवाहर लाल नेहरू पार्क की मरम्मत व सुंदरीकरण को लेकर नगर परिषद ने टेंडर जारी कर दिया है। 54.15 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।नाज मंडी गेट के पास मार्केट कमेटी कॉलोनी से सटे पार्क के जीर्णोद्धार के लिए टेंडर जारी किया है। करीब 20.37 लाख रुपये की राशि इस पर खर्च की जाएगी। दोनों पार्कों पर करीब 75 लाख रुपये खर्च होंगे।
नेहरू पार्क की भी बुरी है दशा
नेहरू पार्क भी शहर के बड़े पार्कों में से एक है। लंबे समय से पार्क उपेक्षा के कारण यह जर्जर स्थिति में पहुंच गया है। यहां टूटे हुए फुटपाथ, क्षतिग्रस्त बाउंड्री, टूटी बेंच, दिवारों से गिर रही टाइलें व गंदगी का आलम है। पार्क की हालत बिगड़ने से बच्चों, बुजुर्गों और सुबह-शाम टहलने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पार्क में टूटे रास्ते, जंग लगे झूले, टूटी ग्रिलें और कूड़े के ढेर के कारण यह जगह अपनी पहचान खो रही है। अब नगर परिषद द्वारा जारी टेंडर से उम्मीद है कि इस समस्या का समाधान जल्द होगा।
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पार्कों में होंगे ये कार्य
पार्कों के मुख्य प्रवेश द्वार का नवीनीकरण, नई पगडंडियों का निर्माण, हरियाली बढ़ाने के लिए पौधरोपण, बच्चों के लिए नए झूले, आधुनिक बैंच लगाना, पार्किंग व्यवस्था में सुधार, नई एलईडी लाइटें जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
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नगर परिषद के अंतर्गत आने वाले पार्कों की दशा जल्द सुधारी जाएगी। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार है। उसके बाद कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। -पूनम यादव, चेयरपर्सन, नगर परिषद रेवाड़ी।
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सबसे बड़े कामों में सेक्टर-18 के पार्क में दीवार, वायर फेंसिंग और फुटपाथ निर्माण शामिल हैं जिस पर 18.5 लाख रुपये खर्च होंगे। यह क्षेत्र घनी आबादी वाला है और यहां सुबह-शाम बड़ी संख्या में लोग सैर और व्यायाम के लिए पार्कों का इस्तेमाल करते हैं। फेंसिंग और परिधि दीवार बनने से पशुओं का प्रवेश रुकेगा और पार्क संरक्षित रहेंगे।
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सेक्टर-18 के ही ग्रुप हाउसिंग नंबर-3 के पास स्थित पार्क पर 2.80 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। सेक्टर-19 के पार्कों में भी बड़े स्तर पर विकास को स्वीकृति मिली है। यहां दीवार, जाली और पैदल पथ निर्माण के लिए 21.96 लाख रुपये खर्च होंगे।
सेक्टर-19 का रेजांगला पार्क भी सूची में शामिल है जिसके विकास के लिए अलग से 13.6 लाख रुपये मंजूर हुए हैं। यह पार्क सेक्टर-19 की सबसे बड़ी हरित पट्टी मानी जाती है और रोजाना बड़ी संख्या में लोग यहां आते हैं। विकास कार्य पूरा होने के बाद पार्क का स्वरूप काफी बदलने की उम्मीद है।
वहीं सेक्टर-1 स्थित बूस्टिंग स्टेशन पार्क के जीर्णोद्धार के लिए भी 1.79 लाख रुपये की राशि तय की है। यहां मूलभूत संरचना सुधार और हरियाली बढ़ाने पर फोकस रहेगा। मौजूदा समय में पार्कों की दीवारें टूटी हुई हैं, कहीं फेंसिंग गायब, झूले और कई जगह पैदल पथ टूटे पड़े हैं। संवाद
सेक्टर-18 व 19 के पार्कों में अव्यवस्थाओं की भरमार
सेक्टर-18 व 19 के पार्कों में अव्यवस्थाओं की भरमार है। स्थानीय परमात्मा शरण यादव ने बताया कि पार्कों में कुछ भी देखने लायक नहीं है। सीजनल फूल नहीं लगाए गए, कई जगह घास नष्ट हो चुकी है और जंगली घास हटाई नहीं गई। ओपन जिम व बच्चों के खेल उपकरण टूटे पड़े हैं जबकि रिपोर्टों में इन्हें ठीक बताया गया है। शौचालय में सफाई, पानी व बिजली की व्यवस्था नहीं है। फेंसिंग क्षतिग्रस्त है। सफाईकर्मियों व मालियों की संख्या भी कम है।
पार्कों में होंगे ये कार्य
पार्कों के मुख्य प्रवेश द्वार का नवीनीकरण, नई पगडंडियों का निर्माण, हरियाली बढ़ाने के लिए पौधरोपण, बच्चों के लिए नए झूले, आधुनिक बैंच लगाना, पार्किंग व्यवस्था में सुधार, नई एलईडी लाइटें जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
नेहरू पार्क की भी सुधरेंगी दशा
शहर के प्रमुख स्थलों में शुमार महाराणा प्रताप चौक स्थित जवाहर लाल नेहरू पार्क की मरम्मत व सुंदरीकरण को लेकर नगर परिषद ने टेंडर जारी कर दिया है। 54.15 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।नाज मंडी गेट के पास मार्केट कमेटी कॉलोनी से सटे पार्क के जीर्णोद्धार के लिए टेंडर जारी किया है। करीब 20.37 लाख रुपये की राशि इस पर खर्च की जाएगी। दोनों पार्कों पर करीब 75 लाख रुपये खर्च होंगे।
नेहरू पार्क की भी बुरी है दशा
नेहरू पार्क भी शहर के बड़े पार्कों में से एक है। लंबे समय से पार्क उपेक्षा के कारण यह जर्जर स्थिति में पहुंच गया है। यहां टूटे हुए फुटपाथ, क्षतिग्रस्त बाउंड्री, टूटी बेंच, दिवारों से गिर रही टाइलें व गंदगी का आलम है। पार्क की हालत बिगड़ने से बच्चों, बुजुर्गों और सुबह-शाम टहलने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पार्क में टूटे रास्ते, जंग लगे झूले, टूटी ग्रिलें और कूड़े के ढेर के कारण यह जगह अपनी पहचान खो रही है। अब नगर परिषद द्वारा जारी टेंडर से उम्मीद है कि इस समस्या का समाधान जल्द होगा।
पार्कों में होंगे ये कार्य
पार्कों के मुख्य प्रवेश द्वार का नवीनीकरण, नई पगडंडियों का निर्माण, हरियाली बढ़ाने के लिए पौधरोपण, बच्चों के लिए नए झूले, आधुनिक बैंच लगाना, पार्किंग व्यवस्था में सुधार, नई एलईडी लाइटें जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
नगर परिषद के अंतर्गत आने वाले पार्कों की दशा जल्द सुधारी जाएगी। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार है। उसके बाद कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। -पूनम यादव, चेयरपर्सन, नगर परिषद रेवाड़ी।

रेजांगला पार्क में टूटे हुए झूले। संवाद