धारूहेड़ा। नंदरामपुर बांस रोड के पास श्रीमद्भागवत सेवा समिति धारूहेड़ा एवं लड्डू गोपाल परिवार के तत्वावधान में आयोजित श्रीराम कथा के अष्टम दिवस पर कथा का प्रसंग श्रीराम विवाह रहा। कथा वाचक कार्ष्णि गोपालाचार्य महाराज ने राम विवाह का विधि-विधानपूर्वक और भावपूर्ण वर्णन किया।
कार्ष्णि गोपालाचार्य ने वैदिक एवं लौकिक पद्धति से श्रीराम विवाह का महत्व समझाया। उन्होंने बताया कि पिता के लिए कन्यादान का क्षण अत्यंत भावुक होता है। उन्होंने कहा कि संसार में अनेक दुख होते हैं लेकिन बेटी के विदा होते समय पिता का हृदय विशेष रूप से द्रवित हो जाता है। इस प्रसंग को सुनकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे।
श्रीराम के अयोध्या आगमन, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के साथ माता सीता के प्रवेश, राम वनवास और संतों के दर्शन जैसे प्रसंगों का भी सुंदर वर्णन किया जिससे कथा स्थल भक्ति भाव से सराबोर हो गया। कथा के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं ने भजनों और जयघोष के साथ वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
कथा आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और उन्होंने श्रद्धा व भक्ति भाव से कथा श्रवण किया।

कथा वाचक कार्ष्णि गोपालाचार्य। स्रोत : समिति- फोटो : जसराना के खड़ीत पुल के पास टकराई जिला पंचायत सदस्य की कार