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Rewari News: कर्मचारियों का टोटा, चरमराई सफाई व्यवस्था
संवाद न्यूज एजेंसी, रेवाड़ी
Updated Mon, 24 Nov 2025 12:11 AM IST
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अनाज मंडी मार्ग के पास बिखर रहा कूड़ा। संवाद
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रेवाड़ी। इन दिनों सफाई कर्मचारियों की कमी से शहर में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। नगर परिषद में मुख्य सफाई निरीक्षक का पद खाली होने के बाद स्थिति काफी खराब हो गई है। शहर की अधिकतर काॅलोनियों, गलियों, वार्डों और सड़कों के किनारे कूड़े के ढेर लगे हैं। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शहर में 300 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं लेकिन शहर की पौने तीन लाख की आबादी को देखते हुए कर्मचारियों की संख्या काफी कम है। शहर में करीब 900 सफाई कर्मचारियों की जरूरत है। सफाई नहीं होने से नगर के अधिकतर वार्डाें में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। कई जगह तो कूड़ा डंप किया जा रहा है। नगर के कुछ वार्ड ऐसे भी हैं जिनमें सफाई व्यवस्था दम तोड़ चुकी है।
अनाज मंडी मार्ग, भाड़ावास मार्ग, सर्कुलर रोड, दिल्ली रोड व बावल रोड के पास भी जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। वहीं ब्रास मार्केट की खाली जगह व मिनी बाईपास पर भी कूड़े के ढेर लगे हैं। मुख्य सफाई निरीक्षक ने कुछ दिनों पहले निजी कारणों से ट्रांसफर रोहतक करवा लिया था। अब पद कब भरा जाएगा, इसे लेकर अभी तक कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है।
इंसेट
कूड़ा निस्तारित नहीं होने से दुर्गंध उठती है
विजय, आशीष, नरेश ने बताया कि गली-मोहल्लों में कभी कभार सफाई होती है। सफाईकर्मियों की कार्यशैली भी कूड़े, कचरे के उठान में बाधक बनी हुई है। इसके कारण शहर के अधिकांश क्षेत्रों में कूड़े का ढेर सड़क किनारे लगा रहता है। कूड़ा निस्तारित नहीं होने से दुर्गंध उठती है। बीमारी फैलने का भी डर बना रहता है। समय से सफाई हो तो कोई परेशानी नहीं होगी। इससे कूड़े का डंप भी नहीं लगेगा।
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डस्टबिन लगाने की तैयारी चल रही
स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एंबेसडर प्रियंका यादव का कहना है कि शहर में जिन जगहों पर डस्टबिन की जरूरत है, वहां पर डस्टबिन लगाया जाना जरूरी है। बताया कि ट्विन बिन वाले डस्टबिन लगाने को लेकर तैयारी चल रही है। उम्मीद की जाती है कि लगने के बाद लोग खुले में कूड़े को ना फेंके व डस्टबिन में डालें। यह भी देखने को मिलता है कि लोग सड़कों के किनारे कूड़ा फेंक देते हैं। इससे लोगों की लापरवाही नजर आती है। अभी तक सफाई व्यवस्था काफी बेहतर की जा रही है। आगे बताया कि अगर फिर भी कहीं पर डंप साइट बन रही है तो इसे खत्म करवाया जाएगा। कुछ दिनों पहले ही आजाद चौक के पास 30 साल से बने कूड़े के डंप को खत्म करवाया गया था। धीरे-धीरे सब जगह से डंप खत्म होंगे। लोगों से भी अपील है कि खुले में कूड़ा ना फेंके, प्रशासन का सहयोग करें।
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मुख्य सफाई निरीक्षक का पद अभी खाली है। सफाई व्यवस्था न बिगड़े इसको लेकर टीम बनाई गई है जो निरंतर सफाई पर नजर रख रही है। सफाई व्यवस्था को और बेहतर किया जाएगा। लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं दी जाएगी।-पूनम यादव, चेयरपर्सन, नगर परिषद रेवाड़ी।
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शहर में 300 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं लेकिन शहर की पौने तीन लाख की आबादी को देखते हुए कर्मचारियों की संख्या काफी कम है। शहर में करीब 900 सफाई कर्मचारियों की जरूरत है। सफाई नहीं होने से नगर के अधिकतर वार्डाें में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। कई जगह तो कूड़ा डंप किया जा रहा है। नगर के कुछ वार्ड ऐसे भी हैं जिनमें सफाई व्यवस्था दम तोड़ चुकी है।
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अनाज मंडी मार्ग, भाड़ावास मार्ग, सर्कुलर रोड, दिल्ली रोड व बावल रोड के पास भी जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। वहीं ब्रास मार्केट की खाली जगह व मिनी बाईपास पर भी कूड़े के ढेर लगे हैं। मुख्य सफाई निरीक्षक ने कुछ दिनों पहले निजी कारणों से ट्रांसफर रोहतक करवा लिया था। अब पद कब भरा जाएगा, इसे लेकर अभी तक कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है।
इंसेट
कूड़ा निस्तारित नहीं होने से दुर्गंध उठती है
विजय, आशीष, नरेश ने बताया कि गली-मोहल्लों में कभी कभार सफाई होती है। सफाईकर्मियों की कार्यशैली भी कूड़े, कचरे के उठान में बाधक बनी हुई है। इसके कारण शहर के अधिकांश क्षेत्रों में कूड़े का ढेर सड़क किनारे लगा रहता है। कूड़ा निस्तारित नहीं होने से दुर्गंध उठती है। बीमारी फैलने का भी डर बना रहता है। समय से सफाई हो तो कोई परेशानी नहीं होगी। इससे कूड़े का डंप भी नहीं लगेगा।
डस्टबिन लगाने की तैयारी चल रही
स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एंबेसडर प्रियंका यादव का कहना है कि शहर में जिन जगहों पर डस्टबिन की जरूरत है, वहां पर डस्टबिन लगाया जाना जरूरी है। बताया कि ट्विन बिन वाले डस्टबिन लगाने को लेकर तैयारी चल रही है। उम्मीद की जाती है कि लगने के बाद लोग खुले में कूड़े को ना फेंके व डस्टबिन में डालें। यह भी देखने को मिलता है कि लोग सड़कों के किनारे कूड़ा फेंक देते हैं। इससे लोगों की लापरवाही नजर आती है। अभी तक सफाई व्यवस्था काफी बेहतर की जा रही है। आगे बताया कि अगर फिर भी कहीं पर डंप साइट बन रही है तो इसे खत्म करवाया जाएगा। कुछ दिनों पहले ही आजाद चौक के पास 30 साल से बने कूड़े के डंप को खत्म करवाया गया था। धीरे-धीरे सब जगह से डंप खत्म होंगे। लोगों से भी अपील है कि खुले में कूड़ा ना फेंके, प्रशासन का सहयोग करें।
मुख्य सफाई निरीक्षक का पद अभी खाली है। सफाई व्यवस्था न बिगड़े इसको लेकर टीम बनाई गई है जो निरंतर सफाई पर नजर रख रही है। सफाई व्यवस्था को और बेहतर किया जाएगा। लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं दी जाएगी।-पूनम यादव, चेयरपर्सन, नगर परिषद रेवाड़ी।

अनाज मंडी मार्ग के पास बिखर रहा कूड़ा। संवाद